सरकार के प्रयास से मिटने लगी दूरियांः इन्द्रावती नदी पर बने नए पुल ने खोला विकास का मार्ग, लोगों की आसान होने लगी है जिन्दगी
दन्तेवाड़ा, 8 नवम्बर 2021। बरसों से वंचित इन्द्रावती नदी के उसपार की चार पंचायतें तुमड़ीगुडा, करका, चेरपाल, पाहुरनार, कौरगांव के लोगों की आसान होने लगी है जिन्दगी। सरकार की अधोसंरचना पर जोर दिये जाने का नतीजा यह रहा कि दन्तेवाड़ा में जिले के किनारे बहने वाली इन्द्रावती नदी पर एक ऐसा पुल बनकर तैयार है, जो लोकार्पण की बाट जोह रहा है। यह 10 हजार से ज्यादा की आबादी के लिए सहुलियत भरा विकास का मार्ग बन गया है।
यह पहली बार है कि ग्रामीण अब उफनती नदी को लकड़ी की नाव से न पार कर, पुल पर चलकर छिन्दनार और बारसूर पहुंच रहे हैं। छिन्दनार, पाहुरनार घाट पर पुल बनकर तैयार है। आज कलेक्टर दीपक सोनी ने पुरे प्रशासनिक अमले के साथ इस पुल पर पहुंचे और आने जाने वाले ग्रामीणों से बातचीत की। पूछा कि उन्हें पुल बनने के बाद कैसा अनुभव कर रहे है। यहां से वे छिन्दनार में अयोजित जिला स्तरीय जनसमस्या निवारण शिविर पहुंचे जहां देर शाम तक लगभग 370 आवेदन ग्रामीणों ने सौंपे थे। मूलभूत सुविधाओं और शासन की योजनाओं का लाभ लेने के लिए अब ग्रामीणों को भटकने की जरूरत नहीं थी। क्योंकि वे आसानी से इस समस्या निवारण शिविर में पहुंचे थे। मुख्य अतिथि के रूप में जिले के विधायक श्रीमती देवती महेन्द्र कर्मा ने गोंड़ी भाषा में अपने संबोधन के जरिए ग्रामीणों को शासकीय योजनाओं का लाभ लिए जाने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होने कहा कि नदी पार के उन गांवो में सालो से मूलभूत सुविधाओं योजनाओं के लिए लोगो को बड़ी मशक्त करनी पड़ती थी। अब उन्हें बुनियादी सुविधाओं योजनाओं और सेवाओं का लाभ गांवो मे ही मिलने लगेगा। जिला पंचायत अध्यक्ष सुश्री तुलिका कर्मा ने जनसमस्या निवारण शिविर में ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि इस शिविर में लोंगो के राशन कार्ड, किसान क्रेडिट कार्ड प्रमाण पत्र, नक्शा खसरा, जन्म आय मृत्यु प्रमाण पत्र जैसी मूलभूत आवश्यकताओं का निराकरण किया जायेगा। उन्होंने प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की विस्तार से जानकारी दी। बताया कि प्रत्येक ग्राम पंचायत को देवगुड़ी के विकास के लिए 7 लाख रूपयें स्वीकृत किए गये है। तेन्दू पत्ता का बोनस 25 सौ रूपये से बढ़ाकर 4 हजार रूपये दिया जा रहा है। गांव-गांव में वनअधिकार पट्टा का वितरण किया जा रहा है। जिला प्रशासन की अभिनव पहल डेनेक्स गारमेंट फैक्ट्री में 300 महिलाएं कार्यरत है। लोगों को मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लिीनिक के माध्यम से अपने हाट-बाजार में उपचार मिल रहा है। सर्व समाज भवन के लिए प्रर्याप्त राशि उपलब्ध करायी गयी है। सुश्री तुलिका कर्मा ने नदी पार की पंचायतों में निवासरत पढ़ी लिखी महिलाओं, बालिकाओं को बारसूर के डेनेक्स फैक्ट्री में रोजगार उपलब्ध कराये जाने की मांग की। कलेक्टर श्री दीपक सोनी ने अपने उद्बोधन में कहा कि इस जनसमस्या निवारण शिविर में अपनी समस्याओं मांगो को लिख कर दे। समाधान किया जायेगा। उनका प्रयास है कि जिले के दुर्गम क्षेत्रों को विकास कार्याे से जोड़ा जाये। श्री सोनी ने कहा कि छिन्दनार, पाहुरनार 712 मीटर लंबे ब्रिज के निर्माण से तुमड़ीगुड़ा, करका, पाहुरनार आदि पंचायतें सीधे ब्लॉक मुख्यालय से जुड़ जायेंगी। ब्रिज बनने से ग्रामीण कभी भी छिन्दनार, बारसूर आ जा सकते है। यह ग्रामवासियों के सहयोग से ही हो पाया है। उन्होंने इस क्षेत्र में पूर्व में आयोजित जन समस्या निवारण शिविरों में आंकड़ो के माध्यम से जानकारी दी कि तुमड़ीगुडा में 150 लोंगो का टीकाकरण, 130 लोंगो को श्रमिक कार्ड, 90 आयुष्मान कार्ड जनसमस्या निवारण शिविर में बनाये गये थे। इसी प्रकार चेरपाल में 210 लोंगो के आधार कार्ड, 210 लोंगो का टीकाकरण एवं 45 वर्ष से अधिक व 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग का शत् प्रतिशत टीकाकरण किया गया था। कलेक्टर श्री सोनी ने कहा कि पाहुरनार एवं करका ग्राम पंचायतों में पंचायत भवन, पीडीएस की शॉप, विद्युतिकरण के लिए प्रयास किया जा रहा है। चेरपाल एवं कौरगांव में राशन दुकाने स्वीकृत की गई है। जलजीवन मिशन द्वारा घर-घर शुद्ध पेयजल पहुंचाने का काम शुरू हो चुका है। 20 में से 11 भवन विहिन आंगनबाड़ी भवन बनाने के लिए कार्यवाही की जा रही है। उन्होने बताया कि विधायक की अनुसंसा से विद्युतीकरण कार्य के लिए 2 करोड़ रूपयें स्वीकृत किए गए है। मनरेगा के तहत् 161 कार्य स्वीकृत है और इसके लिए इन चार पंचायतों को 4.50 करोड़ रूपयें स्वीकृत किए गए है। कृषि की दो फसलों के लिए लोंगो को जागरूक किया जा रहा है। चार पंचायतों में 672 लोंगो को पेंशन योजना का लाभ दिया जा रहा है। इसमें 207 नये लोंग जुड़े है जिन्हें योजनान्तर्गत लाभांवित किया जायेगा। कलेक्टर ने कहा कि बारसूर की डेनेक्स फैक्ट्री जिले में सबसे बेहतर कार्य कर रही है।
छिन्दनार में आयोजित जिला स्तरीय जनसमस्या निवारण शिविर में देर शाम तक 370 आवेदन प्राप्त किये गये थे। जिनमें से अधिकांश का स्थल पर ही निराकरण किया गया। शिविर में मुख्य रूप से जाति प्रमाण-पत्र, आय प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र, नामांकन, बटवारा, आंगनबाड़ी, पेंशन, पंचायत भवन इत्यादि से संबंधित आवेदन प्राप्त किए गए। शिविर में कठपुतली एवं नाट्यकला मंच बिलासपुर द्वारा योजनाओं से संबंधित कठपुतली डांस प्रस्तुत किया गया। शिविर स्थल में 4 नौनिहालों का अन्नप्राशन एवं 8 माताओं की गोदभराई की रस्मअदायगी की गई। जनसमस्या निवारण शिविर में जिला पंचायत सदस्य सुश्री सुलोचना कर्मा, जिला पंचायत सदस्य श्री बैसू राम मण्डावी, सरपंच छिन्दनार संध्या शुक्ला, जनपद अध्यक्ष, पुलिस अधीक्षक श्री अभिषेक पल्लव, जिला पंचायत सीईओ श्री आकाश छिकारा, अपर कलेक्टर श्री कन्नौजे, अनुविभागीय दण्डाधिकारी श्री अबिनाश मिश्रा, जनपद सीईओ श्री अमित भाटीया सहित क्षेत्र के सैकड़ो ग्रामीण महिला, पुरूष उपस्थित थे।