CG School News: सिलेबस पूरा नहीं होने के चलते शीतकालीन अवकाश में भी होगा कक्षाओं का संचालन
CG School News: इस वर्ष दसवीं– बारहवीं बोर्ड परीक्षाओं का आयोजन मार्च की बजाय फरवरी माह में हो रहा है। अधिकांश शिक्षकों की मतदाता सूची गहन पुनरीक्षण कार्य मे ड्यूटी लगने की वजह से सिलेबस पूरा नहीं हो पाया है। इसलिए शीतकालीन अवकाश में विशेष कक्षाएं लगाने और विशेष कार्य योजना बना सिलेबस पूरा करवाने के निर्देश दिए गए हैं।

CG School News: मोहला–मानपुर। 10वीं 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं इस वर्ष मार्च की बजाय फरवरी माह से ही शुरू हो जाएंगी। पर अब तक प्रदेश के कई जिलों में सिलेबस पूरा नहीं हुआ है। इस 20 दिसंबर माह में अर्धवार्षिक परीक्षाएं भी आयोजित की जानी थी। अब बोर्ड की वार्षिक परीक्षाओं को देखते हुए समय पर सिलेबस पूरा करने के लिए प्रदेश के कुछ जिलों में शीतकालीन अवकाश में भी कक्षाओं के संचालन किए जाएंगे। इसके लिए आदेश भी जारी किए गए हैं। मोहला– मानपुर– अंबागढ़ चौकी जिले के डीईओ ने इस संबंध में जिले के सभी शासकीय हाइस्कूलों और हायर सेकेंडरी स्कूलों के प्राचार्यों को खत प्रेषित किया है।
डीईओ द्वारा जारी आदेश के मुताबिक शीतकालीन अवकाश के दौरान पाठ्यक्रम पूरा करने के लिए अनिवार्य रूप से संचालित करने के निर्देश दिए गए हैं। डीईओ ने अपने आदेश में कहा है कि जिन हाईस्कूल और हायर सेकेंडरी स्कूलों में दसवीं एवं 12वीं बोर्ड परीक्षाओं का सिलेबस पूरा नहीं हुआ है उन्हें शीतकालीन अवकाश में विशेष कक्षाएं संचालित कर सिलेबस पूरा करवाना होगा। प्राचार्यों को निर्देश दिया गया है कि पाठ्यक्रम पूरा करने के लिए योजना निर्माण कर उनका क्रियान्वयन करें। इसके लिए टाइम टेबल तैयार कर कक्षा दसवीं एवं बारहवीं की विशेष कक्षाएं संचालित करें। उक्त टाइम टेबल एवं योजना के संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय को अवगत करवाने के भी निर्देश दिए गए हैं।
सिलेबस पूरा होने पर भी कराएंगे तैयारी
डीईओ द्वारा जारी निर्देश में कहा गया है कि जिन स्कूलों में उक्त कक्षाओं का पाठ्यक्रम पूरा हो चुका है वह इस दौरान पिछले 3 वर्षों के बोर्ड परीक्षा के प्रश्न पत्रों के आधार पर बोर्ड परीक्षा की तैयारी करना सुनिश्चित करेंगे। बता दे कि एसआईआर कार्य में अधिकांश शिक्षकों की ड्यूटी लगने के चलते अधिकतर स्कूलों में सिलेबस पूरा नहीं हो सका है।
राजधानी में होगी मॉनिटरिंग
राजधानी रायपुर में अर्द्धवार्षिक परीक्षाएं पूर्ण हो चुकी हैं। शीतकालीन अवकाश के बाद यहां के स्कूलों में परीक्षा परिणामों की मॉनिटरिंग की जाएगी। बोर्ड कक्षाओं के परिणाम और स्कूलों में पाठ्यक्रम की स्थिति के आधार पर आगे की योजना बनाई जाएगी। जहां पाठ्यक्रम पूर्ण नहीं हो सके हैं या जहां के परिणाम औसत से कम रहेंगे, वहां अतिरिक्त कक्षाएं संचालित होंगी। गौरतलब है कि जिले के छात्रों को बोर्ड परीक्षाओं की मेरिट लिस्ट में शामिल करने मिशन उत्कर्ष चलाया जा रहा है। इसके अंतर्गत ही कई तरह के प्रयोग इस बार किए जा रहे हैं।
इस वर्ष परीक्षाएं जल्द
गौरतलब है कि माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा वर्ष में दो बार परीक्षाएं आयोजित कराया जा रहा है। यह नियम बीते सत्र से लागू हो चुका है। मार्च-अप्रैल में आयोजित मुख्य परीक्षा में असफल होने वाले विद्यार्थियों के लिए दोबारा परीक्षा आयोजित कर जुलाई-अगस्त में एक और मौका दिया गया था। द्वितीय मुख्य परीक्षा समय पर आयोजित हो सके और इसमें उत्तीर्ण छात्रों को अगली कक्षा में प्रवेश के लिए पर्याप्त वक्त मिल सके, इसलिए माशिम इस बार परीक्षाएं जल्द आयोजित करा रहा है। मार्च में प्रारंभ होने वाली बोर्ड परीक्षाएं इस बार फरवरी से ही प्रारंभ हो जाएंगी। प्रायोगिक परीक्षाएं भी 10 जनवरी के स्थान पर एक जनवरी से ही शुरू हो रही है। यही कारण है कि जिलों में पाठ्यक्रम पूर्ण करने कवायद चल रही हैं।
