डरिये मत! पूरी तरह सुरक्षित है रामकृष्ण केयर हॉस्पीटल…. बीमार होने पर वक्त ना गंवाये, कोरोना से बचने पूरे इंतजाम हैं यहां….डॉ संदीप दवे और उनकी टीम ने प्रेस कांफ्रेस कर दी अस्पताल में व्यवस्था की जानकारी
रायपुर 2 जुलाई 2020। कोरोना संकट के बीच प्रदेश का सर्वश्रेष्ठ रामकृष्ण केयर अस्पताल आमलोगों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। एकतरफ कोरोना खौफ के बीच कई बड़े-छोटे अस्पतालों में चिकित्सा सेवाएं ठप पड़ गयी है, तो दूसरी तरफ रामकृष्ण केयर अस्पताल ने अपनी तमाम हेल्थ यूनिट को चालू रखा है। आज रामकृष्ण अस्पताल के डायरेक्टर डा संदीप दवे, क्रिटिकल केयर हेड विशाल कुमार और अस्पताल के FCOO संदीप रूपेरिया ने प्रेस कांफ्रेंस कर अस्पताल की व्यवस्थाओं की जानकारी दी। इस मौके पर अस्पताल के डायरेक्टर संदीप दवे ने कहा कि…
“कोरोना की वजह से लोगों के मन में कई तरह की शंकाएं आ गयी है, इस वजह से बीमार व्यक्ति भी इन दिनों अस्पताल नहीं आते, वो अस्पताल तब आते हैं, जब उनकी तबीयत बेहद खराब हो चुकी होती है….इस हालत में आये मरीज के साथ ना सिर्फ जान का खतरा बना रहता है, बल्कि उनका खर्च भी काफी ज्यादा हो जाता है, हमने अस्पताल में सभी सुविधाएं पहले की तरह ही बहाल रखी है और साथ ही इस बात की भी व्यवस्था रखी है कि उनमें संक्रमण का खतरा ना के बराबर हो”
कोरोना के मद्देनजर व्यवस्थाओं की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि ..
“कोरोना के मद्देनजर हमने अस्पताल में बहुत सी ऐहितियाती कदम उठाये हैं। संक्रामक और गैर संक्रामक वार्ड अलग-अलग बनाये गये हैं, वहीं प्रवेश द्वार पर ही हमने जांच की व्यवस्था रखी है, संदिग्ध मरीज को प्रवेश द्वार से ही आइसोलेशन वार्ड में उन्हें शिफ्ट किया जाता है और वहीं उनका इलाज किया जाता है, साथ ही उनका टेस्ट सैंपल भेजा जाता है, और अगर किसी की रिपोर्ट पॉजेटिव आयी तो उसे तुरंत कोविड अस्पताल में शिफ्ट किया जाता है”
डाक्टरों की बड़ी टीम के साथ-साथ स्वास्थ्य व पैरामेडिकल स्टाफ के जरिये विश्वस्तरीय स्वास्थ्य सुविधा मुहैय्या कराने के लिए प्रदेश ही नहीं उत्तर भारत में मशहूर रामकृष्ण केयर अस्पताल पहला ऐसा अस्पताल है जहां संक्रामक और गैर-संक्रामक रोगों के लिए अलग-अलग वार्ड है। अस्पताल सभी प्रकार के आपातकालीन एवम असाध्य रोगों के इलाज के लिए 24X7 प्रतिबद्ध है, और किसी भी मेडिकल इमरजेंसी की स्थिति में 24X7 निःशुल्क एम्बुलेंस सेवा उपलब्ध है। आपातकालीन परिस्थितियों में 1800 843 0000 पर कॉल किया जा सकता है।