CG प्राचार्य की हत्या: गर्लफ्रैंड को परेशान करने पर घर में घुस कर प्राचार्य की युवक ने की हत्या
बिलासपुर। छतीसगढ़ की न्यायधानी बिलासपुर में प्राचार्य की हत्या कर दी गई। आरोपी ने प्रिंसिपल के घर में घुसकर हथौड़ी और ब्लेड से गला रेतकर उन्हें मौत के घाट उतार दिया। घटना के दौरान प्राचार्य की पत्नी ऊपर के कमरे में सो रही थी। फिलहाल पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। घटना तारबाहर थाना क्षेत्र की है।
दरअसल, प्रिंसिपल प्रदीप श्रीवास्तव की गुरुवार रात 11 बजे घर के बाउंड्री बाल के अंदर पोर्च में किसी ने सर में हमला कर ब्लेड से गला रेतकर हत्या कर दी। प्रिंसिपल के चिंखने की आवाज सुनकर पड़ोसी मौके पर पहुंचे। प्राचार्य खून से लथपथ पड़े हुए थे, जिसके बाद पड़ोसियों ने इसकी सूचना पत्नी अनिता श्रीवास्तव को दी।
घटना के समय घर की ऊपरी मंजिल में वो सो रही थी। प्रदीप श्रीवास्तव का घर दो मंजिला है। जिसमे शिक्षक दंपति व उनके बच्चो का कमरा ऊपरी मंजिल में ही है। हालांकि उनके बच्चे अभी बाहर पढ़ रहे हैं।
घटना की सूचना मिलते ही एडिशनल एसपी राजेंद्र जायसवाल, सिविल लाइन सीएसपी संदीप पटेल, तारबाहर थाना प्रभारी मनोज नायक, सिविल लाइन थाना प्रभारी परिवेश तिवारी मौके पर पहुंचे।
पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेजकर आशंका व्यक्त की कि जमीन विवाद के चलते काठाकोनी निवासी चिंटू गुप्ता से घटना को अंजाम दिया होगा। पूछताछ में वह हत्या करने या करवाने से इंकार करता रहा। इधर पुलिस हत्या के आरोपी को तलाश कर ही रही थी कि हत्यारा खुद ही सरेंडर करने पुलिस के पास पहुँच गया। सिरगिट्टी थाना क्षेत्र के हरदीकला निवासी उपेंद्र कौशिक (24) पिता विश्राम कौशिक ने पुलिस को बताया की प्रदीप श्रीवास्तव उसकी गर्लफ्रैंड को परेशान करता था। इसलिए गुस्से में आकर प्रदीप श्रीवास्तव के घर जाकर उसकी हत्या कर दी। उपेंद्र कौशिक बिलासपुर के सरकंडा थाना क्षेत्र के जोरापारा में रूम किराया लेकर रहता था।
प्रदीप श्रीवास्तव (62) बिलासपुर के पचपेढ़ी हायर सेकेंडरी स्कूल में प्राचार्य के पद पर पदस्थ थे। पूर्व में वो 6 साल तक बिलासपुर में जिला प्रौढ़ शिक्षा अधिकारी के पद पर पदस्थ थे। उनकी पत्नी अनिता श्रीवास्तव भी रायपुर रोड के परसदा बोडति हायर सेकेंडरी स्कूल में प्राचार्या है। वह भी पहले जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में सहायक संचालक रह चुकी है। प्रदीप श्रीवास्तव तारबाहर थाना क्षेत्र के लिंक रोड में यश बैंक के पीछे स्थित गली में डॉक्टर जीबी सिंह क्लिनिक के आगे रहते थे। तीन माह बाद मार्च 2022 में ही प्रदीप श्रीवास्तव का रिटायरमेंट होने वाला था। घर मे दो ही सदस्य रहते थे। शिक्षक दंपत्ति की संतान बाहर रह कर उच्च शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं।
मृतक पूर्व छात्रा का था लोकल गार्जियन
मृतक पूर्व में जांजगीर जिले के मालखरौदा ब्लॉक ( वर्तमान में सक्ति जिला) के सकर्रा स्कूल में पोस्टेड रहे थे। जहां स्कूल में पढ़ने वाली उनकी एक पूर्व छात्रा ने पिछले वर्ष 2021 में बिलासपुर के सीएमडी कॉलेज में प्रवेश लिया था। तब तक प्रदीप श्रीवास्तव भी बिलासपुर जिले में ट्रांसफर होकर आ गए थे। पुरानी जान पहचान के चलते छात्रा के पालक ने अपनी बेटी का बिलासपुर में पढ़ाई के दौरान बतौर लोकल गार्जियन ख्याल रखने के लिए प्रदीप श्रीवास्तव को कहा था। आरोपी उपेंद्र कौशिक भी सीएमडी का छात्र रहा था। उसकी दोस्ती कालेज के दौरान छात्रा से हो गई थी। उसे अपनी गर्लफ्रैंड का प्रिंसिपल प्रदीप श्रीवास्तव से मिलना व बात करना पसंद नहीं था। प्रदीप श्रीवास्तव से आरोपी को उसकी गर्लफ्रेंड ने ही अपना भाई बताकर मिलवाया था। आरोपी मंगलवार को अपनी गर्लफ्रेंड के गांव भी पहुँच गया था और उसके पिता को छात्रा व प्रिंसिपल के संबंधों के बारे मे उल्टी सीधी बात बोलकर भड़का कर अपनी ही बाइक में बैठाकर ले आया था। पर सच्चाई सामने आते ही उसकी गर्लफ्रेंड के पिता वापस चले गए थे। अपनी चाल कामयाव न होता देख आरोपी और भी अधिक बौखला गया था।
आरोपी एमएससी फिजिक्स
आरोपी ने एमएससी फिजिक्स किया था। जिसके बाद वह पेटीएम में सेल्स एक्जक्यूटिव का काम करता था। कुछ दिनों पहले उसकी गर्लफ्रेंड की बहन का जन्मदिन था। जिसके सेलिब्रेशन के लिए उसने सीएमडी कॉलेज के ही एक प्रोफेसर के घर चोरी की घटना को अंजाम देते हुए रसोई के सामान, आटा व दाल आदि को पार कर दिया था। पर बाद में प्रार्थी के द्वारा समझौता हो जाने के चलते एफआईआर दर्ज नही करवाई। बताया जाता है कि जिस प्रोफेसर के घर चोरी की गई थी उस प्रोफेसर को इसकी भनक लग गयी थी। जिसके बाद आरोपी उपेंद्र ने नुकसान की भरपाई कर एफआईआर दर्ज न करवाने के लिए समझौता कर लिया था।
हत्या से पहले खरीदी हथौड़ी
आरोपी उपेंद्र ने हत्या वाली शाम ही (गुरुवार) को शनिचरी रपटा के दुकान से घटना को अंजाम देने के लिए हथौड़ी खरीदी थी। अपनी काली कलर के स्टेनर गाड़ी में वहां पहुँचा था। गली के बाहर मेन रोड में स्थित पूमा शूज शो रूम के सामने अपनी बाइक खड़ी कर पैदल ही गली में दाखिल हुआ। फिर 4 फिट की बाउंड्री बाल कूदकर अंदर दाखिल हुआ और दरवाजा खटखटाया। दरवाजा प्रदीप श्रीवास्तव ने ही खोला। तब उन्हें कहा कि गेट के बाहर चलिये आपसे बात करनी है। चूंकि प्रदीप उसे पहले से जानते थे। इसलिए बाहर आ गए। घर के दरवाजे से चंद कदम की दूरी तय कर बाउंड्री के गेट तक जाने के रास्ते में उपेंद्र पीछे और प्रदीप आगे थे। तभी पीछे से उपेंद्र ने साथ लाये और छुपा कर रखे हथौड़ी से प्रदीप के सर में ताबड़तोड़ 4 से 5 वार किए। जब प्रदीप गिर गए तो फिर साथ लाये ब्लेड से उनका गला रेत दिया। पुलिस को घटनास्थल से ब्लेड भी मिली है। फिर सनकी उपेंद्र ने मौत में कोई कसर न रह जाये इसके लिए वहां रखे गमले को प्रिंसिपल के सर में कई बार पटका और फिर मौत की तस्सली होने पर वहां से भाग निकला।
मृतक का बेटा गोल्डमेडलिस्ट
मृतक प्रदीप श्रीवास्तव तीन भाइयों में सबसे छोटा है। उनके बड़े भाई डॉक्टर सुशील श्रीवास्तव अज्ञेय नगर में रहते हैं। वे भाजपा नेता हैं और पार्षद रह चुके हैं। उनकी पत्नी भी पार्षद रह चुकी है। उनके बाद अशोक श्रीवास्तव ट्रांसपोर्टर व ट्रांसपोर्ट एसोशिएशन के अध्यक्ष है। सबसे छोटे प्रदीप थे। इनके पिता कौशल प्रसाद श्रीवास्तव तहसीलदार थे और बिलासपुर में सन 1975- 80 के बीच पदस्थ रहे थे। प्रदीप के बेटे अक्षत श्रीवास्तव(25) ने भिलाई के बीआईटी कालेज से कम्प्यूटर साइंस में इंजीनियरिंग की थी। फिर दिल्ली से एमटेक किया जिसमें वह गोल्डमेडलिस्ट रहा और दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के हाथों सम्मानित हुआ था। फिलहाल वह दिल्ली में ही एमबीए कर रहा है। व बेटी प्रियंका (26) मुंबई से एमबीए कर रही थी। दोनो दीपावली में घर आये थे।