मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के सुशासन में कृषकों की मेहनत और सपनों का सकार कर रही कृषक उन्नति योजना...
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के सुशासन में प्रदेश के किसानों को 3100 प्रति क्विंटल की दर पर धान की कीमत मिलने से उनके सपनों को पंख लग गए हैं

अम्बिकापुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के सुशासन में प्रदेश के किसानों को 3100 प्रति क्विंटल की दर पर धान की कीमत मिलने से उनके सपनों को पंख लग गए हैं। ऐसे ही एक किसान हैं प्रमोद सिंह, जो अपने बच्चों को डॉक्टर और शिक्षक बनाने का सपना देख रहे हैं और इसे साकार करने के लिए कृषि कार्य में निरंतर मेहनत कर रहे हैं।
कृषक उन्नति योजना से सपनों को मिला आधार
ग्राम पंचायत भफौली के रहने वाले प्रमोद सिंह परसा धान उपार्जन केन्द्र में हर साल करीब 140 क्विंटल धान बेचते हैं। उनके लिए यह केवल एक खेती का काम नहीं, बल्कि अपने बच्चों के भविष्य को संवारने का एक ज़रिया बन चुका है। उन्होंने बताया कि पिछले साल धान की अंतर राशि करीब 1 लाख 28 हजार रुपए मिले थे। जिससे बच्चों को कोचिंग में मदद मिल गई थी।
बच्चों को डॉक्टर और शिक्षक बनाने का है सपना
प्रमोद सिंह बताते हैं कि उनके दो बच्चे हैं, एक भिलाई में नीट की तैयारी कर रहा है और दूसरा रायपुर में बीएड की तैयारी में जुटा हुआ है। प्रमोद सिंह का सपना है कि उनके दोनों बच्चे उच्च शिक्षा प्राप्त कर समाज में प्रतिष्ठित नागरिक बनें और प्रदेश की सेवा करें। उनका मानना है कि अगर बच्चों को अच्छी शिक्षा मिलती है तो वे अपने पैरों पर खड़े होकर समाज के विकास में अपना योगदान दे सकते हैं। कृषक उन्नति योजना के तहत धान की मिलने वाली अंतर राशि उस सपने को पूरा करने में मददगार बनी है।
सुशासन में धान का मिला 3100 रुपए दाम
सुशासन की सरकार में धान के उपज का उचित मूल्य मिलने पर उनके परिवार की आर्थिक स्थिति में बड़ा सुधार लाया है। मुख्यमंत्री ने जो गारंटी किसानों से जो वादा किया था वो पूरा कर रहे हैं। जिससे बच्चों की शिक्षा में कोई कमी नहीं आ रही है। प्रमोद सिंह का कहना है कि, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में किसानों को मिल रही धान की कीमत ने हमें अपने बच्चों के सपनों को पूरा करने का एक मौका दिया है। अब हम अपने बच्चों को बेहतर शिक्षा देने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।“
सरकार की किसान-हितैषी योजनाओं ने किसानों को बेहतर जीवन जीने का अवसर प्रदान किया है। प्रमोद सिंह की कहानी उनकी मेहनत और दृढ़ संकल्प की मिसाल है, उनके लिए यह योजना सिर्फ अनाज उगाने का तरीका नहीं, बल्कि एक सशक्त भविष्य की दिशा बढ़ते क़दम है। प्रमोद सिंह ने कृषक उन्नति योजना के तहत धान के बढ़े हुए दाम पर अपनी खुशी जाहिर करते हुए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया है।
राजनांदगांव के किसान की जीवनशैली में भी बड़ा बदलाव
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के मार्गदर्शन में छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा राज्य में किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत करने के लिए संचालित कृषक उन्नति योजना ने ग्रामीण क्षेत्रों में समृद्धि और खुशहाली की नई मिसाल कायम की है। इस योजना के माध्यम से किसानों को न केवल उनकी फसलों का उचित मूल्य मिल रहा है, बल्कि उनकी जीवनशैली में भी बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है। राजनांदगांव विकासखंड के ग्राम रवेली के किसान अगनुराम साहू इसका जीता-जागता उदाहरण हैं।
अगनुराम साहू के पास 15 एकड़ जमीन है, जहां वे धान और अन्य फसलों की खेती करते हैं। इस वर्ष कृषक उन्नति योजना के तहत उन्हें 3100 रुपये प्रति क्विंटल की दर से धान का मूल्य मिलने पर उन्हें 2 लाख 40 हजार रूपए का लाभ हुआ। इसके अलावा, उन्हें बकाया धान का बोनस के रूप में 60 हजार रूपए प्राप्त हुए। इस राशि ने न केवल उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत हुई, बल्कि उनके भविष्य की योजनाओं को भी साकार करने में मदद मिली है।
साहू ने बताया कि वे खेती में आधुनिक तकनीकों और नवीनतम यंत्रों का उपयोग कर रहे हैं। उन्होंने धान की बिक्री से मिली राशि से ट्रैक्टर खरीदा है और अब वे उसकी किस्त चुकाने के साथ ही अपने खेत में सिंचाई के लिए ट्यूबवेल लगाने की योजना बना रहे हैं। इसके अलावा, वे अपने सपने का पक्का मकान बनाने की तैयारी भी कर रहे हैं। साहू को न केवल कृषक उन्नति योजना का लाभ मिला है, बल्कि अन्य सरकारी योजनाओं से भी उनकी जिंदगी बेहतर हो रही है। पर्रीनाला एनीकट के माध्यम से सिंचाई के लिए मोटर पंप पर उन्हें 11 हजार रूपए का अनुदान मिला है। घर में नल-जल योजना से स्वच्छ पेयजल की सुविधा उपलब्ध हुई है। उनकी बहू को महतारी वंदन योजना का लाभ मिला है, जिससे परिवार की आर्थिक स्थिति और बेहतर हुई है।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय का आभार व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि कृषक उन्नति योजना ने हम किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त किया है। अब हमारे पास न केवल खेती के लिए बेहतर संसाधन हैं, बल्कि हमारी जीवनशैली में भी सुधार हुआ है। उन्होंने यह भी कहा कि शासन की योजनाएं उनके जैसे किसानों के लिए वरदान साबित हो रही हैं। कृषक उन्नति योजना के कारण श्री अगनुराम साहू जैसे किसान अब न केवल अपनी फसल का उचित मूल्य प्राप्त कर रहे हैं, बल्कि अपने परिवार का बेहतर भविष्य गढ़ रहे है। श्री साहू जैसे किसान आज छत्तीसगढ़ की कृषि प्रगति की मिसाल बन गए हैं, और उनकी सफलता अन्य किसानों को भी प्रेरित कर रही है। कृषक उन्नति योजना ने यह साबित कर दिया है, कि योजनाबद्ध तरीके से किसानों का सशक्तिकरण किया जाए, तो ग्रामीण अर्थव्यवस्था को एक नई दिशा दी जा सकती है।