DEO ऑफिस की निष्क्रियता के चलते युक्तियुक्तकरण में यह जिला हुआ फेल, बाकी सभी 32 जिलों ने 10 हजार अतिशेष शिक्षकों की पोस्टिंग कंप्लीट कर दी
शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण की सरकार द्वारा तय की गई टाईम लिमिट आज खतम हो गई। इसमें रायपुर को छोड़ सभी 32 जिलों ने अतिशेष शिक्षकों की पोस्टिंग पूरी कर ली। डीपीआई ऑफिस के सूत्रों ने बताया कि करीब दस हजार अतिशेष शिक्षकों की पोस्टिंग की जानकारी आज शाम तक पहुंच गई है। हालांकि, यह भी सही है कि लगभग सभी जिलों में बीईओ, डीईओ ने अतिशेष शिक्षकों की सूची बनाने में अंधेरगर्दी मचा दी।

रायपुर। बोर्ड परीक्षा में नीचे से दूसरे नंबर पर आने के बाद जिला शिक्षा अधिकारी ऑफिस अतिशेष शि़क्षकों की पोस्टिंग में भी पिछ़ड़ गया। आलम यह हुआ कि 33 में से 32 जिलों ने अतिशेष शिक्षकों की पोस्टिंग कर दी। मगर रायपुर छूट गया। इसमें डीईओ ऑफिस के अधिकारियों की निष्क्रियता बताई जा रही है, जिस वजह से यहां अतिशेष शिक्षकों की सूची ठीक से नहीं बन पाने की वजह से कल काउंसलिंग स्थगित करनी पड़ी।
चूकि स्कूल शिक्षा विभाग ने शिक्षकों की काउंसलिंग के बाद उनकी पोस्टिंग प्रक्रिया पूरी करने के लिए 4 जून का समय निश्चित किया था। इसलिए, अब रायपुर के लिए अलग से टाईमटेबल जारी करना होगा।
हालांकि, युक्तियुक्तकरण में डीपीआई ऋतुराज रघुवंशी की बार-बार चेतावनी के बाद भी स्कूल शिक्षा विभाग के खटराल अधिकारियों ने अतिशेष सूची से नाम निकालने को लेकर बड़ा खेला किया। कई जिलों के शिक्षा अधिकारियों ने इंतेहा कर दिया। सारंगढ़ के डीईओ ने अपनी पत्नी को अतिशेष से बचाने पहले ही निलंबन से बहाल कर दिया। फिर आत्मानंद स्कूल में पोस्ट कर दिया। ताकि, ट्रांसफर होने से बचाया जा सके। सारी चीजें सीनियर अफसरों की नोटिस में होते हुए भी डीईओ के खिलाफ आश्चर्यजनक तौर पर कोई कार्रवाई नहीं की गई।