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Balauda Bazar-Bhatapara news: तहसीलदार की छुट्टी: रेत का ट्रक पकड़ने पर महिला विधायक पहुंच गई तहसील ऑफिस, बोली...24 घंटे में करा दूंगी छुट्टी और फिर...

Balauda Bazar-Bhatapara news: तहसीलदार की छुट्टी: रेत का ट्रक पकड़ने पर महिला विधायक पहुंच गई तहसील ऑफिस, बोली...24 घंटे में करा दूंगी छुट्टी और फिर...
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By NPG News

Balauda Bazar-Bhatapara news: बलौदाबाजार-भाटापारा। बलौदा बाजार जिले के पलारी तहसीलदार को संसदीय सचिव के खास समर्थक की गाड़ी पर कार्यवाही करना महंगा पड़ गया। दौरे पर निकले तहसीलदार को अवैध उत्खनन कर रेत भरकर ले जाते हुए गाड़ी दिखी जिसको रोककर उन्होंने रायल्टी पर्ची पूछी पर रॉयल्टी पर्ची नहीं होने पर तहसीलदार ने ट्रक पर कार्रवाई कर दी। कार्रवाई के घंटे भर बाद ही संसदीय सचिव तहसील दफ्तर पहुंच गई और तहसीलदार को अपने समर्थक की गाड़ी पर कार्रवाई करने के लिए जमकर फटकार लगाई। साथ ही उसे दूसरे दिन तक ट्रांसफर करवाने की धमकी भी दी। जिसके 2 घंटे बाद ही तहसीलदार का सिंगल आदेश में ट्रांसफर आर्डर निकल गया।

नीलमणि दुबे बलौदा बाजार जिले के पलारी तहसील में तहसीलदार के पद पर पदस्थ हैं। 4 माह पहले ही उनकी पोस्टिंग यहां हुई है। वह कल किसी कार्य से दौरे पर निकले थे इसी दौरान उन्हें घोटिया से सिरपुर मोड़ पर ग्राम घोटिया रेत से भरी हुई हाइवा ट्रक दिखाई दी। हाईवा के पिछले हिस्से से नीचे पानी भी टपक रहा था जिससे स्पष्ट हो गया कि रेत थोड़ी देर पहले ही लोड हुई होगी। तहसीलदार ने जब जाकर हाईवा चालक वेदुराम यादव से रायल्टी पर्ची पूछी तब हाईवा चालक ने रॉयल्टी पर्ची नहीं होने की बात कही। साथ ही ट्रक संसदीय सचिव शकुंतला साहू के खास समर्थक सुनील साहू का होने की बात बताई। तहसीलदार ने रॉयल्टी पर्ची नहीं होने पर विधिवत कार्यवाही की बात कही और कलेक्टर को इसकी जानकारी दी। कलेक्टर रजत बंसल ने रॉयलटी पर्ची नहीं होने की स्थिति में विधिवत कार्यवाही करने के निर्देश तहसीलदार को दिए। जिसके बाद तहसीलदार नीलमणि दुबे ने ट्रक क्रमांक cg 22 v 0293 का पंचनामा बना दिया। यह तकरीबन कल दोपहर 2:00 बजे की बात है। जिसके बाद तहसीलदार तहसील दफ्तर आ गए। तभी अचानक दोपहर को 3:00 बजे संसदीय सचिव शकुंतला साहू भी तहसील दफ्तर पहुंच गई। उन्होंने तहसीलदार नीलमणि दुबे को अपने समर्थकों की गाड़ियों में कार्यवाही करने को लेकर जमकर फटकार लगाई। तहसीलदार और संसदीय सचिव के बीच गरमागरम बहस भी हुई। इस दौरान तहसील में कई अधिवक्ता और पक्षकार उपस्थित थे। संसदीय सचिव ने तहसील दार से कहा कि पूर्व में भी आपने मेरे समर्थकों की गाड़ियों पर कार्रवाई की बात कही थी और आज कारवाही भी की है मेरे समर्थकों की गाड़ियों पर कम से कम कार्यवाही नहीं होनी चाहिए जिस पर तहसीलदार ने रॉयल्टी पर्ची नहीं होने पर विधिवत कलेक्टर को जानकारी देकर कार्यवाही की बात कही। जिस पर भड़की संसदीय सचिव ने तहसीलदार को झिड़की लगाते हुए 24 घंटे में तबादला करवा देने की बात कही।

आश्चर्यजनक ढंग से संसदीय सचिव के 24 घंटे में तबादला करवाने की चेतावनी के 2 घंटे बाद ही तहसीलदार का सिंगल आदेश निकालकर तबादला कर दिया गया। उनको मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय रायपुर में प्रतिनियुक्ति पर बुला लिया गया। मामले में पलारी तहसीलदार नीलमणि दुबे का कहना है कि कल मैंने दौरे के दौरान अवैध उत्खनन से लोड हुई हाईवा को पकड़ कर उसका पंचनामा बनाया था. जिसके बाद संसदीय सचिव शकुंतला साहू मैडम तहसील दफ्तर आई थी वह काफी गुस्से में थी और मुझ पर कार्यवाही करने पर जमकर भड़की थी। उन्होंने मुझे कहा कि पूर्व में भी आपने मेरे समर्थकों की गाड़ियों पर कार्रवाई की बात कही थी और आज आपने कारवाही भी कर दी। जबकि मैंने उन्हें समझाने की कोशिश करते हुए कहा कि मेरे द्वारा इंटेंशनली कोई कार्यवाही नहीं की गई है। मैं दौरे पर निकला था उस दौरान ही बिना रॉयल्टी पर्ची की गाड़ी देखी इसलिए मैंने कार्यवाही की है। तब संसदीय सचिव मैडम ने मुझे कल तक तबादला करवा देने की चेतावनी दी। जिसके महज 2 घंटे बाद ही सिंगल आदेश निकाल कर मुझे प्रतिनियुक्ति पर भेज दिया गया।

मामले में एक चर्चा और भी है कि तहसीलदार नीलमणि दुबे ने एक मंत्री के साले के द्वारा चलाए जा रहे मलपुरी रेत घाट पर हुए अवैध उत्खनन के खिलाफ कार्यवाही की थी। यहां 8 एकड़ में वैध उत्खनन होना था। पर वैध के अलावा 18 एकड़ में रेत का अवैध उत्खनन भी कर लिया गया। इसके अलावा इस रेत घाट से लगे रायपुर जिले की सीमा में पड़ने वाले आरंग तहसील की चिखली रेत घाट में भी 25 एकड़ में अवैध उत्खनन कर लिया गया था। जिसके बाद कार्यवाही हेतु तहसीलदार नीलमणि दुबे ने कलेक्टर को प्रतिवेदन भेजा था। जिसके बाद से ही तहसीलदार के तबादले की चर्चा चल रही थी। इसी दौरान संसदीय सचिव के समर्थक की गाड़ी पर कार्यवाही ने आग में घी का काम किया और तहसीलदार का सिंगल आदेश में तबादला आदेश निकल गया।

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