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साकार हुआ पुरखों का सपना, छत्तीसगढ़ में अब 33 जिले

एक हफ्ते में 5 नए जिले बनाकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने निभाया अपना वादा

साकार हुआ पुरखों का सपना, छत्तीसगढ़ में अब 33 जिले
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मुख्यमंत्री भूपेश बघेल

By NPG News

रायपुर 01 अक्टूबर 2022 I छत्तीसगढ़ का प्रशासनिक और राजनीतिक नक्शा सितंबर महीने में एक हफ्ते के भीतर बहुत बदल गया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपना वादा निभाते हुए एक हफ्ते के भीतर पांच नए जिलों का उद्घाटन कर दिया। इसके साथ ही तेजी से विकास के सपनों को साकार करने का सिलसिला भी शुरु हो गया है। नए जिलों में व्यापार, व्यवसाय और रोजगार के अवसरों में भी बढ़ोतरी होगी। प्रशासन तक लोगों की पहुंच आसान हो जाएगी, इससे योजनाओं का लाभ भी तेजी से मिलेगा।


छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार को अभी पौने चार साल ही हुए हैं। इस दौरान विकास की नई लकीर खींचते हुए इस सरकार ने 6 नए जिलों का गठन कर दिया है। साथ ही 85 नयी तहसीलें, अनेक अनुविभाग और उपतहसीलों का भी गठन सरकार ने किया है। सहज प्रशासन-सरल जीवन की नीति पर चलते हुए प्रशासनिक कामकाज और प्रक्रियाओं के सरलीकरण का वादा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किया था। इसी कड़ी में उन्होंने सालों से लंबित विभिन्न जिलों की मांगों को भी पूरा करने का वादा लोगों से किया था। 10 फरवरी 2020 को उन्होंने गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले के गठन के साथ इस वादे को पूरा करने की शुरुआत की। इसके बाद 15 अगस्त 2021 को उन्होंने 5 और नये जिलों के गठन की घोषणा की थी। फिर 2 सितंबर को मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी जिले का सबसे पहले शुभारंभ किया। इसके बाद दूसरे ही दिन 3 सितंबर को सारंगढ़-बिलाईगढ़ और खैरागढ़-छुईखदान-गंडई का नए जिले केरुप में उद्घाटन किया। इसी हफ्ते 9 सितंबर को उन्होंने मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर के साथ सक्ती को जिला बनाकर अपना वादा पूरा कर दिया।

सक्ती

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नवगठित जिले सक्ती के शुभारंभ अवसर पर सक्ती जिलेवासियों को 153 करोड़ 6 लाख रूपए के 309 विभिन्न विकास कार्यों का सौगात दी। जिसमें 85 करोड़ 20 लाख रूपए की लागत के 296 कार्यों का भूमिपूजन और 67 करोड़ 85 लाख 99 हजार रूपए की लागत निर्मित 13 कार्यों का लोकार्पण किया। सक्ती में ऐतिहासिक भीड़ के बीच नवगठित इस जिले का शुभारंभ करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि सक्ती जिले की एक नई पहचान बन गई है। पुरखों द्वारा देखे गए सपने साकार हो गए हैं और एक सुग्घर छत्तीसगढ़ विकास की राह में भी आगे बढ़ रहा है। सक्ती जिला बनने के पश्चात इस जिले के लोगों की समस्याओं का अंत होने की बात कही। नवगठित जिला सक्ती के उद्घाटन समारोह में कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नया जिला बनाकर एक बड़ी सौगात दी है। उन्होंने जनसमुदाय से गढ़बों नवा छत्तीसगढ़ के सपने को पूरा करने के लिए बढ़-चढ़कर अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने की अपील की। नया जिला सक्ती बिलासपुर संभाग के अंतर्गत होगा। जिला सक्ती में उपखंड सक्ती की तहसील सक्ती, मालखरौदा, जैजैपुर और उपखंड डभरा की तहसील डभरा सहित कुल 5 तहसीलें शामिल किए गए हरैं। सक्ती जिले में 18 राजस्व निरीक्षक मंडल हैं। नवगठित जिले में चंद्रहासिनी माता मंदिर चंद्रपुर, अड़भार अष्टभुजी माता मंदिर, रेनखोल, दमऊदरहा जैसे पर्यटन स्थल भी शामिल हैं।

सारंगढ़-बिलाईगढ़

सारंगढ़-बिलाईगढ़ का राज्य के 30 वें जिले के रुप में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उद्घाटन किया। नवगठित जिले के शुभारंभ अवसर पर वहां के क्षेत्रवासियों के चेहरे पर अपनी बरसों पुरानी मांग के पूरा होने का उत्साह और हर्ष स्वाभाविक रूप से दिखाई दिया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस मौके पर कहा कि इन नये जिलों के बन जाने से शासन-प्रशासन की लोगों तक पहुंच और मजबूत होगी, जिससे इन क्षेत्रों में विकास कार्यों को तीव्र गति मिलेगी। जिले के शुभारंभ के दौरान स्थानीय नागरिकों ने मुख्यमंत्री का भव्य स्वागत करते हुए उनके प्रति आभार व्यक्त किया। इस दौरान मुख्यमंत्री को फलों, मेवों, मिठान्नों, छत्तीसगढ़ी व्यंजनों, लघु वनोपजों से तौल कर नागरिकों ने अपनी प्रसन्नता व्यक्त की। सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के शुभारंभ अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 512.29 करोड़ के विकास कार्यो का भूमिपूजन एवं 54.52 करोड़ के विकास कार्यो का लोकार्पण भी किया। नवगठित जिला सारंगढ़-बिलाईगढ़ का जिला मुख्यालय सारंगढ़, रायगढ़ से रायपुर राष्ट्रीय राज्य मार्ग क्रमांक 200 पर स्थित है। यहां रियासत कालीन समय से हवाई पट्टी स्थित है। जिला मुख्यालय सारंगढ़ छत्तीसगढ़ गठन के पूर्व से तहसील मुख्यालय एवं अनुविभागीय अधिकारी राजस्व मुख्यालय है। महानदी सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले की मुख्य नदी है। वहीं जिले के सारंगढ़- तहसील में स्थित गोमर्डा अभ्यारण्य सैलानियों को सहज ही अपनी ओर आकर्षित कर लेता है।


मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर

मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर कोरिया जिले से अलग होकर तथा जांजगीर-चांपा से अलग होकर सक्ती जिला नयी प्रशासनिक इकाई के रूप में अस्तित्व में सामने आया। प्रदेश के 32 वें जिले के रुप में मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर का उद्घाटन करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मंच से कहा कि अब आया हूं तो कुछ देकर जाऊंगा। इसके बाद उन्होंने मंच से मनेंद्रगढ़, चिरमिरी और भरतपुर के विकास के लिए 3-3 करोड़ रुपए देने की घोषणा की। इसके साथ ही कहा कि चिरमिरी के 100 बेड के अस्पताल को जिला अस्पताल बनाया जाएगा। मनेन्द्रगढ के सिद्ध बाबा मंदिर भी पर्यटन विभाग विकसित करेगा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि नया जिला अस्तित्व में आने से क्षेत्र में विकास की नयी धारा बहेगी, विकास की गति और तेज होगी। पहुंचविहीन क्षेत्रों में विकास कार्यों, शिक्षा, स्वास्थ्य, खाद्यान्न, इंटरनेट तथा रोड कनेक्टिविटी के लिए और बेहतर कार्य किए जाएंगे। नवीन जिला मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर सरगुजा संभाग के अंतर्गत होगा। जिले में कुल ग्रामों की संख्या 376 है। यहां 13 राजस्व निरीक्षक मण्डल तथा 87 पटवारी हल्का है। यहां मनेन्द्रगढ़, भरतपुर और खड़गवां अनुविभाग और मनेन्द्रगढ़, केल्हारी, भरतपुर, खड़गवां, चिरमिरी और कोटाडोल तहसील होंगे। यहां 5 नगरीय निकाय जिनमें नगरपालिका निगम चिरमिरी, नगरपालिका परिषद मनेन्द्रगढ़, नगर पंचायत झगराखांड़, नगर पंचायत खोंगापानी और नगर पंचायत नई लेदरी सम्मिलित हैं। नवगठित जिले में अमृतधारा जलप्रपात, सिद्धबाबा मंदिर सीतामढ़ी-हरचौका भरतपुर, रमदहा जलप्रपात जैसे पर्यटन स्थल भी शामिल हैं।


मोहला-मानपुर-चौकी

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 29 वें जिले के रुप में मोहला-मानपुर-चौकी का उद्घाटन किया। नये जिलों के गठन के दौरान वहां के लोगों ने जबर्दस्त उत्साह प्रकट करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने कहा कि नये जिले के गठन के निर्णय से अभूतपूर्व खुशी मुझे दिखी। रोड शो में जो भीड़ दिखी, उससे स्पष्ट है कि लोगों के लाभ के लिए कितना बड़ा फैसला लिया गया। उन्होंने आगे कहा कि 'छत्तीसगढ़ महतारी के कोरा में नवा जिला जुड़ गे हे'। लोगों की मुश्किल कम हो गई। पुरखों के देखे सपने सच हो रहे हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मोहला-मानपुर-अम्बागढ़ चौकी में 106 करोड़ रूपए के विकास कार्यों का भूमिपूजन एवं लोकार्पण किया। नवगठित जिले मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी जिला राजनांदगांव जिले से अलग होकर एक नये प्रशासनिक इकाई के रूप में पहचान बनाने जा रहा है। इस जिले की भौगोलिक सीमाएं उत्तर में जिला राजनांदगांव के तहसील छुरिया, दक्षिण में तहसील दुर्गकोंदल, पखांजुर जिला कांकेर, पूर्व में तहसील डौंडी, डौंडी लोहारा जिला बालोद एवं पश्चित में महाराष्ट्र की सीमा से लगी हुई है। नवीन जिला मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी दुर्ग संभाग के अंतर्गत होगा। नवीन गठित इस जिले में तहसीलों की संख्या 3 है जिसमें अम्बागढ़ चौकी, मोहला एवं मानपुर है। विकासखण्ड एवं जनपद पंचायत- अम्बागढ़ चौकी, मोहला एवं मानपुर है।


खैरागढ़-छुईखदान-गंडई

के साथ ही खैरागढ़-छुईखदान-गंडई 31वां जिला बन गया। इस जिले का उद्घाटन करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहरा कि हमने हमारे बरसों पुराने सपनों को साकार कर दिया है। अब हमारे क्षेत्र में भी तेजी से विकास हो पाएगा। व्यापार, व्यवसाय और रोजगार के अवसरों में भी बढ़ोतरी होगी। प्रशासन तक लोगों की पहुंच आसान हो जाएगी, इससे योजनाओं का लाभ भी तेजी से मिलेगा। उन्होंने कहा कि अब शासकीय कामकाज के लिए उन्हें दूर नहीं जाना पड़ेगा, पास में ही सभी जिला शासकीय कार्यालय होने से स्थानीय स्तर पर ही काम हो जाएंगे। इससे समय और धन की बचत होगी। पर्यटन महत्व के स्थानीय स्थलों को नयी पहचान मिलेगी और पर्यटन-उद्योग का विकास हो सकेगा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि नए जिले के गठन से इन क्षेत्र की वर्षों पुरानी मांग पूरी होने जा रही है। नए जिले के गठन से न केवल शासकीय कार्यक्रमों का बेहतर क्रियान्वयन होगा बल्कि लोगों को कई प्रकार की सार्वजनिक सुविधाएं भी मिलेगी। लोगों को प्रशासनिक कार्यों के लिए अधिक दूरी तय नहीं करनी पड़ेगी। नया जिला बन जाने से यहां के नागरिकों को काफी राहत मिलेगी और कई महत्वपूर्ण कार्य आसानी से होंगे। प्रशासनिक विकेन्द्रीकरण होने का फायदा आम जनता को मिलेगा। बुनियादी सुविधाएं शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल, खाद्यान्न लोगों तक आसानी से उपलब्ध होगी और सुविधाओं का विस्तार होगा। वहीं शासन की लोककल्याणकारी योजनाओं का क्रियान्वयन दूरस्थ अंचलों तक आसानी होगा। रोड कनेक्टिविटी, पुल-पुलिया के निर्माण से सुदूर वनांचल के क्षेत्रों में आवागमन की सुविधा बढ़ेगी।


रोड शो में मुख्यमंत्री पर लुटाया प्यार

नवगठित जिले के शुभारंभ अवसर पर मुख्यमंत्री के पहुंचते ही लोगों का उत्साह चरम पर दिखाई दिया। बड़ी संख्या में लोगों ने मुख्यमंत्री का पुष्प वर्षा कर भव्य और आत्मीय अभिनंदन किया और जिला निर्माण के लिए आभार प्रकट किया। मुख्यमंत्री के स्वागत में युवाओं ने बाइक रैली निकाली और स्कूली बच्चों ने लोकनृत्य किया। मुख्यमंत्री के रोड शो के दौरान उनके स्वागत में सड़क के दोनों ओर लोगों की लंबी कतारें देखने को मिली। सड़क के दोनों ओर नये जिले के निर्माण के लिए धन्यवाद देने भीड़ खड़ी थी। सीएम पर फूलों की वर्षा भी की गई। मुख्यमंत्री को चांदी का मुकुट पहनाया और तलवार देकर सम्मानित किया। विभिन्न संगठनों द्वारा मुख्यमंत्री को पारंपरिक छत्तीसगढ़ी व्यंजनो और फलों से भी तौला गया। मुख्यमंत्री ने नये जिलों के शुभारंभ पर जिलावासियों को बधाई और शुभकामनाएं दी।

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