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CGPSC 2021 Result: मम्मी-पापा का सपना पूरा करने टॉपर बहन से प्रेरणा ले गरिमा हुई पीएससी सलेक्ट, लैब टेक्नीशियन के बेटे ने इंटरव्यू में छतीसगढ़ी बोल पाई सफलता

CGPSC 2021 Result: मम्मी-पापा का सपना पूरा करने टॉपर बहन से प्रेरणा ले गरिमा हुई पीएससी सलेक्ट, लैब टेक्नीशियन के बेटे ने इंटरव्यू में छतीसगढ़ी बोल पाई सफलता
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By Gopal Rao

CG PSC 2021 Results: रायपुर। आज हम आपको ऐसी दो शख्सियतों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंने कल जारी हुए पीएससी के नतीजों में अधीनस्थ लेखा सेवा अधिकारी के पदों पर कब्जा जमाया हैं। बिलासपुर की गरिमा तिवारी को नतीजों में 76 तो वही राजनांदगांव के लिए लिलेश कुमार देवांगन को 80 रैंक मिला है। दोनों को अधीनस्थ लेखा सेवा अधिकारी के पद मिले हैं।

बिलासपुर की रहने वाली गरिमा तिवारी का मूल गांव तखतपुर के पास राजपुर है। उनकी सफलता से उनके परिवार के अलावा उनके ग्रामवासी भी गौरवान्वित हैं। यहां यह बता दें कि गरिमा की बड़ी बहन स्निग्धा तिवारी भी 2014 की पीएससी की सेकंड टॉपर रहीं थी। और वर्तमान में वह सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के बिलाईगढ़ में एसडीएम के पद पर तैनात है। स्निग्धा ने पहले बीडीएस की पढ़ाई की फिर डीएसपी के पद के लिए सिलेक्ट हुई। इसकी ट्रेनिंग करते-करते उनका चयन एसडीएम के पद हेतु हो गया। उनकी छोटी बहन गरिमा तिवारी को भी इस वर्ष पीएससी में सफलता मिली है।

गरिमा के पिता प्रदीप तिवारी खेती बाड़ी का काम करते हैं। वही उनकी मां पुष्पा शर्मा मस्तूरी ब्लॉक के ढेंका शासकीय स्कूल में शिक्षिका थी। जिनका प्रधान पाठक पर वर्तमान में प्रमोशन होने के बाद बिल्हा ब्लॉक के शासकीय हिर्री स्कूल में पोस्टिंग मिला है। गरिमा से बड़ी उनकी एक दीदी स्निग्धा है। वही एक छोटा भाई है वह भी परीक्षा की तैयारी कर रहा है। मम्मी की नौकरी के चलते गरिमा बचपन में पेंड्रा में रहीं थी। उन्होंने आठवीं तक की शिक्षा सरस्वती शिशु मंदिर पेंड्रा से ली। जिसके बाद वह बिलासपुर आ गई। यहां लिंक रोड स्थित सेंट जोसेफ हायर सेकेंडरी स्कूल से उन्होंने 12वीं तक की शिक्षा ग्रहण की। दसवीं में उनका 84% रहा, इस तरह 12वीं बोर्ड में गणित विषय लेकर उन्होंने 81% अंक अर्जित किए। जिसके बाद उन्होंने चौकसे इंजरिंग कॉलेज से इलेक्ट्रॉनिक्स एंड टेलीकम्युनिकेशन ब्रांच से बीई किया। 2015 में इंजीनियरिंग की डिग्री लेने के बाद गरिमा ने मीडिया क्षेत्र में भी कार्य किया। वे 1 वर्ष तक नवभारत दैनिक अखबार के द्वारा चलाए जा रहे यूथ डेस्क में कार्यरत रही। फिर माता-पिता के सपनों को पूरा करने के लिए उन्होंने पीएससी की तैयारी शुरू कर दी।

गरिमा बताती हैं कि उनके माता पिता का सपना था कि वह पीएससी सेलेक्ट हो। साथ ही बड़ी बहन स्निग्धा के स्टेट में सेकंड टॉपर रहने से भी उन्हें काफी प्रेरणा मिली और जोर शोर से उन्होंने तैयारी शुरू कर दी। पीएससी पहला प्रयास उन्होंने 2017 में दिया। जिसमें प्री निकालकर वह मेंस तक पहुंची। पर मेंस एग्जाम नहीं निकल पाया। गरिमा ने इसके लिए कुछ समय तक कोचिंग भी किया। उसके बाद सेल्फ स्टडी करने लगी। और स्टडी में उन्हें उनकी दीदी का सहयोग भी निरंतर मिलता रहा। जिसके बाद 2018 पीएससी में उनका प्री नहीं निकल पाया। 2019 के पीएससी फिर से वे मेंस तक पहुंची। 2020 पीएससी में फिर से वह कुछ अंकों से प्री क्वालीफाई करने से चूक गई। जिसके बाद उन्होंने अपनी दीदी से डिस्कशन कर तैयारी की रणनीति बदली और जमकर मेहनत की। मेहनत का नतीजा यह रहा कि 2021 पीएससी में गरिमा पहली बार ही इंटरव्यू में पहुंची और अधीनस्थ लेखा सेवा के लिए चुनी गई। हालांकि गरिमा का मानना है कि अभी तो यह राहें हैं मंजिल अभी मिली नहीं और वह बड़ी पोस्ट के लिए फिर से परीक्षा दिलाना चाहती हैं। उन्होंने कई टेस्ट सीरीज भी दिलाये थे। उनका छोटा भाई भी दोनो बड़ी बहनों की तरह पीएससी की तैयारी कर रहा है।

गरिमा की सफलता पर उनकी दीदी स्निग्धा भी भावुक हो उठी और उन्होंने काफी सालों बाद खुशी के आंसू देने के लिए गरिमा को शाबाशी दी। साथ ही उनकी मां पुष्पा तिवारी ने उन्हें सफलता के लिए बधाई देते हुए आगे बढ़ने के लिए उनकी हौसला अफजाई की। उनकी हौसला अफजाई में उनकी मां ने चंद शब्द भी कहे जो यह है...

"ये तो रास्ता है ... मंजिल तो कुछ और ही है...अब तो रास्ता भी खूबसूरत... और मंजिल भी..

बहुत बहुत बधाई और आशीर्वाद"

गरिमा से इंटरव्यू में पूछे गए प्रश्न:-

गरिमा चूंकि रष्ट्रीय सेवा योजना में से जुड़ी है लिहाजा उसमे उनके द्वारा किये गए क़ाम, लक्ष्य, व गांवों की समस्याओं के बारे में पूछते हुए पूछा गया कि एसडीएम बनेंगी तो गांवो की समस्याओं को कैसे सुलझायेंगी। साथ ही यदि आप डीएसपी बनी तो महिला के ससुराल में उत्पीड़न पर प्रताडना की एफआईआर किस धारा में करेंगी। फोर जी व फाइप जी मे अंतर व भारत मे 5 जी लांच होने की तिथि,वोकल म्यूजिक के बारे में प्रश्न पूछा गया। साथ ही छतीसगढ़ में महिलाओं के शराब पीने के मामले में विचार पूछा गया। साथ ही दल बदल के प्रावधान व वर्तमान में किन किन राज्यों में दल बदल का मामला चल रहा है पुछा गया। नक्सल समस्या का निदान पूछा गया।

वही राजनांदगांव के लिलेश देवांगन को 80 वा रेंक मिला है। उनके पिता शत्रुहन लाल देवांगन राजनांदगांव के गवर्नमेंट दिग्विजय कॉलेज में लैब टेक्नीशियन है। व मां रामकली देवांगन गृहणी है। नीलेश से छोटी एक बहन है। जो शिक्षक भर्ती परीक्षा की तैयारी कर रही है। लिलेश ने जैन शिक्षा मंदिर राजनांदगांव से स्कूलिंग की है। उनका 10th में 81% व 12th में 77% है। ट्वेल्थ उन्होंने मैथ्स लेकर पास किया है। जिसके बाद गवर्नमेंट दिग्विजय कॉलेज राजनंदगांव से फिजिक्स,, केमेस्ट्री, मैथ्स से बीएससी किया है। उनके 71.33% रहे हैं। उसी कॉलेज से फिर दिग्विजय ने एमएससी फिजिक्स किया है। जिसमें उन्हें 81% अंक मिले हैं। 2014 में बीएससी पास आउट हुए हैं और 2016 में एमएससी पास आउट हुए। उन्होंने शुरू से पीएससी में जाना सोच रखा था। जिसके लिए उन्होंने दिल्ली आईएएस एकेडमी बिलासपुर से मेंस की तैयारी की। फिर सेल्फ डिपेंडेंट होने के लिए राजनांदगांव की उड़ान आईएएस में डेढ़ साल तक के शिक्षक के रूप में सेवाएं दी। फिर पिछले 20 दिनों से भिलाई के दिल्ली आईएएस एकेडमी में फैकल्टी मेंबर के रूप में सेवा दे रहे हैं।

लिलेश ने अपना पहला अटेंप्ट 2017 में दिलाया जिसमें उनका प्रीलिम्स क्लियर नहीं हुआ। 2018 में दूसरा प्रयास दिलाया जिसमें मेंस तक पहुंचे। फिर 19,20, 21 यूपीएससी में इंटरव्यू तक पहुंचे। 19 में उनका 288 रेंक था व 2020 में उनका 185 रेंक था। पर उन्हें पोस्ट नहीं मिल पाया। 2021 पीएससी में उनका 80 रेंक आया है। नीलेश की सफलता का मूल मंत्र है कि जो पढ़ा जाए उसे बार-बार रिवीजन किया जाए और आंसर राइटिंग की प्रैक्टिस की जाए। निलेश एक बुक को बार-बार रिवाइस करने की सलाह देते हैं।

लिलेश का इंटरव्यू सविता उईके मैडम के बोर्ड में पड़ा था। लगभग 30 मिनट चले इंटरव्यू में उनसे 35 से 40 प्रश्न पूछे गए थे। जिनमें अधिकांश बातें उनसे छत्तीसगढ़ी में हुई थी। जिसके अलावा उनसे फिजिक्स सब्जेक्ट का होने के चलते नोबेल पुरस्कारों के बारे में पूछा गया था। साथ ही राज्य में नक्सलवाद रोकने व शराबबंदी के लिए क्या कदम उठाए जा सकते हैं इस पर जानकारी मांगी गई थी। इंटरव्यू में उन्हें 100 अंक व मेंस में 672 अंक मिले हैं।

Gopal Rao

गोपाल राव रायपुर में ग्रेजुएशन करने के बाद पत्रकारिता को पेशा बनाया। विभिन्न मीडिया संस्थानों में डेस्क रिपोर्टिंग करने के बाद पिछले 8 सालों से NPG.NEWS से जुड़े हुए हैं। मूलतः रायपुर के रहने वाले हैं।

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