शिक्षकों की नई मुसीबत: पहली से तीसरी कक्षा के बच्चों का तैयार करेंगे होलिस्टिक रिपोर्ट, घर जाकर पैरेंट्स से भी भरवाएंगे जानकारी...
शिक्षकों की नई मुसीबत: पहली से तीसरी कक्षा के बच्चों का तैयार करेंगे होलिस्टिक रिपोर्ट, घर जाकर पैरेंट्स से भी भरवाएंगे जानकारी...
रायपुर. छत्तीसगढ़ में शिक्षा व्यवस्था को लेकर नित नए प्रयोगों के कारण शिक्षकों को नई-नई मुश्किलों से जूझना पड़ता है. राज्य में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए अभी से शिक्षकों की ड्यूटी लगाई जा रही है. वहीं, अब पहली से तीसरी कक्षा के बच्चों की होलिस्टिक रिपोर्ट यानी समग्र रिपोर्ट तैयार करनी है. इसके लिए शिक्षकों को बच्चों के घर तक जाना होगा और उनके माता-पिता से चर्चा कर व्यवहार के संबंध में टिप्पणी लिखनी है. यही नहीं, हर बच्चे के पढ़ाई के स्तर के साथ-साथ रहन-सहन, स्वास्थ्य, ऊंचाई, वजन आदि की भी जानकारी रखनी है, जिससे उन्हें हर स्तर पर बेहतर बनाया जा सके. इसे लेकर शिक्षकों की तीखी प्रतिक्रिया आ रही है, क्योंकि शिक्षकों को कभी ट्रेनिंग के लिए भी कभी चुनाव के लिए ड्यूटी लगाई जाती है. अब घर-घर जाकर रिपोर्ट बनाने के अलावा बच्चों का हर बच्चे का रिपोर्ट कार्ड तैयार करेंगे, फिर पढ़ाएंगे कब?...
दरअसल, समग्र शिक्षा के प्रबंध संचालक ने सभी डीईओ, जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के प्राचार्य और समग्र शिक्षा के जिला मिशन समन्वयक को पत्र लिखा है. इसमें होलिस्टिक रिपार्ट कार्ड के संबंध में निर्देश जारी किया गया है. समग्र शिक्षा के प्रबंध संचालक ने इस सत्र के अंत तक कक्षा पहली से तीसरी तक के बच्चों के संबंध में समग्र रिपोर्ट कार्ड में सभी तरह की जरूरी प्रविष्टियां करते हुए उनका विश्लेषण कर प्रत्येक बच्चे के विकास के लिए व्यक्तिगत विकास योजना बनाकर अगले सत्र 2023-24 में भी उनमें आवश्यक सुधार की दिशा में कार्य जारी रखने का निर्देश दिया है. साथ ही, यह चेतावनी भी दी है कि अगली कक्षा में जाने से पहले बच्चे को प्रत्येक लर्निंग आउटकम में दक्षता हासिल हो जानी चाहिए. पढ़ें, एमडी समग्र शिक्षा का पत्र...