CG School News: परीक्षा परिणाम के बाद विद्यार्थियों में तनाव दूर करने वेबीनार, क्लीनिकल मनोवैज्ञानिक व करियर काउंसलर ने दिए टिप्स
CG School News: छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल की अध्यक्ष रेणु जी पिल्लै ने कहा कि बोर्ड परीक्षाओं के समय अधिकांश छात्र तनाव का सामना करते हैं किंतु कुछ छात्रों में तनाव बहुत अधिक होता है। ऐसे तनाव ग्रस्त विद्यार्थियों की पहचान कर उनमें आशावादी सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाने की सीख दी जा सकती है

CG School News: रायपुर l परीक्षा परिणाम पश्चात विद्यार्थियों एवं पालकों में तनाव प्रबंधन हेतु वेबीनार का आयोजन एससीईआरटी व माध्यमिक शिक्षा मंडल के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित किया गया। वेबीनार को संबोधित करते हुए छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल की अध्यक्ष रेणु जी पिल्लै ने कहा कि बोर्ड परीक्षाओं के समय अधिकांश छात्र तनाव का सामना करते हैं किंतु कुछ छात्रों में तनाव बहुत अधिक होता है। ऐसे तनाव ग्रस्त विद्यार्थियों की पहचान कर उनमें आशावादी सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाने की सीख दी जा सकती है। हमें शिक्षक व अभिभावक के माध्यम से ऐसे बच्चों की पहचान कर उनमें सकारात्मक दृष्टिकोण का संचार करना है। वेबीनार में दिए गए अनुभवों के आधार पर हम प्रदेश के अधिक से अधिक विद्यार्थी वह पालकों तक इन बातों को परीक्षा परिणाम से पूर्व पहुंचाएं।
वेबीनार में छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल की सचिव पुष्पा साहू भी विशेष रूप से उपस्थित थी वेबीनार के प्रारंभ में scert के अपर संचालक जेपी रथ ने वेबीनार का उद्देश्य वह इसकी आवश्यकता बताई। रथ ने कहा कि मंडल की अध्यक्ष की मंशा अनुसार पूरे प्रदेश के शिक्षकों व पालकों का ध्यान ऐसे संवेदनशील विषय में केंद्रित करना है ताकि हम परीक्षा परिणाम पश्चात संभावित घटनाओं को रोक सके परीक्षा परिणाम के प्रति बच्चों की शारीरिक मानसिक व भावनात्मक लक्षण को पहचान कर हमें उनका निष्पक्ष मार्गदर्शन किया जाना आवश्यक है जिससे कि बेहतर संवाद कौशल के द्वारा हम परिवार व विद्यालय के वातावरण को अनुकूल बना सके।
सहायक प्राध्यापक प्रीति शुक्ला द्वारा पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के द्वारा परामर्श कौशल व दक्षता विकास के संबंध में तथा मंडल द्वारा बोर्ड परीक्षाओं में वर्ष में दो बार अवसर प्रदान किए जाने की बात कही। पंडित जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज की नैदानिक मनोवैज्ञानिक(clinical psychologist) डॉ प्रीति सिंह द्वारा परीक्षा परिणाम हेतु तनाव प्रबंधन के विषय में विस्तार से बताया गया उन्होंने 3 आर (आर आर आर) अर्थात रिस्क रिएक्शन रिकरेक्टिंग सिद्धांत का उपयोग कर शिक्षकों व अभिभावकों को विद्यार्थियों को तनाव मुक्त करने पर बोल दिया उन्होंने बालको से बच्चों की असफलता को स्वीकार कर शांतिपूर्वक रिएक्ट करने की सलाह दी। उन्होंने यह भी परामर्श दिया कि परीक्षा में असफल व्यक्ति जो जीवन में सफलता प्राप्त किए हैं ऐसे व्यक्तियों की सफलता की कहानी हमें बच्चों को लगातार सुननी चाहिए।
करियर चयन संबंधी करियर काउंसलर डॉ वर्षा वरवडकर द्वारा करियर के विभिन्न क्षेत्रों की जानकारी देते हुए सामान्य छात्रों के अतिरिक्त दिव्यांग छात्रों के विषय में शिक्षकों से विचार करने की अपील की गई उन्होंने करियर चुनाव में नॉलेज स्किल इंटरेस्ट वह एप्टीट्यूड KSIA पद्धति का अनुसरण करने की सलाह दी स्टेट मीडिया सेंटर के नोडल अधिकारी प्रशांत पांडेय ने कहा कि शिक्षा को जिंदगी से जोड़िए परीक्षा से नहीं परीक्षा के गलियारे से बाहर भी बहुत बड़ी दुनिया होती है बच्चों की प्रतिभा व सामर्थ को पहचाने हर व्यक्ति में कुछ और साधारण जरूर होता है उन्होंने डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम थॉमस एडिसन व आईपीएल के उभरते सितारे 14 वर्षीय वैभव सूर्यवंशी का भी उदाहरण दिया। वेबीनार में उपसचिव जे के अग्रवाल व वापुस्तमा चंदेल व भास्कर देवांगन सहित प्रदेश के विभिन्न संभागों के संयुक्त संचालक जिला शिक्षा अधिकारी डायट प्राचार्य स्कूलों के प्राचार्य व शिक्षक गण विशेष रूप से उपस्थित थे l वेबीनार का संचालन व आभार प्रदर्शन प्रशांत पांडेय के द्वारा किया गया।
