Mohla-manpur-ambagadh chowki district : मोहला मानपुर अंबागढ़ चौकी जिले को जानिए : जिले का इतिहास और सामान्य परिचय...

मोहला-मानपुर-अम्बागढ़ चौकी जिला 2 सितंबर 2022 को अस्तित्व में आया। पहले यह राजनांदगांव का हिस्सा हुआ करता था । यह छत्तीसगढ़ के दक्षिण- पश्चिमी भाग में स्थित है। शिवनाथ नदी का उद्गम यहीं पानाबरस की पहाड़ी से होता है। जिले को लौह अयस्क के समृद्ध भंडार के लिए जाना जाता है। यहां चूना पत्थर के भंडार भी हैं। इसे जल निकायों के लिए भी जाना जाता है।हरी-भरी पहाड़ियों ने इस अंचल को अद्भुत खूबसूरती प्रदान की है। वहीं आदिवासियों की कलाकृतियां भी लोगों का ध्यान खींचती हैं। शिवलोक, मोंगरा बैराज, माँ छुरिया देवी मंदिर आदि यहां के प्रमुख पर्यटन स्थल हैं।
इतिहास
प्राचीन समय में यह क्षेत्र चंद्रपुर राज के अधीन था। जिस पर गोंड राजाओं का शासन था। इसे तीन रियासतों में विभाजित किया गया था जो कोरचा, पानाबारस और आमागढ़ थीं। इनमें सबसे बड़ी पानाबरस रियासत थी। आजादी के समय यह मध्य प्रांत का हिस्सा था। मध्य प्रदेश शासन के दौरान यह दुर्ग जिले के अंतर्गत था। वर्ष 1973 में राजनांदगांव जिले के गठन के बाद यह राजनांदगांव जिले का हिस्सा बन गया। 2 सितंबर 2022 को जिला मोहला-मानपुर-अम्बागढ़ चौकी राजनांदगांव जिले से पृथक होने के बाद स्वतंत्र अस्तित्व में आया।
प्रशासनिक जानकारी
जिले का क्षेत्रफल 2145.29 वर्ग किमी है।
2011 की जनगणना के अनुसार जिले की आबादी 2, 83, 947 है। जिला मुख्यालय मोहला है। इसके अंतर्गत 5 तहसील, 3 ब्लॉक, 1 नगर पालिका, 1 नगर पंचायत, 3 जनपद पंचायत, 185 ग्राम पंचायत और 499 गांव हैं।
कृषि
इस क्षेत्र में मुख्य रूप से धान, बाजरा, दलहन आदि का उत्पादन होता है।
अर्थव्यवस्था
यह जिला लौह अयस्क के समृद्ध भंडार के लिए जाना जाता है। जिस वजह से यहां माइनिंग उद्योग विकसित हुआ। इनके अलावा जिला कृषि उत्पादों, लकड़ी और लघु वनोपज आधारित कई उद्योगों का केंद्र भी है। ग्रामीण आबादी कृषि के अलावा डेयरी, मुर्गी पालन और मत्स्य पालन में संलग्न है। वहीं जनजातीय आबादी वनोपज संग्रहण में लगी हुई है। ये हर्बल उत्पाद बनाने वाले लघु उद्योगों के लिए इमली, आंवला, महुआ, आम, सीताफल और औषधीय पौधों के पत्ते एकत्र करते हैं।
प्रमुख शिक्षण संस्थान
प्रमुख काॅलेज
० शासकीय लाल श्याम शाह महाविद्यालय
० शासकीय लाल चक्रधर शाह महाविद्यालय
० शासकीय आई टी आई
० रामनिवास शारदा कॉलेज ऑॅफ एग्रीकल्चर
प्रमुख स्कूल
स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी स्कूल
शासकीय ब्वायज़ स्कूल
शासकीय हायर सेकंडरी स्कूल
शासकीय प्राइमरी स्कूल
डीएनटी पब्लिक स्कूल आदि
प्रमुख पर्यटन स्थल
शिवलोक
शिवलोक जिले का प्रमुख आकर्षण है। महाशिवरात्रि पर आयोजित विशाल मेले में यहां श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ता है। बरसों से चली आ रही इस विशेष पूजा के अवसर पर यहां महाप्रसादी का वितरण होता है।
मोंगरा बैराज
अंबागढ़ चौकी से लगभग 10 कि.मी. मोंगरा गांव में स्थित है मोंगरा बैराज । चारों ओर से वनों और पहाड़ों से घिरा हुआ मोंगरा बैराज अपने अनुपम प्राकृतिक सौंदर्य और उद्यान के लिए प्रसिद्ध है। जहां दूर-दूर से पर्यटक पिकनिक के लिए पहुंचते हैं।
माँ छुरिया देवी मंदिर
माँ छुरिया देवी का मंदिर छत्तीसगढ के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है। मोहला गांव में विराजित माँ छुरिया देवी के दर्शन के लिए श्रद्धालु दूर-दूर से आते हैं। माँ छुरिया देवी को पहाड़ी वाली माता के नाम से भी जाना जाता है। यहां निकट ही शिव जी,काली माता और पंचमुखी हनुमान आदि देवी-देवता विराजित हैं।
कैसे पहुँचे
प्लेन से
जिले का निकटतम हवाई अड्डा स्वामी विवेकानंद हवाई अड्डा रायपुर में है, जो जिला मुख्यालय से करीब 170 किमी दूर है।
ट्रेन से
जिला, राजनांदगांव रेलवे स्टेशन से 75 कि.मी. और दल्ली-राजहरा, बालोद रेल्वे स्टेशन से 45 कि.मी. की दूरी पर स्थित है।
सड़क मार्ग से
जिला निकटवर्ती शहरों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है।