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Chhattisgarh Teacher Transfer 2025: प्राचार्य प्रमोशन के बाद पोस्टिंग के लिए 3 केटेगरी बनेगी, DPI ने NIC के अधिकारियों के साथ की मीटिंग, जानिये क्या है प्रक्रिया...

Chhattisgarh Teacher Transfer 2025: छत्तीसगढ़ में प्राचार्य प्रमोशन के लिए डीपीसी हो गई है। 2934 पदोन्नत प्राचार्यां की लिस्टिंग करके पीएससी स्कूल शिक्षा विभाग को सौंप देगा। उसके बाद फिर पोस्टिंग की प्रक्रिया शुरू होगी। प्राचार्यो की पोस्टिंग के लिए तीन केटेगरी बनाया जाएगा। आईये जानते हैं कि प्रमोशन के बाद पोस्टिंग कब होगी और उसके क्या हैं प्रक्रिया?

Chhattisgarh Teacher Transfer 2025: प्राचार्य प्रमोशन के बाद पोस्टिंग के लिए 3 केटेगरी बनेगी, DPI ने NIC के अधिकारियों के साथ की मीटिंग, जानिये क्या है प्रक्रिया...
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By Sandeep Kumar

Chhattisgarh Teacher Transfer 2025: रायपुर। छत्तीसगढ़ में सालों बाद शिक्षकों का प्रमोशन होने जा रहा है। इस क्रम में प्राचार्यों के 2934 पदों के लिए पीएससी में डीपीसी हो चुकी है। पीएससी में इसकी फायनल लिस्टिंग की जा रही है। अंदेशा है पीएससी जल्द ही स्कूल शिक्षा विभाग को 2934 पदोन्नत प्राचार्यों की सूची सौंप देगा। स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियों को उम्मीद है कि इस सप्ताह किसी भी दिन पीएससी से पदोन्नत प्राचार्यों की लिस्ट मिल जाएगी।

उधर पता चला है प्राचार्यों के प्रमोशन के बाद पोस्टिंग के लिए तीन केटेगरी बनाई जाएगी। पढ़िये कौन-कौन से केटेगरी होगा।

1. जिन पदोन्नत प्राचार्यों का रिटायरमेंट में एक साल या उससे कम समय बचा होगा, उन्हें शहरों के आसपास यानी उनके गृह नगर के पास के स्कूलों में प्राथमिकता दी जाएगी।

2. दूसरे नंबर पर महिलाओं को पोस्टिंग में प्राथमिकता दी जाएगी। याने उन्हें उनके दूरस्थ इलाकों के स्कूलों की बजाए शहरों के समीप ऐसे स्कूलों में पोस्टिंग दी जाएगी, जिससे वे शाम ढलने से पहले अपने घरों में पहुंच जाएं।

3. इसमें बाकी सभी प्राचार्यों को रखा जाएगा। इन्हें ऑनलाइन काउंसलिंग के जरिये स्कूल चुनने का अवसर दिया जाएगा।

हालांकि, अभी शीर्ष स्तर से अनुमोदन के बाद ही पोस्टिंग का क्रायटेरिया निर्धारित किया जाएगा। मगर मोटे तौर पर स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारी इन तीन केटेगरी अमल में लाने पर विचार कर रहे हैं।

उधर, पोस्टिंग के ऑनलाइन साफ्टवेयर को लेकर बताते हैं डीपीआई दिव्या मिश्रा ने आज दोपहर एनआईसी के अधिकारियों से गहन विचार-विमर्श किया। डीपीआई और एनआईसी की बैठक में क्या तय हुआ है, इस बारे में जानकारी अभी बाहर नहीं आई है। मगर स्कूल शिक्षा विभाग के सूत्रों का कहना है कि सरकार भी किसी तरह के विवादों से बचने ऑनलाईन काउंसलिंग को ही हरी झंडी देगी

जानिये क्या है प्रमोशन और पोस्टिंग का तरीका

राजपत्रित श्रेणी के पदों की डीपीसी पीएससी में होती है इसलिए प्राचार्यों का मामला स्कूल शिक्षा विभाग ने पीएससी को भेजा था। होली से पहले ही इसकी डीपीसी कंप्लीट हो गई है। पीएससी लिस्ट फायनल करके स्कूल शिक्षा विभाग को भेजेगा। विभाग इसे फाइल बनाकर अनुमोदन के लिए मुख्यमंत्री को भेजेंगे। स्कूल शिक्षा विभाग मुख्यमंत्री के पास है। वैसे भी राजपत्रित अधिकारियों के पदों पर प्रमोशन का अनुमोदन मुख्यमंत्री स्तर पर होता है।

मुख्यमंत्री से प्रमोशन पर अनुमोदन मिलने के बाद फिर स्कूल शिक्षा विभाग पोस्टिंग के लिए मुख्यमंत्री से परामर्श लेगा कि किस तरह प्राचार्यों की पदास्थापनाएं की जाएं। याने पोस्टिंग के लिए क्रायटेरिया तय होगा।

इसके बाद स्कूल शिक्षा विभाग प्रमोट प्राचार्यों की काउंसलिंग करेगा। पोस्टिंग लिस्ट तैयार होने के बाद एक बार फिर से फाईल अनुमोदन के लिए मुख्यमंत्री के पास जाएगी। मुख्यमंत्री से अनुमोदन के बाद फिर स्कूल शिक्षा विभाग प्राचार्यों की पोस्टिंग का आदेश् जारी करेगा।

अभी चूकि 30 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का छत्तीसगढ़ दौरा है। इसलिए पूरा सिस्टम उसमें व्यस्त रहेगा। कुल मिलाकर अप्रैल प्रथम सप्ताह से पहले पोस्टिंग पर कोई फैसला होना मुमकिन प्रतीत नहीं होता।

Sandeep Kumar

संदीप कुमार कडुकार: रायपुर के छत्तीसगढ़ कॉलेज से बीकॉम और पंडित रवि शंकर शुक्ल यूनिवर्सिटी से MA पॉलिटिकल साइंस में पीजी करने के बाद पत्रकारिता को पेशा बनाया। मूलतः रायपुर के रहने वाले हैं। पिछले 10 सालों से विभिन्न रीजनल चैनल में काम करने के बाद पिछले सात सालों से NPG.NEWS में रिपोर्टिंग कर रहे हैं।

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