Divya Pahuja Murder Case: दिव्या हत्याकांड में नया खुलासा, BMW में शव लेकर फरार हुआ था आरोपी, खून सुखाने को सेनेटरी पैड का किया इस्तेमाल
Divya Pahuja Murder Case: दिव्या पाहुजा हत्याकांड में गुरुग्राम पुलिस ने कोलकाता एयरपोर्ट पर गिरफ्तार आरोपी बलराज गिल के हवाले से बड़ा खुलासा किया है. पुलिस के मुताबिक, दिव्या को गोली मारने के बाद काफी खून बह गया था.
Divya Pahuja Murder Case: दिव्या पाहुजा हत्याकांड में गुरुग्राम पुलिस ने कोलकाता एयरपोर्ट पर गिरफ्तार आरोपी बलराज गिल के हवाले से बड़ा खुलासा किया है. पुलिस के मुताबिक, दिव्या को गोली मारने के बाद काफी खून बह गया था. ऐसे में आरोपियों ने खून को सूखाने के लिए सैनेटरी पैड का इस्तेमाल किया था. इसके अलावा होटल से निकालने के बाद आरोपी दिव्या की लाश को पंजाब के पटियाला ले गए थे, जहां उसके शव को ठिकाने लगा दिया था. फिलहाल बलराज गिल को हिरासत में लेकर गुरुग्राम पुलिस वापस लौट रही है.
गुरुग्राम पुलिस के एसीपी क्राइम वरुण दहिया ने बलराज गिल की गिरफ्तारी की पुष्टि की. बताया कि उससे कोलकाता में भी पूछताछ की गई है और अब वहां की लोकल अदालत में पेश कर ट्रांजिट रिमांड पर गुरुग्राम लाया जा रहा है. यहां उसे कोर्ट में पेशकर पुलिस कस्टडी रिमांड लिया जाएगा और फिर पुलिस की एक टीम उसे लेकर दिव्या पाहुजा की लाश को बरामद करने के लिए पटियाला जाएगी. उन्होंने बताया कि बलराज गिल इस वारदात में गिरफ्तार होने वाला पांचवां आरोपी है. अभी भी इस मामले में एक आरोपी रवि की तलाश है.
पुलिस के मुताबिक दो जनवरी की रात में अभिजीत ने दिव्या को गोली मारी थी. गोली दिव्या के सिर में लगी थी और उससे काफी खून बहा था. बल्कि होटल का वह कमरा खून से सन गया था. ऐसे में अभिजीत ने पास के मेडिकल स्टोर से सैनेटरी पैड मंगाया और इसका इस्तेमाल कमरे में फैले खून को सूखाने और कमरे को साफ करने में किया गया था. पुलिस के मुताबिक आरोपी बलराज गिल और रवि ही बीएमडब्ल्यू कार में दिव्या का शव लेकर भागे थे.
यहां से आरोपी सीधे पटियाला गए, जहां शव को खुर्द बुर्द करने के बाद दोनों राजस्थान के उदयपुर चले गए. इसी बीच पुलिस को आरोपियों की लोकेशन मिल गई और पुलिस टीम उदयपुर पहुंची, लेकिन आरोपियों को इसकी खबर हो गई. ऐसे में आरोपी तुरंत उदयपुर से निकल कर कोटा पहुंचे और एक होटल में ठहरे ही थे कि गुरुग्राम पुलिस कोटा भी पहुंच गई.
यहीं पर रवि और बलराज गिल दोनों अलग अलग हो गए. बलराज गिल तो कानपुर की ट्रेन पकड़ कर कानपुर आ गया और यहां से कोलकाता भाग गया. अब यह थाईलैंड भागने की फिराक में था और इसके लिए एयरपोर्ट भी पहुंच गया. यहीं पर उसे गिरफ्तार किया गया है. उधर, दूसरा आरोपी रवि कोटा से कहां गया, इसका कोई सुराग पुलिस को नहीं मिला है.