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Chhattisgarh Vidhan Sabha winter Session 2025: शिक्षा विभाग के अफसरों ने मंत्री से सदन में दिलवा दी झूठी जानकारी..

Chhattisgarh Vidhan Sabha winter Session 2025: शिक्षा विभाग के अफसरों ने स्कूल शिक्षा मंत्री की फजीहत करा दी। विभागीय अधिकारियों ने विधानसभा को झूठी जानकारी देते हुए गलत जवाब भेज दिया। स्कूल शिक्षा मंत्री गजेंद्र यादव ने विधायक अटल श्रीवास्तव को कुछ इसी तरह की जानकारी दे भी दी। सहायक शिक्षकों की भर्ती में बिलासपुर जिले के शिक्षा विभाग से जुड़े अधिकारियों ने गजब का खेल किया है। विधानसभा को भेजी गई जानकारी में जिसे टंकण त्रुटि बताई गई है, हकीकत ये है कि इस तरह का गफलत जानबुझकर किया गया था। सवाल यह भी उठता है कि अगर त्रुटि थी तो भर्ती प्रक्रिया के पहले उसे सुधारा क्यों नहीं गया। अफसरों ने विधानसभा को झूठी जानकारी देने के साथ ही मंत्री से भी इसी तरह की जानकारी दिला दी है।

Chhattisgarh Vidhan Sabha winter Session 2025: शिक्षा विभाग के अफसरों ने मंत्री से सदन में दिलवा दी झूठी जानकारी..
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By Radhakishan Sharma

Chhattisgarh Vidhan Sabha winter Session 2025: रायपुर। शिक्षा विभाग के अफसरों ने स्कूल शिक्षा मंत्री की फजीहत करा दी। विभागीय अधिकारियों ने विधानसभा को झूठी जानकारी देते हुए गलत जवाब भेज दिया। स्कूल शिक्षा मंत्री गजेंद्र यादव ने विधायक अटल श्रीवास्तव को कुछ इसी तरह की जानकारी दे भी दी। सहायक शिक्षकों की भर्ती में बिलासपुर जिले के शिक्षा विभाग से जुड़े अधिकारियों ने गजब का खेल किया है। विधानसभा को भेजी गई जानकारी में जिसे टंकण त्रुटि बताई गई है, हकीकत ये है कि इस तरह का गफलत जानबुझकर किया गया था। सवाल यह भी उठता है कि अगर त्रुटि थी तो भर्ती प्रक्रिया के पहले उसे सुधारा क्यों नहीं गया। अफसरों ने विधानसभा को झूठी जानकारी देने के साथ ही मंत्री से भी इसी तरह की जानकारी दिला दी है।

कोटा विधानसभा क्षेत्र के विधायक अटल श्रीवास्तव ने शिक्षक भर्ती में भ्रष्टाचार की जांच को लेकर जरुरी सवाल किया था। विधायक ने स्कूल शिक्षा मंत्री से पूछा कि बिलासपुर जिले में वर्ष, 2025 में सहायक शिक्षक संविदा के कितने पदों पर भर्ती का विज्ञापन जारी किया गया था? विषयवार जानकारी दें ? क्या विज्ञान विषय के पदों पर काॅमर्स विषय के शिक्षकों की नियुक्ति की गई है? अगर हां, तो कितने शिक्षकों की गलत तरीके से नियुक्ति की गई है? नियुक्त शिक्षकों के नाम क्या है? वर्ष 2025 में सहायक शिक्षक संविदा भर्ती में अनिमियतता होने के संबंध में क्या-क्या शिकायत प्राप्त हुई थी? क्या शिकायतकर्ता की शिकायत पर कार्यवाही एवं जांच की गई है? यदि हॉ, तो शिकायत की जांच में क्या पाया गया एवं उसका क्या निराकरण किया गया है? सहायक शिक्षक संविदा भर्ती, 2025 के प्रभारी कौन कौन थे? अधिकारी का नाम एवं पदनाम क्या है?

ये है मंत्री का जवाब

बिलासपुर जिले में वर्ष, 2025 में सहायक शिक्षक संविदा के 55 पदों पर भर्ती का विज्ञापन जारी किया गया था, पदों के विवरण में विषयवार जानकारी का उल्लेख नहीं है। छ.ग. राजपत्र, 04 मई 2023 (असाधारण) अधिसूचना परिशिष्ट-" (एक) सहायक शिक्षक (न्यूनतम अर्हतायें) हेतु उल्लेखित शर्तों के अनुसार सहायक शिक्षक के लिए विषय की बाध्यता होने संबंधित नियम का उल्लेख नहीं है। समस्त नियुक्तियां भर्ती नियम के अनुसार है। संविदा भर्ती हेतु जारी विज्ञापन में सहायक शिक्षक अर्हताओं के अंतर्गत विज्ञान संकाय का उल्लेख हो गया है, जो टंकण त्रुटिवश हुआ है। इस त्रुटि को तत्कालीन चयन समिति के द्वारा शुद्धि पत्र जारी कर विलोपित किया जाना था, जो नहीं किया गया है। इस कारण भ्रम की स्थिति पैदा हुई।

ये है मामला, गोल्डमेडलिस्ट को कर दिया बाहर,अपात्र बन गए गुरुजी, जांच रिपोर्ट में गड़बड़ी का खुलासा

तय मापदंड, स्पष्ट दिशा निर्देश और शर्तों के बाद भी सहायक शिक्षक की भर्ती में शामिल शिक्षा विभाग के खटराल अधिकारियों ने जमकर खेला कर दिया है। आलम ये कि गोल्डमेडलिस्ट को नियुक्ति से बाहर कर दिया है। विज्ञान विषय के टीचर के पदों पर कॉमर्स और आ‌र्ट्स के उम्मीदवारों की पिछले दरवाजे से भर्ती कर ली गई है।

गड़बड़ी का खुलासा कलेक्टर संजय अग्रवाल को लिखे शिकायत पत्र से हुआ है। मामले की गंभीरता को देखते हुए कलेक्टर ने डीईओ को जांच कराने और रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया था। दो प्रिंसिपल की जांच कमेटी ने शिकायतों को सही बताते हुए भर्ती में की गई गड़बड़ी का खुलासा किया है।

बिलासपुर जिले में पदस्थ शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने गजब कर दिया है। भर्ती में गड़बड़ी पर कलेक्टर ने एक्शन नहीं लिया तो जिले के स्कूलों में पढ़ाई का कबाड़ा निकलना तय है। यह इसलिए कि जिन सहायक शिक्षकों की नियमों व मापदंडों को लेकर भर्ती की गई है वह मापदंडों को पूरा नहीं करते और जिस विषय के शिक्षक विभाग को चाहिए उसमें वह खरे नहीं उतर पा रहे हैं। अफसरों ने विज्ञान विषय पढ़ाने के लिए कॉमर्स के उम्मीदवार का सिलेक्शन कर लिया है।

कॉमर्स के अलावा आर्ट्स विषय के सहायक शिक्षक बच्चों को विज्ञान विषय पढ़ाएंगे। यह तो किसी भी नजरिए से ना तो संभव है और ना ही सही। बिलासपुर जिले में ऐसा कारनामा शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने कर दिखाया है। अपनों को पिछले दरवाजे से एंट्री देने के फेर में गोल्डमेडलिस्ट उम्मीदवार को भी नौकरी से बाहर कर दिया है। जाहिर है उनकी जगह जिस किसी उम्मीदवार का सिलेक्शन किया गया होगा योग्यता में उससे कम ही होगा। पर ऐसा भी गजब बिलासपुर जिले में हुआ है।

सहायक शिक्षक के 55 पदों पर हुआ चयन

बिलासपुर जिले में संविदा सहायक शिक्षक के पदों पर भर्ती के लिए जुलाई 2025 में विज्ञापन जारी किया गया था। इसमें कुल 191 पदों पर भर्ती की जानी थी। सहायक शिक्षक के 55 पद सृजित किए गए थे। शिक्षा विभाग ने 400 उम्मीदवारों की अंतिम मेरिट सूची जारी की गई थी। प्रमाण पत्रों के सत्यापन के लिए बाद में 275 लोगों को आमंत्रित किया था। प्रमाण पत्रों के सत्यापन के बाद अंतिम चयन सूची जारी करते वक्त मापदंडों और शर्तों की विभाग के अधिकारियों ने जमकर धज्जियां उड़ा दी।

कामिनी कौशिक ने कलेक्टर से की थी शिकायत

संविदा सहायक शिक्षक भर्ती में गड़बड़ी की शिकायत और जांच की मांग करते हुए कामिनी कौशिक पिता-दिलीप कौशिक ने कलेक्टर बिलासपुर संजय अग्रवाल को पत्र सौंपा था। मामले की गंभीरता को देखते हुए कलेक्टर ने डीईओ बिलासपुर विजय तांडे को शिकायत की जांच करने और रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया था।

दो प्राचार्यों की कमेटी ने डीईओ को सौंपी रिपाेर्ट, रिपोर्ट में यह सब

  • डीईओ ने शिकायत की जांच के लिए प्राचार्य, सेजेस लाल बहादुर शास्त्र बिलासपुर व प्राचार्य पीएम.श्री. सेजेस मस्तूरी, जिला-बिलासपुर को जिम्मा सौंपा था। जांच अधिकारियों ने अपनी रिपोर्ट डीईओ को सौंप दी है। जांच रिपोर्ट में यह सब है।
  • सहायक शिक्षक पद हेतु आमंत्रित आवेदन पत्र में वांछनीय योग्यता मान्यता प्राप्त बोर्ड से हायर सेकण्डरी परीक्षा विज्ञान संकाय से उत्तीर्ण एवं डीएड, डीएलएड परीक्षा उत्तीर्ण होना प्रथम अनिवार्य शर्त थी। वांछित योग्यता के प्रथम बिंदु का ही अभ्यर्थियों के चयन में पालन होता दिखाई नहीं दे रहा है। चयनित अभ्यर्थी 01 श्रद्धा परगनिहा पिता संतोष परगनिहा मुख्य चयन सूची में अन्य पि.व.क्र. 08.
  • मेंहदी देवांगन, पिता अनिल कुमार देवांगन मुख्य चयन सूची में अन्य पि.व.क्र. 09 के द्वारा प्रस्तुत हायर सेकेंडरी स्कूल सर्टीफिकेट परीक्षा के अंकसूची का अवलोकन करने पर कामर्स (वाणिज्य) से उत्तीर्ण होना पाया गया। दस्तावेज सत्यापन पर परीक्षण सूची में मेरिट क्र. 48 एवं 51 में क्रमशः श्रद्धा परगनिहा एवं मेंहदी देवांगन को पात्र बताया गया है, यह भी त्रुटिपूर्ण है क्योंकि संबंधित दोनों अभ्यर्थी वांछित योग्यता के प्रथम शर्त के पालन में ही पात्रता के श्रेणी में नहीं आते हैं अतएव इनका दस्तावेज सत्यापन सूची में सम्मिलित होना भी त्रुटिपूर्ण है।

जांच कमेटी ने नियुक्ति को ठहराया गलत

परीक्षण सूची में उपरोक्त दोनों अभ्यर्थियों का त्रुटिपूर्ण रूप से शामिल होने के कारण चयन सूची सहायक शिक्षक (अन्य पि. वर्ग) के सरल क्र. 08 एवं 09 में क्रमशः श्रद्धा परगनिहा एवं मेंहदी देवांगन को चयनित किया गया है जो कि त्रुटिपूर्ण है।

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