राम वन गमन पथः छत्तीसगढ़ में राम वन गमन का एक और पड़ाव, सीतामढ़ी-हरचौका परिपथ के कार्यों का लोकार्पण...
रायपुर 20 सितंबर 2023। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल उस पुण्य धरती पर पहुँचे जहाँ से पहली बार वनवास के दौरान भगवान श्रीराम ने माता सीता के साथ छत्तीसगढ़ में प्रवेश किया था। मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश की सीमा पर मवई नदी के किनारे सीतामढ़ी-हरचौका में राम वन गमन पर्यटन परिपथ के अंतर्गत 07 करोड़ 45 लाख रूपए की लागत से राम वाटिका एवं अधोसंरचना विकास के कार्य कराए गए हैं। मुख्यमंत्री ने यहां भगवान श्रीराम की विशाल प्रतिमा, रामायण व्याख्या केन्द्र, कैफेटेरिया, सियाराम कुटीर, पर्यटक सूचना केन्द्र, नदी तट एवं अधोसंरचना विकास कार्यों का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले के सीतामढ़ी हरचौका में श्रीराम से जुड़े स्थलों में दर्शन किये और 7 करोड़ 45 लाख रुपए की लागत से निर्मित राम वनगमन पर्यटन परिपथ के कार्यों का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर जनकपुर में सौ बिस्तर अस्पताल बनाने की घोषणा भी की। साथ ही उन्होंने केलहरी से हरचौका तक सड़क चौड़ीकरण की घोषणा भी की। इस मौके पर उन्होंने मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर जिले को 359 करोड़ 83 लाख रुपए के 325 विकास कार्यों का लोकार्पण-भूमिपूजन कर सौगात दी। इनमें 156 करोड़ 47 लाख रुपए की लागत के 160 कार्यों का लोकार्पण और 203 करोड़ 36 लाख रुपए के 165 कार्यों का भूमिपूजन भी शामिल है। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि मुख्यमंत्री ने कहा कि हम लोग लगातार छत्तीसगढ़ी संस्कृति को सहेजने की दिशा में कार्य कर रहे हैं।
राष्ट्रीय आदिवासी महोत्सव के माध्यम से आदिवासी संस्कृति को राष्ट्रीय फलक में दिखाने का प्रयास किया। राष्ट्रीय रामायण महोत्सव के माध्यम से श्रीराम से जुड़े आदर्शों की प्रस्तुति हुई। हमारी बोली भाषा को सहेजने का कार्य हुआ। बोरे बासी जैसी हमारी खाद्य परंपरा फिर से स्थापित हुई। अब तो अफसर भी चाव से बोरे बासी खाते हैं और सोशल मीडिया में इसके पोस्ट करते हैं। मुख्यमंत्री ने बताया कि सितंबर महीने के अंत में राजीव गांधी किसान न्याय योजना की तीसरी किश्त अंतरित कर दी जाएगी। राजीव गांधी किसान न्याय योजना और इस तरह की अन्य योजनाओं के माध्यम से अब तक 01 लाख 75 हजार करोड़ रुपए की राशि हितग्राहियों के खाते में अंतरित की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि पहले आपके जिले में बिजली मध्यप्रदेश से आती थी अब बिजली आपके प्रदेश से ही आती है। हमने नया जिला, नया अनुविभाग इसलिए बनाया ताकि तरक्की तेजी से हो सके। आपके जिले में हमने 1260 करोड़ रुपए के विकास कार्य किये हैं। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष डा. चरणदास महंत ने कहा कि यह खुशी की बात है कि इस परिपथ का लोकार्पण गणेश चतुर्थी के मौके पर हो रहा है। मर्यादा पुरुषोत्तम राम हमारे आदर्श हैं। उनकी स्मृतियों को सहेजने का बहुत अच्छा कार्य मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कर रहे हैं। इस मौके पर मुख्यमंत्री तथा विधानसभा अध्यक्ष को भरतपुर-सोनहत विधायक गुलाब कमरो ने तीरधनुष भेंट किया। बालीवुड की प्रसिद्ध गायिका तृप्ति शाक्या द्वारा हनुमान चालीसा का पाठ किया गया। इस मौके पर संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत, आदिम जाति एवं अनुसूचित जाति विकास मंत्री मोहन मरकाम, संसदीय सचिव व बैकुण्ठपुर विधायक अम्बिका सिंह देव, मनेंद्रगढ़ विधायक डॉ विनय जायसवाल, संसदीय सचिव व सामरी विधायक चिंतामणि महाराज, गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष राजेश्री महंत डॉ. रामसुंदर दास, पर्यटन बोर्ड के अध्यक्ष अटल श्रीवास्तव भी मौजूद रहे।
हमारी प्रेरणा है श्रीरामः भूपेश बघेल
मुख्यमंत्री ने इस दौरान हितग्राहीमूलक सामग्रियों का वितरण भी किया। साथ ही विभागीय स्टाल का अवलोकन किया। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि भगवान श्रीराम के आशीर्वाद से छत्तीसगढ़ में तेजी से बदलाव हो रहा है। भगवान श्रीराम हमारी प्रेरणा रहे हैं। उनके आदर्शों पर चलने के लिए उनकी स्मृतियों को सहेजने के लिए हम श्रीराम वनगमन पर्यटन परिपथ का विकास कर रहे हैं। हमने चंदखुरी में माता कौशल्या मंदिर के परिसर का विकास किया है। यह दुनिया में एकमात्र माता कौशल्या का मंदिर है। शिवरीनारायण, राजिम, रामगढ़, सिहावा में हम भगवान श्रीराम से जुड़े पुण्यस्थलों का लोकार्पण कर चुके हैं।
मुकुंदपुर में श्रीराम प्रतिमा का लोकार्पण
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नगरी-सिहावा के मुकुंदपुर में आयोजित समारोह में राम वन गमन पर्यटन परिपथ के तहत भगवान श्रीराम की भव्य मूर्ति और विभिन्न निर्माण कार्यों का लोकार्पण किया। नगरी के मुकुंदपुर में 8 करोड़ 29 लाख रूपए की लागत से भगवान श्रीराम जी की प्रतिमा, श्री राम वाटिका, दीप स्तंभ, एलइडी ब्राडिंग, सप्तऋषि की मूर्तियां, प्रवेश द्वार, 01 कॉटेज, पार्किंग, एप्रोच रोड, पर्यटक सूचना केन्द्र, कलवर्ट निर्माण, कॉटेज निर्माण, लॉन डव्हलपमेंट, सीसीटीवी, यज्ञशाला, जनसुविधा केन्द्र, ड्रेन, विद्युतीकरण, ओव्हरहेड वॉटर टैंक, स्टेयर्स, सीढ़ी निर्माण, मॉडयूलर शॉपं, सप्तऋषि स्थल का विकास, साइनेजेस, गजीबो, बाउण्ड्रीवॉल, साइट डव्हलपमेंट, गार्ड रूम का निर्माण किया गया है। वही श्रृंगी ऋषि आश्रम सिहावा में करटेन वॉल (म्यूरल के साथ), प्रवेश द्वार, रेलिंग एवं शेड निर्माण, गजिबो, सौदर्यीकरण, विद्युतीकरण, यज्ञशाला (पहाड़ी पर), इंटरनल प्लम्बिंग, श्रृंगी ऋषि आश्रम में स्थित हनुमान मंदिर का सौंदर्यीकरण, पाथवे का विकास, जनसुविधा केन्द्र सहित विभिन्न अधोसंरचना विकास कार्यों का लोकार्पण किया।