CG Education News: खेलों में शामिल होने वाले विद्यार्थियों के लिए दोबारा होगी परीक्षा, यूनिवर्सिटी ने दिया मौका...
CG Education News:–राष्ट्रीय और राज्य स्तर के खेलों में शामिल होने वाले विद्यार्थियों को दोबारा परीक्षा देने का मौका स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय दे रहा है। पूर्व में खेल आयोजनों में हिस्सा लेने के चलते खिलाड़ी छात्रों का पूरा सत्र बर्बाद हो जाता था। अब पढ़ाई और खेलों में संतुलन बनाने के लिए विश्वविद्यालय ने ऐसा निर्णय लिया है।

CG Education News: बिलासपुर। स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय (एसवीएनयू) ने खेलों में हिस्सा लेने वाले विद्यार्थियों के हित में बड़ा निर्णय लिया है। विश्वविद्यालय ने नियमों में बदलाव करते हुए अब ऐसे खिलाड़ियों को पुनः परीक्षा देने का अवसर देने की तैयारी शुरू कर दी है, जो राज्य या राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में भाग लेने के कारण परीक्षा में शामिल नहीं हो सके थे।
विश्वविद्यालय प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार, पहले ऐसी कोई व्यवस्था नहीं थी। परीक्षा से चूकने वाले विद्यार्थी अपने शैक्षणिक परिणामों से वंचित रह जाते थे और उन्हें अगले सत्र तक इंतजार करना पड़ता था। ऐसे में कई प्रतिभाशाली खिलाड़ी छात्र शैक्षणिक पिछड़ापन झेलते थे। इस समस्या को देखते हुए अब विश्वविद्यालय ने नीति में बदलाव करने का निर्णय लिया है, ताकि विद्यार्थी पढ़ाई और खेल—दोनों में संतुलन बना सकें। राज्य स्तरीय और राष्ट्रीय स्तर की खेल प्रतियोगिताओं में कई बार एसवीएनयू के छात्र प्रतिनिधित्व करते हैं, किंतु परीक्षा के दौरान मैच या प्रतियोगिता पड़ने पर वे परीक्षा नहीं दे पाते। ऐसे विद्यार्थियों को अब विश्वविद्यालय दोबारा परीक्षा देने का मौका देगा। विश्वविद्यालय की ओर से इस प्रस्ताव को कार्यपरिषद के समक्ष रखा गया है, जिसकी स्वीकृति के बाद इसे लागू किया जाएगा। इस नई व्यवस्था से विश्वविद्यालय के इंजीनियरिंग कॉलेजों में पढ़ने वाले हजारों छात्रों को राहत मिलेगी।
वर्ष 2005 के बाद बदला था नियम
बताया जा रहा है कि वर्ष 2005 में इंजीनियरिंग कॉलेजों के छात्रों को ऐसी सुविधा दी गई थी, लेकिन उसके बाद नियमों में बदलाव कर यह व्यवस्था समाप्त कर दी गई थी। अब पुनः इसे लागू करने का निर्णय लिया गया है। विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय से जुड़े अधिकांश कॉलेजों के विद्यार्थी खेलों में भी उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हैं। ऐसे में परीक्षा और प्रतियोगिता की तिथियां टकराने से वे या तो परीक्षा छोड़ देते हैं या प्रतियोगिता में भाग नहीं ले पाते। नई व्यवस्था से विद्यार्थियों को यह कठिनाई नहीं होगी।
अन्य विश्वविद्यालयों में यह सुविधा पहले से लागू है। प्रदेश के कुछ विश्वविद्यालय अपने विद्यार्थियों को खेल या सांस्कृतिक गतिविधियों में हिस्सा लेने पर परीक्षा से अनुपस्थित होने की स्थिति में दोबारा परीक्षा का अवसर देते हैं। स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय अब उसी मॉडल पर आगे बढ़ने जा रहा है।
