CG Teacher News: स्वागत और नाखुशी, फ़ेडरेशन अध्यक्ष ने बजट का किया स्वागत, शिक्षक नेताओं ने जाहिर की नाखुशी
CG Teacher News: वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने दूसरी बार बजट पेश किया। बजट से कर्मचारी वर्ग में निराशा देखने को मिली। कर्मचारी संघों ने भी बजट को निराशाजनक बताया है।

CG Teacher News: रायपुर। छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के प्रांतीय संयोजक व छत्तीसगढ़ राजपत्रित अधिकारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष कमल वर्मा ने प्रदेश के कर्मचारियों को तीन प्रतिशत महंगाई भत्ता देने की घोषणा को क्रंचरी हितैषी बताते हुए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय व वित्त मंत्री ओपी चौधरी. का आभार परजत किया है.
0 बजट निराशाजनक,मोदी की गारंटी फेल
छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी महासंघ के प्रांतीय संयोजक अनिल शुक्ला शुक्ला ने कहा कि वित्त मंत्री ओ पी चौधरी द्वारा प्रस्तुत बजट में कर्मचारियों को 1अप्रैल से तीन प्रतिशत डीए का झुनझुना पकड़ा दिया गया है।छत्तीसगढ़ में कर्मचारियों के लिए मोदी की गारंटी फेल है।कर्मचारी अधिकारी संयुक्त मोर्चा ने वित्तमंत्री तथा वित्त सचिव से चर्चा कर कर्मचारी हित में बजट प्रावधान करने की मांग किया था।
वित्तमंत्री ओपी चौधरी के द्वारा बजट पेश करने के बाद कर्मचारियों में मायूसी देखने को मिली। कर्मचारी संघों ने बजट को निराशाजनक और कर्मचारियों के लाभ का नहीं होना बताया है। पढ़िए कर्मचारी संघ ने मौजूदा बजट को लेकर क्या कहा और किस तरह दी अपनी प्रतिक्रिया.....
0 बजट में कर्मचारियों के लिए किसी प्रकार का कोई प्रावधान नहीं
सर्व शिक्षक संघ के प्रदेश संयोजक विवेक दुबे ने कहा कि सरकारी कर्मचारियों के लिहाज से इस बार का बजट अत्यंत निराशाजनक रहा है। बजट में कर्मचारियों के लिए किसी प्रकार का कोई प्रावधान किया ही नहीं गया है। रही बात महंगाई भत्ता में वृद्धि की, तो महंगाई भत्ता कर्मचारियों को हर 6 माह में दिया जाने वाला उनका मौलिक अधिकार है। महंगाई भत्ता 1 जुलाई 2024 से लंबित था, जिसे 1 अप्रैल से देने की घोषणा हुई है। इसमें भी एरियर्स राशि को खत्म कर दिया गया है । कुल मिलाकर कर्मचारियों को लाभ तो दूर उनका महंगाई भत्ता जैसे मौलिक अधिकार तक को किस्तों में और डंडी मारकर दिया जा रहा है।
0 कब पूरी होगी मोदी की गारंटी,बजट ने किया निराश
छत्तीसगढ़ प्रदेश संयुक्त शिक्षक संघ के प्रांताध्यक्ष केदार जैन का कहना है कि "छत्तीसगढ़ सरकार ने आज जो अपना बजट पेश किया है उससे कर्मचारी बेहद निराश हैं। बजट में शासकीय कमर्चारियों के लिए ऐसा कुछ भी घोषणा नहीं किया गया है जिससे कमर्चारी खुश हो। छत्तीसगढ़ सरकार ने अपने घोषणा पत्र में मोदी की गारंटी का हवाला देकर घोषणा किया था कि कर्मचारियों को देय तिथि से मंहगाई भत्ता देंगे। लिहाजा कर्मचारियों को जुलाई 2024 से 3% मंहगाई भत्ता एरियर्स के साथ देना था, परंतु मार्च 2025 से मंहगाई भत्ते की घोषणा से कर्मचारियों में निराशा है। केदार जैन ने कहा कि छत्तीसगढ़ के शिक्षक व कर्मचारी प्रथम नियुक्ति तिथि से पुरानी पेंशन ,सहायक शिक्षकों की वेतन विसंगति, और देय तिथि से मंहगाई भत्ते की घोषण की आस इस सरकार से लगाए हुए थे। अफसोस की बात ये कि अब तक मोदी की गारंटी को सरकार लागू नही कर पाई है, जिससे कर्मचारियों में बेहद निराशा है। छत्तीसगढ़ प्रदेश संयुक्त शिक्षक संघ अपने पदाधिकारियों के साथ जल्द सभी मुख्य मांगो को लेकर मुख्यमंत्री से मुलाकात करेगा और मोदी की गारंटी घोषणा पत्र के अनुरूप मांगो को पूरा कराने का पत्र सौपेगा।
0 निराशाजनक बजट, उम्मीद थी अच्छा रहेगा
शालेय शिक्षक संघ ने बजट को निराशाजनक बताया है। संघ का कहना है कि छग के इस बजट प्रदेश के शिक्षकों और कर्मचारियों को निराशा हुई है। मार्च 2025 से 3% मंहगाई भत्ते के अतिरिक्त कोई घोषणा नही की गई। बजट से लाभान्वित होने वालों में उनका कोई स्थान नहीं है। प्रदेश के शिक्षकों व कर्मचारियों ने विष्णुदेव सरकार से बड़ी आस लगा रखी थी। जिनमें प्रमुख रूप से संविलियन प्राप्त शिक्षकों की पुरानी सेवा गणना, क्रमोन्नति, देय तिथि से मंहगाई भत्ता व उसका एरियर्स, वेतन विसंगति दूर करने, कैशलेस चिकित्सा, पूर्ण पेंशन प्रदान करने जैसी महत्वपूर्ण मांगे रही,जिन पर इस बजट में कोई निर्णय नही लिया गया। छग शालेय शिक्षक संघ ने इसे शिक्षकों व कर्मचारियों के लिए निराशाजनक बजट बताया है।
0 शिक्षकों की उपेक्षा करना बेमानी है
शालेय शिक्षक संघ के प्रांताध्यक्ष वीरेंद्र दुबे ने कहा कि बजट समावेशी होना चाहिए था, कमर्चारी शासन की रीढ़ होते है, ऐसे में इस बजट में उनकी उपेक्षा करना बेमानी है,शिक्षकों और कर्मचारियों ने साय सरकार से बड़ी उम्मीदें लगा रखी थी किंतु छग बजट के प्रस्तुत होते ही, बजट में कर्मचारियों के लिए न कोई योजना, न कोई घोषणा की गई जिससे शिक्षक व कर्मचारी उपेक्षित महसूस कर रहे हैं।
शालेय शिक्षक संघ के महासचिव धर्मेश शर्मा, कार्यकारी अध्यक्ष चंद्रशेखर तिवारी व प्रदेश मीडिया प्रभारी जितेंद्र शर्मा ने कहा कि संविलियन प्राप्त शिक्षक अपनी बहुप्रतीक्षित मांग पुरानी सेवा गणना कर क्रमोन्नति, पूर्ण पेंशन, कैशलेश चिकित्सा, वेतन विसंगति दूर करने की बाट जोह रहे थे पर इस बजट में इन मांगों पर कोई ध्यान नही दिया गया है इसी तरह प्रदेश का हर कर्मचारी अपनी लंबित DA व उसके मंहगाई भत्ते को देय तिथि से केंद्र के बराबर किये जाने की प्रतीक्षा कर रहे थे उसमें भी सभी के हाथ निराशा लगी है। साय सरकार को सभी का ध्यान रखना चाहिए, बजट समावेशी होना चाहिए, पर कर्मचारियों को कुछ भी नही मिला।
0 यह तो मोदी की गारंटी नहीं है, हमें तो गारंटी पूरी होने की थी उम्मीद
छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के प्रांताध्यक्ष संजय शर्मा ने कहा कि 3% डीए वृद्धि का स्वागत है, लेकिन मोदी की गारंटी के अनुरूप नही है। छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा ने कहा है कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा बजट में शिक्षकों व कर्मचारियों को मार्च 2025 से 3% महंगाई भत्ता देने की घोषणा स्वागतेय है, किन्तु महंगाई भत्ता के लंबित एरियर्स को सीजीपीएफ में जमा किया जाना था। शिक्षक व कर्मचारियों की भर्ती व शिक्षा उन्नयन के लिए PMSHRI पीएमश्री शाला उन्नयन की घोषणा सकारात्मक है।
एल बी संवर्ग के शिक्षकों को पेंशन हेतु पूर्व सेवा की गणना करने व सरकार से मोदी के गारंटी के तहत सहायक शिक्षकों के वेतन विसंगति दूर करने, समस्त एल बी संवर्ग को क्रमोन्नत/समयमान वेतनमान प्रदान करने, शिक्षक समतुल्य वेतनमान (पुनरीक्षित वेतनमान ) में सही वेतन का निर्धारण कर 1.86 के गुणांक वेतन निर्धारण करने सहित कैशलेश चिकित्सा सुविधा की उम्मीद थी जो पूरी नहीं हुई जिससे शिक्षकों में उत्साह नही है।