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सौर सुजला योजना से चार साल में 72 हजार से अधिक सौर सिंचाई पंप, खेत से घरों तक खुशियों की रोशनी...

सौर सुजला योजना से चार साल में 72 हजार से अधिक सौर सिंचाई पंप, खेत से घरों तक खुशियों की रोशनी...
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By Gopal Rao

रायपुर 22 मई 2023 I सौर सुजला योजना अंतर्गत विगत चार वर्षों में 72 हजार से अधिक सौर सिंचाई पम्पों की स्थापना की गई है। उक्त सौर सिंचाई पम्प कृषकों को केवल 07 हजार से 20 हजार रुपए के अंशदान पर उपलब्ध कराया जा रहा है तथा सौर सुजला योजनांतर्गत ही राज्य शासन की महत्वाकांक्षी सुराजी गांव योजना नरवा, गरुवा, घुरुवा एवं बारी अंतर्गत गौठानों, चारागाहों एवं पंजीकृत गौशालाओं में भी सोलर पम्पों की स्थापना की जा रही है। छत्तीसगढ़ राज्य की सौर ऊर्जा नीति 2017-27 में संशोधन करते हुए सौर विद्युत उत्पादन संयंत्रों को औद्योगिक नीति में परिभाषित प्राथमिकता उद्योगों की श्रेणी में लिया गया है। उक्त संशोधन से राज्य में सौर ऊर्जा के क्षेत्र में निवेश को प्रोत्साहन मिलेगा। छत्तीसगढ़ राज्य के वन बाधित, दूरस्थ एवं उन पहुंचविहीन ग्रामों में जहां परंपरागत विद्युत नहीं पहुंच पाता है, वहां सौर संयंत्रों की स्थापना कर ग्रामों का विद्युतीकरण किया गया है। अब तक कुल 860 ग्रामों का सौर विद्युतीकरण कार्य किया गया है जिससे लगभग 1.40 लाख से अधिक घर/परिवार लाभान्वित हो रहे है। उल्लेखनीय है कि विगत 4 वर्षों में 80859 घरों का सौर विद्युतीकरण का कार्य किया गया है, जिसमें मुख्य रूप से बस्तर संभाग के दूरस्थ तथा नक्सल प्रभावित ग्रामों के 47914 घर/परिवार सम्मिलित हैं। राज्य में ग्रामीण स्तर पर शुद्ध पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करने हेतु सौर ऊर्जा आधारित पंप लगाने का काम भी किया गया है। विगत 4 वर्षों में ऐसे लगभग 8314 सोलर पंप स्थापित किए गए हैं। इसके अतिरिक्त 4 वर्षों में ही गांव के हाट बाजार एवं चौक-चौराहों पर रात्रिकालीन प्रकाश व्यवस्था उपलब्ध कराने हेतु 3691 स्थलों पर सौर ऊर्जा आधारित हाईमास्ट लाइट स्थापित की गई है।

सौर सुजला योजना

  • वर्ष 2017-18 तक 36,525 पंप कनेक्शन
  • वर्ष 2022-23 जनवरी तक 84,744 पंप कनेक्शन

इंदिरा गांव गंगा योजना

सौर ऊर्जा प्रणाली (सोलर पम्प) के माध्यम से नदी/एनीकट के समीप स्थित ग्रामों के तालाबों को जल से भरे जाने हेतु इंदिरा गांव गंगा योजना का क्रियान्वयन/संचालन राज्य शासन द्वारा किया जा रहा है। वित्तीय वर्ष 2022-23 में योजना के क्रियान्वयन हेतु राज्य बजट से 15 करोड़ रुपए स्वीकृत किया गया है। स्वीकत बजट अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2022-23 में 14 ग्रामों के 19 तालाबों को भरे जाने हेतु सोलर पम्पों (क्षमता 10 एच.पी.) की स्थापना का कार्य पूर्णकिया जा चुका है। योजना अंतर्गत अब तक कुल 23 ग्रामों में स्थित 35 तालाबों में जल भरे जाने हेतु सोलर पंपों के स्थापना का कार्य पूर्णकिया जा चुका है। वित्तीय वर्ष 2023-24 में योजना अंतर्गत 40 तालाबों में जल भरे जाने हेतु सोलर पंपों की स्थापना का लक्ष्य रखा गया है जिस हेतु 20 करोड़ रुपए का प्रावधान राज्य बजट में किया गया है।

गौठानों में भी बिजली उत्पादन

प्रदेश के गौठानों में उपलब्ध गोबर के उपयोग के लिए भाभा परमाणु अनुसंधान केन्द्र (BARC) मुंबई के ‘निसर्गऋण’ टेक्नोलॉजी के माध्यम से बायोगैस से बिजली उत्पादन संयंत्र स्थापना हेतु मुख्यमंत्री की उपस्थिति में 26 फरवरी 2022 को MOU हस्ताक्षरित किया गया है। इस तरह गौठानों में बायोगैस से विद्युत उत्पादन कर ग्रामीण …

Gopal Rao

गोपाल राव रायपुर में ग्रेजुएशन करने के बाद पत्रकारिता को पेशा बनाया। विभिन्न मीडिया संस्थानों में डेस्क रिपोर्टिंग करने के बाद पिछले 8 सालों से NPG.NEWS से जुड़े हुए हैं। मूलतः रायपुर के रहने वाले हैं।

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