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CG School News: स्कूलों की नई समय सारणी जारी, शनिवार को होगा बैगलेस डे, सुबह 10ः15 से 11 बजे तक होगा योगाभ्यास, शिक्षक नेता ने किया विरोधा...

CG School News: छत्तीसगढ़ लोक शिक्षण संचालनालय ने स्कूलों की नई समय सारणी जारी की है। समय सारणी के अनुसार कक्षा 1 से 8वीं तक के विद्यालयों के लिए प्रत्येक माह द्वितीय एवं शनिवार को बैगलेस डे का आयोजन किया जाएगा।

CG School News: स्कूलों की नई समय सारणी जारी, शनिवार को होगा बैगलेस डे, सुबह 10ः15 से 11 बजे तक होगा योगाभ्यास, शिक्षक नेता ने किया विरोधा...
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By Sandeep Kumar

CG School News: रायपुरलोक शिक्षण संचालनालय ने स्कूलों की नई समय सारणी जारी की है। समय सारणी में शनिवार का दिन बच्चों के लिए बैगलेस डे घोषित किया गया है। इस दिन कक्षा 1 से 8वीं तक की कक्षाओं में पढ़ाई नहीं होगी बल्कि इस दिन सीखने-सीखने का अंदाज रोचक एवं नवचारी गतिविधियों से भरभूर होगा। बच्चे प्रत्येक शनिवार को बिना बस्ते के स्कूल आयेंगे।

बैगलेस डे को लेकर दिशा निर्देश

राज्य के समस्त शासकीय विद्यालयों में कक्षा 1 से 8 तक सप्ताह के प्रत्येक शनिवार को बैगलेस-डे होगा। इस दिन बच्चे बिना बस्ते के विद्यालय आएंगे इसका तात्पर्य कदापि यह नहीं है कि इस दिन कोई पढ़ाई नहीं होगी बल्कि इस दिन सीखने-सिखाने का अंदाज रोचक एवं नवाचारी गतिविधियों से भरपूर होगा। बैगलेस-डे में कराई जाने वाली गतिविधियाँ खेलकूद, योग, व्यायाम, पेंटिंग, आर्ट एवं क्राफ्ट, अभिनय, रंगोली, क्विज प्रतियोगिता, विभिन्न स्थानों का भ्रमण, पुस्तकालय एवं कम्प्यूटर संबंधी गतिविधि आदि है।

बैगलेड-डे का उद्देश्य

बैगलेस-डे में आयोजित गतिविधियों का मुख्य उद्देश्य बच्चों को तनाव रहित, भय रहित वातावरण में देश, राज्य, स्थानीय कला एवं संस्कृति परम्पराओं, खेलों, (योग/व्यायाम) महापुरुष की जयंतियाँ, ऐतिहासिक तिथियाँ, पुस्तकालय एवं कम्प्यूटर की जानकारी से अवगत कराना है ताकि बच्चे देश व राज्य की परम्पराओं के बारे में खेल, गीत, अभिनय, रोल प्ले एवं कलाकृतियाँ आदि के माध्यम से जान सके और अपनी अभिव्यक्ति दे सकें।

बैगलेड-डे हेतु आवश्यक निर्देश

1. प्रति शनिवार को बैगलेस डे होगा। इस दिन सभी बच्चे बिना बस्ते के आएंगे।

2. परिषद् द्वारा बैगलेस-डे हेतु माहवार प्रत्येक शनिवार की गतिविधियाँ परिषद् द्वारा तैयार कर एससीईआरटी की वेबसाइट https://www.scert.cg.gov.inपर अपलोड की गई है।

3. बैगलेस-डे की गतिविधियाँ NEP-2020 के सिद्धांतों पर आधारित है। इस हेतु प्रत्येक माह के प्रत्येक शनिवार के लिए कुछ थीम निर्धारित किए गए है। जैसे-जयंती, त्योहार, विशेष दिवस, आदि। इन अवसरों पर स्थानीय वक्ता / विषय के जानकार / कलाकारों को आमंत्रित करें।

4. बैगलेस-डे हेतु प्रत्येक माह के सभी शनिवारों के लिए जो थीम निर्धारित किये गए है, उसमें परिवर्तन नहीं किया जाएं। किन्तु गतिविधियों में आवश्यकतानुसार परिवर्तन किया जा सकता है।

5. गतिविधियाँ स्थानीय उपलब्ध संसाधनों के आधार पर कराई जाएं और पूर्व तैयारी के लिए बच्चों को पहले से निर्देश दें ताकि गतिविधियों का संचालन प्रभावी ढंग से किया जा सकें।

6. कुछ गतिविधियों के लिए वीडियो/ऑडियो लिंक दिए गए हैं, जिसका उपयोग आवश्यकतानुसार किया जा सकता है।

7. यदि माह में स्थानीय पर्व / मेला/जयंती पड़ रही हो, तो उसका भी समावेश करें।

8. बैगलेस-डे में कक्षा के सभी बच्चों की सहभागिता सुनिश्चित करें।

9.थीम अनुसार शिक्षक अपने विद्यालय में वरिष्ठजन / स्थानीय कलाकार / डॉक्टर को आमंत्रित कर बच्चों से चर्चा करवाएं एवं उन्हें बच्चों को सिखाने कहें।

10. बैगलेस-डे की गतिविधियाँ 3 स्तरों पर तैयार की गई है-

(1) फाउंडेशनल स्तर

कक्षा 1 एवं 2

(2) प्रिपरेटरी स्तर

कक्षा 3 से 5

(3) मिडिल स्तर

कक्षा 6 से 8

11. प्रत्येक माह के द्वितीय एवं चतुर्थ शनिवार बैगलेस-डे रहेगा

प्रथम कालखंड - आकलन

द्वितीय कालखंड - कला शिक्षा

तृतीय कालखण्ड - ICT

चतुर्थ, पंचम एवं षष्ठम् कालखण्ड बैगलेस-डे गतिविधि/व्यावसायिक शिक्षा

सप्तम कालखण्ड शारीरिक शिक्षा और आरोग्य (योग / व्यायाम /खेल)

बैगलेस-डे गतिविधि/व्यावसायिक शिक्षा हेतु निम्न गतिविधियां करायी जाएगी

प्रथम कालखंड में जानकारी एवं बातचीत

द्वितीय कालखंड में करके सिखना

अंतिम कालखण्ड में सृजन की गई चीजों का प्रदर्शन

12. बच्चों द्वारा प्रदर्शित गतिविधियों, खेलों, सृजित सामग्रियों का उत्साहवर्धन करें तथा समयानुसार पालक / विभाग के अन्य अधिकारियों को भी आमंत्रित करें।

13. जिले से संबंधित अधिकारी मॉनिटरिंग के दौरान कैलेण्डर अनुसार दी गई गतिविधियों का अवलोकन करें।

14. गाँव/समाज के गणमान्य नागरिकों को आमंत्रित कर माह के किसी भी शनिवार को न्योता भोज करया जा सकता है।

15. कक्षा 6 से 8 में 10 शनिवार व्यावसायिक शिक्षा के अंतर्गत मोटर, गैरेज, डेयरी फार्म, बैंक आदि स्थानों का भ्रमण रखा गया है। ये गतिविधियाँ सुझावात्मक है शिक्षक अपने स्तर पर भी गतिविधियाँ करा सकते हैं किन्तु थीम को न बदला जाए ताकि पूरे राज्य में एक रूपता बनी रहें। उक्त गतिविधियों के माध्यम से विद्यार्थियों के रचनात्मक कौशलों का विकास होता है जो बच्चों के संपूर्ण विकास (360° डिग्री) में सहायक है। इससे संबंधित विस्तृत गाइडलाइन संलग्न है।

बैकलेस डें का छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन ने किया विरोध

अब बैकलेस डें को लेकर छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन ने जमकर विरोध किया है। टीचर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा ने कहा कि छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा ने लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा जारी नए समय सारिणी में शनिवार की शाला संचालन का समय सुबह 10 बजे से 04 बजे तक किए जाने पर विरोध दर्ज करते हुए कहा कि शनिवार को एक पाली शाला का संचालन पूर्व की भांति प्रातः 7:30 से 11:30 तक किया जाए।

उन्होंने कहा कि एक परिसर की शाला के लिए अत्यंत अव्यवहारिक व आपत्तिजनक टाइमटेबल है। शनिवार को स्कूल में योगाभ्यास का यह समय कैसे तय हुआ? एक दिन प्रातः कालीन स्कूल समय सार्थक व रुचिकर होता है, नए निर्देश व टाइमटेबल से भ्रम की स्थिति निर्मित हुई है।


शनिवार प्रातः स्कूल होने से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजना "करे योग - रहे निरोग" की सुचारू एवं लाभदायक संचालन होता है। 10 बजे से शाला संचालित करने पर बच्चे योगाभ्यास से दूर हो जाएंगे, प्रातःकालीन समय व्यायाम, योगाभ्यास, खेलकूद के लिए प्रासंगिक ही नही होता है वरन स्वस्थ्य जीवन के लिए अति श्रेयस्कर होता है।


छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष संजय शर्मा, प्रदेश संयोजक सुधीर प्रधान, वाजिद खान, प्रदेश उपाध्यक्ष हरेंद्र सिंह, देवनाथ साहु, बसंत चतुर्वेदी, प्रवीण श्रीवास्तव, शैलेंद्र यदु, डॉक्टर कमल वैष्णव, प्रदेश सचिव मनोज सनाढ्य, प्रदेश कोषाध्यक्ष शैलेंद्र पारीक ने कहा है कि इसी प्रकार नई समय सारिणी में प्राथमिक एवं माध्यमिक शाला के बच्चों को प्रधानमंत्री पोषण योजना के तहत मध्यान्ह भोजन खिलाया जाता है जिसका समय सभी शालाओं में 1:10 बजे हुआ करता था जिसे बदलकर प्राथमिक शालाओं के लिए 1:45 बजे से कर दिया गया है जबकि माध्यमिक शालाओं के बच्चों को पूर्व की भांति 1:10 बजे ही मध्यान्ह भोजन दिया जाएगा।


संजय शर्मा ने कहा है कि एक परिसर की शाला में यह अत्यंत अव्यवहारिक व आपत्तिजनक है, मिडिल स्कूल के अपेक्षाकृत बड़े बच्चे पहले मध्यान्ह भोजन करेंगे, तब तक टाइमटेबल के अनुसार छोटे बच्चे इंतजार करेंगे, उसके बाद उसी परिसर के प्रायमरी के छोटे बच्चे मध्यान्ह भोजन प्राप्त करेंगे, प्राथमिक शाला के नन्हे बच्चों को लगभग 45 मिनट अतिरिक्त समय तक भूखा रखने का कोई विशेष कारण समझ नही आता है।


छतीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन ने शनिवार के विद्यालयीन समय को पूर्ववत प्रातः 7.30 से 11.30 बजे तक रखने की मांग किया है।


संजय शर्मा ने कहा, लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा जारी समय सारिणी व निर्देश में भ्रम की स्थिति है, बैगलेस डे के विस्तृत दिशा निर्देश में प्रति शनिवार छात्र छात्राओं के लिए बैगलेस डे रहेगा ऐसा बताया गया गया है जबकि समय सारिणी जो प्राथमिक, माध्यमिक शालाओं के लिए अलग अलग बनाई गई है उसमें प्रथम व तृतीय शनिवार को सामान्य दिनों की तरह कक्षाएं लगेंगी एवं द्वितीय व चतुर्थ शनिवार को बैगलेस डे रहेगा ऐसा लिखा गया है। इस प्रकार विभाग द्वारा शिक्षकों में भ्रम की स्थिति उत्पन्न की जा रही है।


Sandeep Kumar

संदीप कुमार कडुकार: रायपुर के छत्तीसगढ़ कॉलेज से बीकॉम और पंडित रवि शंकर शुक्ल यूनिवर्सिटी से MA पॉलिटिकल साइंस में पीजी करने के बाद पत्रकारिता को पेशा बनाया। मूलतः रायपुर के रहने वाले हैं। पिछले 10 सालों से विभिन्न रीजनल चैनल में काम करने के बाद पिछले सात सालों से NPG.NEWS में रिपोर्टिंग कर रहे हैं।

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