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Chhattisgarh News: मालिक माइंडसेट वाले शिक्षकों की जानकारी ना देना, आधा दर्जन डीईओ को पड़ गया भारी

Chhattisgarh News: मालिक माइंडसेट वाले शिक्षक जो नेटवर्किंग कंपनियों से जुड़कर कामकाज कर रहे हैं,राज्य शासन ने ऐसे शिक्षकों की जानकारी प्रदेशभर के डीईओ से मांग थी। जानकारी देने में लापरवाही बरतने वाले वाले 6 डीईओ को राज्य शासन ने नोटिस जारी कर जवाब-तलब किया है। एनपीजी ने मालिक माइंडसेट वाले ऐसे शिक्षकों को लेकर लगातार खबरों का प्रकाशन कर रहा है। सरकारी स्कूलों में नौकरी करते नेटवर्किेग कंपनी से जुड़कर अच्छी खासी रकम कमा रहे हैं।

Chhattisgarh News: मालिक माइंडसेट वाले शिक्षकों की जानकारी ना देना, आधा दर्जन डीईओ को पड़ गया भारी
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By Radhakishan Sharma

Chhattisgarh News: बिलासपुर। प्रदेश में मालिक माइंडसेट वाले शिक्षकों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। नेटवर्किंग गुरु कहें या फिर मालिक माइंडसेट वाले गुरुजी के लिए बीएमडब्ल्यू के सवारी करने वाले शशि बैरागी रोल माडल की भूमिका में आ गए हैं। गुरुजी की नौकरी करने वाले ऐसे शिक्षक नेटवर्किेग कंपनी से जुड़कर अच्छी खासी रकम कमाने और बीएमडब्ल्यू की सवारी करते ही स्कूल इनको चिड़िया घर लगने लगता है। और फिर इसी अंदाज में आला अधिकारी को इस्तीफा थमा देते हैं। ऐसे शिक्षकों को लेकर प्रदेशभर के शिक्षकों का एक बड़ा वर्ग नाराज भी है और ऐसे शिक्षकों पर कार्रवाई को लेकर दबाव भी बना रहे हैं।

एनपीजी के अभियान के बाद राज्य सरकार ने इसे गंभीरता से लिया है। स्कूल शिक्षा विभाग ने प्रदेशभर के डीईओ को पत्र लिखकर निजी कंपनियों में काम करने वाले शिक्षकों की जानकारी मांगी थी, लेकिन डीईओ ने ऐसे शिक्षकों की जानकारी नहीं दी। इसके बाद जेडी (जोनल डायरेक्टर) ने सभी डीईओ को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। जारी आदेश में कहा है कि उन शिक्षकों की तत्काल जानकारी उपलब्ध कराएं जो निजी कंपनियों में काम कर रहे हैं।

शनिवार और रविवार को वर्कशाप और सेमिनार

शनिवार और रविवार को अवकाश रहता है। निजी कंपनियाें के स्थानीय अधिकारी अवकाश के दिन में शिक्षकों के अलावा ऐसे सरकारी कर्मचारी जो उनसे जुड़े हैं शनिवार और रविवार को सेमिनार और वर्कशाम में बुलाते हैं। राज्य शासन के निर्देशों का खुला उल्लंघन करते हुए प्रदेश के विभिन्न सरकारी विभागों के कई अधिकारी और कर्मचारी निजी कंपनियों से जुड़कर उनके उत्पादों की बिक्री, बीमा, कारोबार आदि में संलिप्त हैं।

इन नियमों का पालन करना जरुरी

नियमानुसार सरकारी कर्मचारियों को किसी भी अन्य कार्य को प्रारंभ करने से पहले संबंधित विभाग से विधिवत अनुमति प्राप्त करना जरुरी है। लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। इसका परिणाम यह है कि सरकारी वेतन के अतिरिक्त लाभ कमाने के लिए सरकारी कर्मचारी विभिन्न निजी कंपनियों से जुड़ रहे हैं।

इन जिलों के डीईओ को जारी हुआ नोटिस

राज्य शासन के निर्देश के बाद जेडी ने डीईओ को पत्र लिखकर ऐसे शिक्षकों व कर्मचारियों की जानकारी मांग थी। जानकारी ना देने वाले कोरबा, रायगढ़, सक्ती, सारंगढ़, जांजगीर और मुंगेली के डीईओ को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।

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