PM Shri Yojana 2024: मॉडर्न बनेंगे करीब 14 हजार 500 स्कूल, बच्चों को स्मार्ट शिक्षा से जोड़ने के लिए पीएम श्री योजना, जानें खास बातें
करीब 2 साल पहले 2022 में केंद्र सरकार ने पीएम श्री योजना का शुभारंभ किया था। इस योजना के तहत देश के 14 हजार 500 प्राथमिक, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों को मॉडल स्कूल के रूप में विकसित किया जा रहा है। आइए जानते हैं इस योजना के बारे में खास बातें...
रायपुर, एनपीजी न्यूज। करीब 2 साल पहले 2022 में केंद्र सरकार ने पीएम श्री योजना का शुभारंभ किया था। इस योजना के तहत देश के 14 हजार 500 प्राथमिक, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों को मॉडल स्कूल के रूप में विकसित किया जा रहा है। इन स्कूलों को राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुसार लेटेस्ट टेक्नोलॉजी, स्मार्ट क्लास, आधुनिक इन्फ्रास्ट्रक्चर जैसी सुविधाओं से लैस किया जाएगा।
केंद्र सरकार ने अगले 5 साल के लिए इस योजना के लिए 27 हजार करोड़ रुपये से अधिक का बजट तय किया है। पीएम श्री डैशबोर्ड ऑनलाइन में वर्तमान में 10,077 स्कूल सूचीबद्ध हैं, जिसमें से 839 स्कूल केंद्रीय विद्यालय, 599 नवोदय विद्यालय हैं, जिन्हें केंद्र सरकार संचालित करती है, जबकि 8 हजार 639 स्कूल राज्य सरकारों या स्थानीय सरकारों द्वारा संचालित किए जाते हैं।
केंद्र और राज्यों के बीच खर्च को लेकर 60:40 का अनुपात
इस योजना को केंद्र व राज्य सरकार 60:40 के अनुपात में फंड करते हैं। पूर्वोत्तर के राज्यों को लागत का 10 फीसदी वहन करना होता है।
5 सितंबर 2022 को हुई थी पीएम श्री योजना की शुरुआत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बच्चों को स्मार्ट एजुकेशन से जोड़ने के लिए योजना की शुरुआत की थी। इस योजना के जरिए पुराने स्कूलों को एक नया रूप दिया जा रहा है। पीएम श्री योजना की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शिक्षक दिवस के दिन यानी 5 सितंबर 2022 को की थी। इस योजना के तहत सभी चयनित स्कूलों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान की जाएगी।
इस योजना में अलग-अलग बैकग्राउंड से आने वाले बच्चों की बहुभाषी जरूरतों और विभिन्न शैक्षणिक क्षमताओं का ख्याल रखा जाएगा। इस योजना के जरिए देश के लगभग 20 लाख से अधिक छात्रों को लाभ मिल सकेगा।
- योजना- पीएम श्री योजना यानी प्रधानमंत्री स्कूल फॉर राइजिंग इंडिया योजना
- शुरुआत- सितंबर 2022 में
- उद्देश्य- भारत के पुराने स्कूलों को मॉडर्न बनाना
- लाभार्थी- चयनित किए गए स्कूल और उस स्कूल में पढ़ने वाले सभी विद्यार्थी
- कुल स्कूल- 14,500
- अधिकारिक वेबसाइट- https://dsel.education.gov.in/pm-shri-schools
PM Shri Yojana 2024 के बारे में जानें
योजना के तहत देश के लगभग 14 हजार 500 से अधिक स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों की देखभाल की जाएगी। साथ ही इन स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को एक सुरक्षित वातावरण मुहैया कराया जाएगा। स्टूडेंट्स के लिए सही तरीके का बुनियादी इन्फ्रास्ट्रक्चर भी तैयार किया जाएगा, ताकि बच्चे अपनी पढ़ाई पर पूरा फोकस कर सकें। इस योजना के जरिए सभी छात्रों को राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के आधार पर जोड़ा जाएगा। इस योजना में बच्चों को गुणवत्तापूर्ण स्कूली शिक्षा दी जाएगी।
इस योजना को 2022-23 से 2026-27 तक 5 सालों के समय में पूरा करने का प्रस्ताव रखा गया है। इस योजना के अंतर्गत देश के अलग-अलग राज्यों के अलग-अलग स्कूलों का चयन किया गया है। इन चयनित स्कूलों को योजना के तहत अपग्रेड किया जाएगा। अपग्रेड स्कूलों में स्मार्ट क्लास की सुविधा दी जाएगी।
PM Shri Yojana 2024 के लाभ
- चयनित स्कूलों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत व्यवस्था की जाएगी। स्कूल की शिक्षा को और भी ज्यादा मजबूत और गुणवत्तापूर्ण बनाया जाएगा। क्वालिटी एजुकेशन पर फोकस रहेगा।
- पीएम श्री स्कूलों में आधुनिकतम तकनीक, स्मार्ट शिक्षा और आधुनिक ढांचा होगा।
- पीएमश्री स्कूलों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) के सभी घटकों की झलक होगी।
- इस योजना के तहत 14500 से अधिक मॉडल स्कूलों को तैयार किया जाएगा। इसमें सभी छात्रों की देखभाल और सीखने की एक विस्तृत श्रृंखला पेश की जाएगी। इन स्कूलों में अच्छे भौतिक बुनियादी ढांचे को मजबूत किया जाएगा। इससे बच्चों को पढ़ाई ज्यादा जल्दी समझ में आएगी।
- इन स्कूलों में न सिर्फ विकास होगा, बल्कि 21वीं सदी के प्रमुख कौशल से लैस समग्र और सर्वांगीण व्यक्तियों का भी निर्माण होगा।
- इन स्कूलों में रोजगार क्षमता बढ़ाने और बेहतर रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए सेक्टर कौशल परिषद के साथ संबंध भी रखा जाएगा।
- 18 साल की आयु तक के सभी छत्रा-छात्राओं को बुनियादी स्तर से लेकर कक्षा 12 तक समान और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के लिए सिस्टम तैयार किया जाएगा।
- इन स्कूलों में प्री प्राइमरी से लेकर 12वीं तक की पढ़ाई होगी।
- जिले/ब्लॉक/क्लस्टर या आसपास के उप-इलाके के अन्य स्कूलों द्वारा पीएम श्री स्कूलों में नियमित दौरे को प्रोत्साहित किया जाएगा। इसका अर्थ ये है कि ये स्कूल अपने आसपास के अन्य स्कूलों का भी मार्गदर्शन करेंगे, ताकि बाकी स्कूल भी अपने यहां ढांचे को सुधारकर क्वालिटी एजुकेशन पर फोकस करें।
- योजना में चुने गए स्कूल में आधुनिक तकनीक वाली लैबोरेट्री बनाई जाएगी। इससे विद्यार्थियों को अलग-अलग मुद्दों पर प्रैक्टिकल ज्ञान मिलेगा, जिससे वे अपने सब्जेक्ट को बेहतर ढंग से समझ सकेंगे।
- योजना का उद्देश्य बच्चों को परीक्षा में अच्छे अंक हासिल करने के लिए अधिक समय और ध्यान देने वाले वातावरण को तैयार करना है।
- प्री प्राइमरी और प्राइमरी के बच्चों के लिए खेल पर फोकस किया जाएगा। जिससे उनका शारीरिक विकास हो सके।
- यह योजना पीएम श्री स्कूलों को आधुनिक जरूरतों के हिसाब से अपग्रेड करेगी। जिससे बच्चों की आधुनिक जरूरतें पूरी होंगी और वह एक अच्छे माहौल में शिक्षा को ग्रहण कर सकेंगे।
ऐसे स्कूलों की निगरानी के लिए जियो टैगिंग का इस्तेमाल
योजना के तहत अलग-अलग चरणों में स्कूलों का चयन होता है और फंड रिलीज किया जाता है। इस योजना के तहत सेलेक्ट होने वाले स्कूलों को पीएम श्री स्कूल कहा जाता है। इसमें राज्यों के साथ मिलकर स्कूलों का चयन किया जाता है और फिर आगे तमाम तरह की सुविधाएं छात्रों मिलती हैं। ऐसे स्कूलों की निगरानी के लिए जियो टैगिंग का इस्तेमाल किया जा रहा है। सरकार का दावा है कि इस योजना से करीब 18 लाख छात्रों को फायदा होगा।
पुराने स्कूलों के ढांचे को बनाया जाएगा सुंदर, मजबूत और आकर्षक
PM SHRI Yojana के माध्यम से पुराने स्कूलों के ढांचे को सुंदर, मजबूत और आकर्षक बनाया जाएगा। जानकारी के मुताबिक, देश के हर ब्लॉक में कम से कम एक पीएम श्री स्कूल की स्थापना की जाएगी।
चयन के लिए न्यूनतम मापदंड पूरा करना जरूरी
पीएम श्री स्कूलों का चयन चैलेंज मोड से किया जाता है। जो स्कूल कुछ न्यूनतम मानदंडों यानी अच्छी स्थिति में एक पक्की इमारत, बैरियर फ्री एक्सेस रैंप, बॉयज और गर्ल्स के लिए कम से कम एक-एक टॉयलेट को पूरा करते हैं, वे इस योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इसमें शहरी स्कूलों को कम से कम 70 फीसदी और ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों को 60% अंक प्राप्त करने चाहिए।
राज्यों को केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय को अनुशंसित स्कूलों की सूची भेजनी होती है। स्कूलों की फाइनल लिस्ट स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता सचिव की अध्यक्षता वाली एक विशेष समिति तैयार करती है। प्रत्येक ब्लॉक/शहरी स्थानीय निकाय से अधिकतम दो स्कूलों एक प्राथमिक विद्यालय और एक माध्यमिक या उच्च माध्ममिक विद्यालय का चयन किया जा सकता है।