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शिक्षा विभाग का बड़ा फैसला : प्राइवेट स्कूल छोड़ने वाले बच्चों को मिलेगा सरकारी स्कूलों में दाखिला…..DPI जितेंद्र शुक्ला ने सभी कलेक्टरों व DEO को लिखा पत्र… दाखिले में नियमों को सिथिल करने का भी दिया निर्देश… पढ़िये संचालक ने एडमिशन को लेकर क्या दिये हैं निर्देश

शिक्षा विभाग का बड़ा फैसला : प्राइवेट स्कूल छोड़ने वाले बच्चों को मिलेगा सरकारी स्कूलों में दाखिला…..DPI जितेंद्र शुक्ला ने सभी कलेक्टरों व DEO को लिखा पत्र… दाखिले में नियमों को सिथिल करने का भी दिया निर्देश… पढ़िये संचालक ने एडमिशन को लेकर क्या दिये हैं निर्देश
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By NPG News

रायपुर 20 सितंबर 2020। शिक्षा विभाग की तरफ एक बेहद शानदार पहल की गयी है। DPI जितेंद्र शुक्ला ने निर्देश दिया है कि कोरोना काल में प्राइवेट स्कूल छोड़ चुके विद्यार्थियों को सरकारी स्कूलों में दाखिला दिया जायेगा। इस बाबत उन्होंने सभी कलेक्टरों व डीईओ को आदेशित किया है कि वो प्राइवेट स्कूल छोड़ चुके बच्चों की लिस्ट तैयार कर उन्हें सरकारी स्कूलों में दाखिला दिलाने का प्रयास करें। दाखिले को लेकर नियमों क सिथिल करने का भी आदेश संचालक जितेंद्र शुक्ला ने अधिकारियों को दिया है।

दरअसल कोरोना के दौरान निजी स्कूलों की मनमानी और अड़ियल रवैये की वजह से कई पालकों ने या तो बच्चों को स्कूल में दाखिला ही नहीं कराया या फिर दाखिले के बाद भी बच्चों को स्कूल छुड़वा दिया। लिहाजा बड़ी संख्या में प्राइवेट स्कूलों की पढ़ाई बच्चों ने छोड़ दी। डीपीआई जितेंद्र शुक्ला तक जब ये बातें पहुंची, तो उन्होंने इस प्रकरण की संवेदनशीलता को समझते हुए प्राइवेट स्कूल छोडने वाले बच्चों की पढ़ाई में व्यवधान को दूर करने और उन्हें सरकारी स्कूलों की तरफ आकर्षित करने का निर्णय लिया। लिहाजा कलेक्टरों व डीईओ को 6 अलग-अलग बिंदुओं में निर्देश जारी किया गया है।

डीपीआई जितेंद्र शुक्ला ने अपने आदेश में कहा है कि ..

  1. प्रत्येक निजी स्कूल से ऐसे विद्यार्थियों की सूची प्राप्त की जाये, जो पिछले वर्ष तक उस निजी स्कूल में पढ़ रहे थे, परंतु इस वर्ष उस निजी स्कूल में प्रवेश नहीं लिया है या प्रवेश लेकर भी स्कूल छोड़ दिया है।
  2. सूची में विद्यार्थियों के नाम के साथ उनके पालकों के नाम पते और संभव हो सके तो मोबाइल नंबर लें
  3. इन विद्यार्थियों के पालकों के साथ संपर्क कर उन्हें पास के सरकारी स्कूल में प्रवेश लेने के लिए प्रेरित किया जाये।
  4. कक्षा 1 से 10वीं तक के लिए न बच्चों के प्रवेश के वक्त टीसी अथवा पूर्व कक्षा की अंक सूची ना मांगी जाये, उम्र के लिहाज से कक्षा में प्रवेश दिया जाये।
  5. कक्षा 11वीं में प्रवेश के लिए बच्चों से रोल नंबर लेकर कक्षा 10वीं बोर्ट परीक्षा में उन्हें प्राप्त अंकों का सत्यापन संबंधित बोर्ड की वेबसाइट से कर लिया जाये।
  6. कक्षा 12वीं में प्रवेश देने के लिए बच्चों से बोर्ड परीक्षा का रोल नंबर लेकर 10वीं की बोर्ड परीक्षा में उन्हें प्राप्त अंकों का सत्यापन संबंधित बोर्ड की वेबसाइट से कर लिया जाये और यह देख लिया जाये कि उन्होंने एक वर्ष पूर्व कक्षा 10वीं बोर्ड की परीक्षा पास की हो, कक्षा 11वीं एवं 12वीं में प्रवेश हेतु टीसी की मांग ना की जाये।
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