Pradhan Mantri Matsya Sampada Yojana: मछली पालन को बढ़ावा देने केंद्र सरकार दे रही 60% तक सब्सिडी, करें लाखों की कमाई
केंद्र सरकार ने मछली पालन को बढ़ावा देने के लिए 10 सितंबर 2020 को प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना (PMMSY) की शुरुआत की थी। इसके लिए सब्सिडी भी दी जा रही है। प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना में 60 फीसदी तक की सब्सिडी मिलती है। आइए हम आपको बताते हैं इस योजना के बारे में..
रायपुर, एनपीजी न्यूज। केंद्र सरकार ने मछली पालन को बढ़ावा देने के लिए 10 सितंबर 2020 को प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना (PMMSY) की शुरुआत की थी। कोरोना महामारी के दौर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इस ओजना की आधिकारिक शुरुआत की थी।
2 लाख रुपए तक की सालाना कमाई
Pradhan Mantri Matsya Sampada Yojana का लाभ उठाकर 2 लाख रुपए तक की सालाना कमाई की जा सकती है। इसके तहत कम खर्च में घर पर ही मछली पालन का बिजनेस किया जा सकता है। दरअसल भारत एक कृषि प्रधान देश है, जहां 75 फीसदी आबादी गांवों में रहती है और खेती, पशुपालन, मछली पालन, मुर्गी पालन, बत्तख पालन, मधुमक्खी पालन जैसे व्यवसाय पर आश्रित है। ऐसे में केंद्र सरकार के साथ-साथ राज्य सरकारें भी मछली पालन के लिए किसानों को प्रोत्साहित कर रही हैं।
प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना में 60 फीसदी तक की सब्सिडी
इसके लिए सब्सिडी भी दी जा रही है। प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना में 60 फीसदी तक की सब्सिडी मिलती है। इस योजना के प्राथमिक उद्देश्यों में 2024-25 तक मछली उत्पादन को 70 लाख टन तक बढ़ाना, मत्स्य निर्यात आय को 1,00,000 करोड़ रुपये तक बढ़ाना, मछुआरों और किसानों की आय को दोगुना करना, फसल के बाद के नुकसान को कम करना और 55 लाख मत्स्य पालन क्षेत्र और इससे जुड़ी गतिविधियों में रोजगार के अवसर पैदा करना शामिल है।
Pradhan Mantri Matsya Sampada Yojana के बारे में जानें
- मत्स्य पालन और कृषि से संबंधित विभिन्न पहलुओं में सकारात्मक बदलाव लाना है।
- PMMSY का लक्ष्य देश भर में खाद्य प्रसंस्करण उद्योग को बढ़ने में मदद करना है।
- ये योजना कृषि उत्पादों को और अधिक कुशल बनाना चाहती है।
- सकल घरेलू उत्पाद में वृद्धि, रोजगार के अधिक अवसर पैदा करना मकसद।
- निवेश को प्रोत्साहित कर यह योजना अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने की उम्मीद करती है।
- भोजन को बर्बाद होने से रोकना उद्देश्य।
- किसानों को उनकी उपज के लिए बेहतर दाम देती है।
- किसानों की आय दोगुना करना मकसद।
- योजना ये सुनिश्चित करती है कि हम मछली संसाधनों का उपयोग इस तरह से करें जो पर्यावरण, समाज और अर्थव्यवस्था के लिए अच्छा हो।
- बेहतर तकनीकों का उपयोग और भूमि और पानी की देखभाल कर मछली उत्पादन और दक्षता में सुधार करना चाहिए।
- मछली पकड़ने के बाद हम उसे कैसे संभालते हैं, इसमें सुधार करने से इसे संग्रहित करने से लेकर इसे बेचने तक सब कुछ बेहतर बनाने में मदद मिलेगी।
- इस योजना का लक्ष्य है कि जो लोग मछली पकड़ते हैं या मछली पालते हैं, वे अधिक पैसा कमा सकें।
- खेती और मछली पकड़ने को अधिक लाभदायक बनाकर और निर्यात बढ़ाकर, यह योजना कृषि को देश की आय में अधिक योगदान देने में मदद करना चाहती है।
- मछुआरों और मछली किसानों को आर्थिक और शारीरिक रूप से सुरक्षित महसूस करना चाहिए।
योजना के लिए पात्रता मापदंड
- मछली पालन से संबंधित कार्यों में शामिल लोग- जैसे मछुआरे, मछली किसान, मछली श्रमिक और मछली विक्रेता।
- मछली किसान उत्पादक संगठन/कंपनियां।
- मत्स्य पालन में लगे उद्यमी और निजी कंपनियां।
- मत्स्य विकास निगम के सदस्य।
- मत्स्य पालन क्षेत्र में स्वयं सहायता समूह और संयुक्त देयता समूह।
- मत्स्य पालन सहकारी समितियां।
- मछली पकड़ने का संघ।
- अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति, महिलाओं और विकलांग व्यक्तियों जैसे हाशिए वाले समुदायों के व्यक्ति जो मछली पकड़ने की गतिविधियों में रुचि रखते हैं।
- इसका उद्देश्य देश में मत्स्य पालन क्षेत्र के सतत विकास के माध्यम से नीली क्रांति लाना है।
- PMMSY को 20,050 करोड़ रुपये के निवेश के साथ 'आत्मनिर्भर भारत' के हिस्से के रूप में पेश किया गया था, जो इस क्षेत्र में अब तक का सबसे अधिक निवेश है।
- यह योजना वित्त वर्ष 2020-21 से वित्त वर्ष 2024-25 तक 5 वर्षों की अवधि के लिये सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में लागू की जा रही है।
- संस्थागत ऋण तक पहुंच को सुविधाजनक बनाने के लिए मछुआरों को बीमा कवरेज, वित्तीय सहायता और किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) की सुविधा भी प्रदान की जाती है।
Pradhan Mantri Matsya Sampada Yojana 2024 के लिए जरूरी दस्तावेज
- आधार कार्ड
- पैन कार्ड
- बैंक खाते की डिटेल
- व्यवसाय पंजीकरण प्रमाण पत्र
- परियोजना रिपोर्ट
- अगर परियोजना के लिए जमीन आवश्यक है, तो भूमि पट्टा समझौता, भूमि स्वामित्व दस्तावेज या भूमि मालिक से NOC जैसे दस्तावेजों की जरूरत होती है।
- पार्टनरशिप डीड या मेमोरेंडम ऑफ एसोसिएशन (MOA)
प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना (PMSSY) के लाभ
मछली पकड़ने के बुनियादी ढांचे के लिए वित्तीय सहायता- यह योजना मछली पकड़ने के बंदरगाहों, मछली लैंडिंग केंद्रों, मछली बाजारों, मछली चारा संयंत्रों, मछली बीज फार्मों और मछली प्रसंस्करण इकाइयों जैसे मछली पकड़ने के बुनियादी ढांचे को विकसित करने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करती है।
मछली पालकों के लिए वित्तीय सहायता- ये योजना मछली पालकों को विभिन्न गतिविधियों जैसे तालाबों, पिंजरों, हैचरी और नर्सरी के निर्माण और अन्य उपकरणों की स्थापना के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करती है।
मत्स्य प्रबंधन के लिए सहायता- यह योजना वैज्ञानिक तरीकों को अपनाने, मत्स्य प्रबंधन योजनाओं की स्थापना और मत्स्य सूचना प्रणालियों को विकसित करने के माध्यम से मत्स्य संसाधनों के प्रबंधन के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करती है। मछली पालकों के लिए ऋण-लिंक्ड सब्सिडी- यह योजना मछली पालकों को मछली पालन को व्यवसाय के रूप में अपनाने के लिए प्रोत्साहित करने हेतु ऋण-लिंक्ड सब्सिडी देती है।
मछली उत्पादों के विपणन और निर्यात के लिए सहायता- यह योजना मछली उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए कोल्ड चेन, मछली प्रसंस्करण इकाइयों और पैकेजिंग सुविधाओं के विकास के लिए सहायता प्रदान करती है।
प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना 2024 के लिए आवेदन ऐसे करें
इस कार्यक्रम के तहत, एससी, एसटी और महिलाएं इकाई लागत का 60% अनुदान के लिए पात्र हैं, जबकि अन्य श्रेणियों को 40% सब्सिडी मिलती है। प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना के लिए आवेदन करने के इच्छुक लोग संबंधित विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। मत्स्य विकास पदाधिकारी चितरंजन कुमार के अनुसार आवेदन प्रक्रिया सीधी है। लाभार्थियों को विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर लॉग इन करना होगा, आवेदन पत्र पूरा करना होगा और सभी आवश्यक दस्तावेज अपलोड करने होंगे। इसके अलावा उन्हें अपना खुद का एससीपी-डीपीआर तैयार करना होगा और इसे आवेदन के साथ जमा करना होगा। डीपीआर और एससीपी की लागत इकाई लागत से अधिक हो सकती है, अनुदान इकाई लागत के आधार पर दिया जाएगा। डीपीआर टेम्पलेट आधिकारिक वेबसाइट पर डाउनलोड के लिए उपलब्ध है।