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Video सदन में फंसे शिक्षामंत्री: शिक्षामंत्री ने कहा – आत्मानंद स्कूल में भर्ती की शिकायत नहीं, कौशिक ने बताया – जशपुर डीईओ क्यों सस्पेंड हुए...

Chhattisgarh Vidhabsabha Session 2025: प्रधानमंत्री आवास को लेकर सदन
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Chhattisgarh Vidhabsabha Session 2025

By NPG News

रायपुर. छत्तीसगढ़ विधानसभा में मंगलवार को शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम को विपक्ष के तीखे सवालों का सामना करना पड़ा. पूर्व विधानसभा स्पीकर धरमलाल कौशिक के दो सवालों से उनका सामना हुआ. आत्मानंद स्कूलों के सेटअप के संबंध में एक सवाल का जवाब देते हुए शिक्षा मंत्री डॉ. टेकाम फंस गए. कौशिक ने मंत्री ने असत्य कथन का आरोप लगाया.

दरअसल, प्रश्नकाल के दौरान कौशिक ने आत्मानंद स्कूलों के संबंध में जानकारी मांगी थी. उन्होंने पूछा था कि प्रदेश में कितने स्वामी आत्मानंद स्कूल खोले गए हैं. इनमें से कितने भवन बन चुके हैं और कितने भवन विहीन संचालित हैं? कितने भवन निर्माण के लिए निविदा बुलाई गई है. मंत्री ने बताया कि 279 स्वामी आत्मानंद स्कूल खोले गए हैं. पूर्व से संचालित विद्यालयों में ही स्वामी आत्मानंद विद्यालय खोले गए हैं. वहां जरूरत के मुताबिक जीर्णोद्धार और अतिरिक्त कक्ष का निर्माण किया गया है. कोई भी विद्यालय भवन विहीन नहीं है. मंत्री ने बताया कि 181 विद्यालयों के जीर्णोद्धार व निर्माण के लिए निविदा बुलाई गई है. यहां देखिए वीडियो...

कौशिक ने कहा कि सरकार ने स्वामी आत्मानंद स्कूल के नाम पर ढिंढोरा पीटा. क्या जो टेम्पररी व्यवस्था है, उसे ही स्कूल मान लिए गए हैं. मंत्री ने कहा कि जो स्कूल पहले से संचालित हैं. जहां बच्चों की संख्या कम थी. वहां स्कूल खोले गए हैं. अलग से भवन बनाने की योजना नहीं है.

कौशिक ने आरोप लगाया कि हिंदी मीडियम स्कूल को अनाधिकृत ढंग से कब्जा कर लिया गया. वहां के बच्चों को निकाल लिया गया. मंत्री की जानकारी में नहीं है. वे अधिकारियों से पता कर लें. मेरी जानकारी में है कि वहां अलग से भवन बना रहे हैं.

मंत्री ने कहा कि पहली बात तो यह कि हमने कोई कब्जा नहीं किया है. हमने किसी को भगाया नहीं है. अंग्रेजी और हिंदी अलग-अलग पालियों में स्कूल संचालित हो रहे हैं. 181 स्कूलों में निविदा बुलाई गई है. अलग-अलग निविदाएं बुलाई गई हैं. रायपुर में आरडी तिवारी स्कूल का स्मार्ट सिटी, बीपी पुजारी का स्मार्ट सिटी द्वारा, इसी तरह आरईएस व पीडब्ल्यूडी के जरिए निविदा बुलाई गई है.

कौशिक ने फिर आरोप लगाया कि कोई निविदा नहीं बुलाई गई है. डीएमएफ से राशि दे दी गई है. उस राशि की बंदरबांट हो चुकी है. मैंने इसीलिए पूछा कि निविदा कब बुलाई गई है और निर्माण कब हुआ है यह बता दें?

मंत्री ने कहा कि अलग अलग तारीख में निविदा बुलाई गई है. मैं पूरी जानकारी दे दूंगा.

कौशिक ने कहा कि उनके क्षेत्र में जो, बालक शाला है, पहले उसमें कब्जा किए. बच्चों को निकाल दिया गया था. सब बच्चे कलेक्टर के पास गए. हम लोगों ने बात की, तब उन्हें रखा गया. इसके बाद भी बोल रहे हैं कि नए स्कूल नहीं बनाए जाएंगे. कौशिक ने पूछा कि आपने कोई सेटअप तैयार किया है. विज्ञापन जारी कर भर्ती प्रक्रिया कब तक करेंगे.

मंत्री ने बताया कि सेटअप तैयार किया गया है. स्कूलों में प्रतिनियुक्ति पर नियुक्ति की गई है. जो पद नहीं भरे गए, उसके लिए विज्ञापन निकालकर संविदा के आधार पर भर्ती की गई है.

कौशिक ने पूछा कि आत्मानंद स्कूलों में स्थाई भर्ती करेंगे या संविदा पर चलाएंगे? मंत्री ने बताया कि आवश्यकतानुसार प्रतिनियुक्ति पर लिए जाएंगे और जो शिक्षक नहीं मिलेंगे, वहां संविदा पर नियुक्ति की जाएगी.

इससे आगे कौशिक ने पूछा कि क्या स्वामी आत्मानंद स्कूल में अस्थाई आधार पर दी गई नियुक्ति के खिलाफ कोई शिकायत हुई है. यदि हुई है तो क्या कार्रवाई की गई है?

इस सवाल के जवाब में मंत्री ने कहा कि उन्हें कोई शिकायत नहीं मिली है.

कौशिक ने कहा कि वे पढ़कर बता रहे हैं. 7 जगह से शिकायतें हुई हैं. कांग्रेस विधायक बृहस्पति सिंह, यूडी मिंज और बाकी लोगों की शिकायतों के आधार पर जशपुर डीईओ का निलंबन हुआ है. उन्होंने मंत्री से पूछा कि क्या यह सही है?

इस सवाल का जवाब शिक्षा मंत्री के पास नहीं था. उन्होंने कहा कि वे जानकारी लेकर अवगत कराएंगे.

कौशिक ने कहा कि कांग्रेस विधायक व जनप्रतिनिधियों की शिकायतों के आधार पर जशपुर डीईओ का निलंबन किया गया है. इसी तरह दुर्ग में 16 की बर्खास्तगी हुई है.

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