कांकेर। नरहरपुर विकासखण्ड के महात्मा गांधी ग्रामीण औद्योगिक पार्क राजपुर गौठान में सिरोही नस्ल के बकरी का प्रजनन इकाई 26 जनवरी 2023 से प्रारम्भ किया गया है। प्रजनन इकाई हेतु जिला प्रशासन कांकेर द्वारा सिरोही नस्ल की 20 बकरियां तथा 02 बकरे प्रदाय किये गये है तथा बकरी पालन का कार्य उजाला स्व सहायता समूह की महिलाओं द्वारा किया जा रहा है।
कलेक्टर डॉ. प्रियंका शुक्ला के निर्देशानुसार सिरोही नस्ल केवल 3-4 माह में 10 से 15 किलोग्राम तक का वजन प्राप्त कर लेता है तथा 9-10 माह में गर्मी में आ जाती है तथा लगभग 14-15 माह में बच्चे दे देती है। प्रथम ब्यात में एक बच्चा देती है तथा इसके पश्चात् दो-दो बच्चे जन्म देती है। नर बकरा 01 वर्ष में 20 से 25 किलोग्राम का हो जाता है, इस प्रकार के एक बकरा के विक्रय से लगभग 10 हजार रूपये तक की आमदनी प्राप्त हो जाती है। इस इकाई से वर्ष में कम से कम 20 बच्चे प्राप्त होंगे।
राजपुर के गौठान में प्रजनन इकाई की स्थापना से जिले में कृषकों को उन्नत नस्ल के बकरियों की उपलब्धता होगी। जिले में अभी तक उन्नत नस्ल की बकरियां उपलब्धता नहीं होने से राज्य के बाहर से बकरियां लानी पड़ती थी, जिससे बकरियों में मृत्यु दर अधिक होती थी तथा बकरी पालकों को आर्थिक नुकसान सहन करना पड़ता था। जिले में प्रजनन इकाई की स्थापना होने से स्थानीय स्तर पर ही सिरोही नस्ल की बकरियों की उपलब्धता होगी। साथ ही साथ गोठान में बकरी पालन व्यवसाय में संलग्न स्व सहायता समूह को वर्षभर रोजगार उपलब्ध होगा व उनकी आमदनी में भी वृद्धि होगी। यहां के निवासियों के आहार में मीट सामान्य रूप से सम्मिलित होने के कारण स्थानीय हाट-बाजार में भी बकरियों की बड़ी मांग रहती है, जिससे विपणन में कोई समस्या नहीं होगी। इकाई की स्थापना कृषि विज्ञान केन्द्र कांकेर व पशुधन विकास विभाग के तकनीकी मार्गदर्शन में किया गया है।