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CG Sarswati School: प्राइवेट स्कूलों ने हाथ खड़ा किया, सरस्वती शिशु मंदिर ने 50 हजार विद्यार्थियों के हित में लिया बड़ा फैसला

CG Sarswati School: छत्तीसगढ़ के 1300 प्राइवेट स्कूल मालिकों ने सीजी बोर्ड की मान्यता लेकर सीबीएसई की पढ़ाई के नाम पर पालकों से करोड़ों रुपये की वसूली कर ली और पांचवीं व आठवीं की केंद्रीकृत परीक्षा लेने से हाथ खड़े कर दिए। स्कूल शिक्षा विभाग ने दबाव बनाया तो हाई कोर्ट में याचिका दायर कर दी और अपनी विवशता बता दी। इन प्राइवेट स्कूल मालिकों के सामने सरस्वती शिशु मंदिर विद्यालय प्रबंधन ने एक अनूठा उदाहरण पेश किया है। सरस्वती शिशु मंदिर विद्यालय प्रबंधन ने पांचवीं और आठवीं की केंद्रीकृत परीक्षा में शामिल होने का निर्णय लिया है।

CG Sarswati School: प्राइवेट स्कूलों ने हाथ खड़ा किया, सरस्वती शिशु मंदिर ने 50 हजार विद्यार्थियों के हित में लिया बड़ा फैसला
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By Radhakishan Sharma

CG Sarswati School: रायपुर। सरस्वती शिशु मंदिर विद्यालय प्रबंधन का कहना है कि राज्य शासन ने बच्चों की भविष्य की चिंता करने के साथ ही शिक्षा के स्तर को बढ़ावा देने के लिए यह निर्णय लिया है। सरकार के निर्णय में बराबर की भागीदारी निभाएंगे। विद्यालय प्रबंधन का कहना है कि बच्चों का उज्ज्वल भविष्य हमारी पहली प्राथमिकता है।

बता दें कि शैक्षणिक गुणवत्ता के लिए सरस्वती शिशु मंदिर का प्रदेश में अपना अलग स्थान है। प्रतिवर्ष 10वीं व 12वीं बोर्ड की मेरिट लिस्ट में यहां के विद्यार्थियों का महत्वपूर्ण स्थान रहता है। सरस्वती शिशु मंदिर विद्यालय के सचिव संजय जोशी का कहना है कि परीक्षा से पलायन, विद्यार्थियों को कमजोर बनाएगा। हमारा संस्थान ऐसे होने नहीं देगा।

विद्यार्थियों को उत्कृष्ट शिक्षा के साथ-साथ संस्कार एवं भारतीय संस्कृति के लिए प्रसिद्ध प्रदेश के सरस्वती शिशु मंदिर विद्यालयों ने स्कूल शिक्षा विभाग छत्तीसगढ़ शासन द्वारा 15 वर्षों बाद आयोजित की जा रही 5वीं व 8वीं बोर्ड परीक्षा में शामिल होने का एक बड़ा निर्णय लिया है। वर्ष 2009 में नि:शुल्क एवं अनिवार्य शिक्षा का अधिकार कानून RTE लाूग होने के बाद 5वीं व 8वीं बोर्ड परीक्षा बंद कर दी गई थी।

केन्द्र सरकार ने बीते दिनों शिक्षा के अधिकार अधिनियम में संशोधन कर 5वीं व 8वीं बोर्ड परीक्षा फिर से आयोजित करने की अनुमति दे दी है। इस संशोधन के आधार पर स्कूल शिक्षा विभाग ने बीते दिनों 5वीं व 8वीं बोर्ड परीक्षा लेने का आदेश जारी किया है।

इस निर्णय के विरुद्ध प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन व पालक संघ ने हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी।हाई कोर्ट ने प्रदेश के निजी विद्यालयों को स्कूल शिक्षा विभाग की 5वीं व 8वीं बोर्ड परीक्षा से मुक्त रखने का आदेश दिया है। हाई कोर्ट ने यह भी विकल्प दिया कि इच्छुक निजी विद्यालय चाहे तो 5वीं/8वीं बोर्ड परीक्षा में शामिल हो सकते हैं।

0 विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य के क्षेत्र में एक बड़ा निर्णय

सरस्वती शिशु मंदिर विद्यालय का मानना है कि केन्द्र सरकार एवं प्रदेश सरकार का 5वीं/8वीं बोर्ड परीक्षा आयोजित करना शालाओं की शैक्षणिक गुणवत्ता एवं विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य के क्षेत्र में एक बड़ा निर्णय है। इस निर्णय का स्वागत करते हुए सरस्वती शिशु मंदिर विद्यालय देवेंद्र नगर रायपुर के सचिव संजय जोशी ने कहा कि परीक्षा तो व्यक्ति के सम्पूर्ण जीवन का आधार होती है, इससे पलायन करने से विद्यार्थी कमजोर होंगे।

संजय जोशी ने कहा कि परीक्षा तो विद्यार्थियों की मेहनत एवं उनकी शैक्षणिक प्रतिभा का प्रदर्शन है। इसीलिए पूरे उत्साह और आनंद के साथ हम 5वीं/8वीं बोर्ड परीक्षा का स्वागत करते हैं। सरस्वती शिशु मंदिर विद्यालय के विद्यार्थी पूरे आनंद के साथ इस परीक्षा पर्व को मनाएंगे।


संजय जोशी के अनुसार सरस्वती शिशु मंदिर के छत्तीसगढ़ के स्कूलों में 5वीं, 8वीं के करीब 50 हजार छात्र, छात्राएं पढ़ते हैं. ये सब परीक्षा देंगे. जबकि प्राइवेट स्कूल परीक्षा कराने से हाथ खड़ा कर दिए हैँ.

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