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Mla ramkumar yadav biography in hindi:- विधायक रामकुमार यादव का जीवन परिचय

Mla ramkumar yadav biography in hindi:-रामकुमार यादव चंद्रपुर सीट से दूसरी बार विधायक निर्वाचित हुए हैं। उन्होंने भाजपा की प्रत्याशी संयोगिता सिंह जूदेव को 15976 मतों के अंतर से हराया हैं। बेहद गरीब घर मे जन्मे रामकुमार यादव ने चरवाहे से विधायक तक का मुकाम हासिल किया है। उनके माता पिता मजदूरी करते थे। गांव में सिर्फ एक मिट्टी का घर ही उनका था। रामकुमार को रात में सोने के लिए पड़ोसियों के घर जाना पड़ता था। रामकुमार यादव ने गांव भर के गाय- भैंस चराते हुए अपनी स्कूली शिक्षा ली। गरीवी इतनी कि खाली पेट रहने के कारण इनकी माता की गैस की बीमारी से बिना इलाज के मौत हो गई। इनके भाई- भाभी की भी कश्मीर में मजदूरी करते मौत हो गई। रामकुमार यादव ने 21 वर्ष की उम्र में साइकिल में पोस्टर ले अपना प्रचार कर जिला पंचायत सदस्य के चुनाव में जीत हासिल की। उन्होंने छतीसगढ़ एकता मोर्चा पार्टी भी बनाई। 2018 विधानसभा चुनाव से पहले वह कांग्रेस में आये और जीत हासिल की। वे राज्य ग्रामीण एवं पिछड़ा वर्ग विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष भी रहें हैं।

Mla ramkumar yadav biography in hindi:- विधायक रामकुमार यादव का जीवन परिचय
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By NPG News

Mla ramkumar yadav biography in hindi:- रामकुमार यादव चंद्रपुर सीट से दूसरी बार विधायक निर्वाचित हुए हैं। उन्होंने भाजपा की प्रत्याशी संयोगिता सिंह जूदेव को 15976 मतों के अंतर से हराया हैं। बेहद गरीब घर मे जन्मे रामकुमार यादव ने चरवाहे से विधायक तक का मुकाम हासिल किया है। उनके माता पिता मजदूरी करते थे। गांव में सिर्फ एक मिट्टी का घर ही उनका था। रामकुमार को रात में सोने के लिए पड़ोसियों के घर जाना पड़ता था। रामकुमार यादव ने गांव भर के गाय- भैंस चराते हुए अपनी स्कूली शिक्षा ली। गरीवी इतनी कि खाली पेट रहने के कारण इनकी माता की गैस की बीमारी से बिना इलाज के मौत हो गई। इनके भाई- भाभी की भी कश्मीर में मजदूरी करते मौत हो गई। रामकुमार यादव ने 21 वर्ष की उम्र में साइकिल में पोस्टर ले अपना प्रचार कर जिला पंचायत सदस्य के चुनाव में जीत हासिल की। उन्होंने छतीसगढ़ एकता मोर्चा पार्टी भी बनाई। 2018 विधानसभा चुनाव से पहले वह कांग्रेस में आये और जीत हासिल की। वे राज्य ग्रामीण एवं पिछड़ा वर्ग विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष भी रहें हैं।

  • पिता का नाम:- स्व. चोलाल यादव
  • जन्मतिथि- 1 जून 1978
  • जन्मस्थान- ग्राम- जगमहन, ब्लॉक मालखरौदा जिला जांजगीर- चाम्पा
  • वैवाहिक स्थिति- अविवाहित
  • शैक्षणिक योग्यता- आठवीं
  • व्यवसाय- मजदूरी
  • स्थायी पता- ग्राम- जगमहन, पोस्ट- मुक्ता ब्लॉक- मालखरौदा जिला- जांजगीर- चाम्पा छतीसगढ़
  • मोबाइल नंबर- 99817-15300
  • स्थानीय पता- अशोका हाईट, ब्लॉक " सी", फ्लैट नंबर 203. मोवा,रायपुर छतीसगढ़
  • अभिरुचि- समाज सेवा

समाजिक एवं राजनैतिक जीवन का परिचय:-

चंद्रपुर विधायक रामकुमार यादव ने चरवाहे से विधायक तक का मुकाम हासिल किया है। उनके माता पिता के पास जमीन का एक टुकड़ा तक नही था,खाली गांव में एक कच्ची मकान थी। रामकुमार यादव रात को सोने के लिए भी पड़ोसी के घर जाते थे। अपनी बहन के ससुराल जब वह पढ़ने के लिए गए तब उन्हें पूरे गांव के मवेशी चराकर स्कूली शिक्षा लेनी पड़ी। उन्होंने सिस्टम की उदासीनता के चलते अपने गांव में खुद ही मेहनत मजदूरी कर सड़क बना दी थी। 21 साल की उम्र में उन्होंने पहली बार विधायक का चुनाव लड़ा था। उनके पास पोस्टर छपवाने व प्रचार के लिए भी पैसे नही थे। वे खुद ही सायकिल में सिर्फ एक पोस्टर लेकर अपना प्रचार करते थे और लोगों को पोस्टर पढवाते थे। उनके जुझारूपन को देखते हुए लोगो ने उन्हें जिला पंचायत सदस्य का चुनाव जितवाया।

उन्होंने छतीसगढ़ एकता मोर्चा नाम से अपनी राजनैतिक पार्टी का भी पंजीयन करवाया था। जिसके बैनर तले उन्होंने किसानों को मुआवजा दिलवाने लड़ाई लड़ी थी। इस आंदोलन को राहुल गांधी ने भी समर्थन दिया था। ग्रामीणों के जाति प्रमाण पत्र बनवाने के लिए उन्होंने रायगढ़ में चक्काजाम किया था। जिसके चलते वे तत्कालीन पीसीसी चीफ भूपेश बघेल की नजरों में आये और उन्हें कांग्रेस पार्टी में शामिल कर 2018 में चंद्रपुर विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी बनाया गया। चुनाव जीतने के बाद वे 2019-21 तक सदस्य पुस्तकालय समिति एवं सरकारी उपक्रम सबंधी समिति, छतीसगढ़ विधानसभा रहे। फिर 2020 में उन्हें राज्य ग्रामीण एवं पिछड़ा वर्ग विकास प्राधिकरण का उपाध्यक्ष बनाया गया।

2018 के जीत की कहानी:–

उन्होंने जांजगीर जिले (वर्तमान सक्ती) की चंद्रपुर विधानसभा से 2018 में पहली बार विधायक का चुनाव जीता है। चंद्रपुर विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 36 के नाम से जाना जाता है। यह एक अनारक्षित सीट है। यहां कुल मतदाताओं की संख्या 214680 है। जिनमे से 161830 (75.38%) मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। कांग्रेस के रामकुमार यादव को 517117 (31.96%) वोट मिले। जबकि बसपा की गीतांजली पटेल को 47299 (29.23%) वोट मिले। भाजपा की संयोगिता सिंह जूदेव को 39638( 24.49%) वोट मिले थे।

2023 के जीत की कहानी:–

चंद्रपुर विधानसभा में कुल 2340 99 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। कांग्रेस के रामकुमार यादव को 85525 वोट मिले। वह भाजपा की प्रत्याशी संयोगिता सिंह जूदेव को 69549 वोट मिले। कांग्रेस के रामकुमार यादव ने 15976 मतों के अंतर से चुनाव जीता। तीसरे स्थान पर बसपा के लाल साय खूंटे रहें। उन्हें 19898 वोट मिले। नोटा को 1028 वोट मिले। यहां 9 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे थे।

रामकुमार यादव बेहद गरीब घर से आते हैं। विधायक बनने के बाद भी उनके व्यवहार में कोई बदलाव नहीं आया और वह जनता से जुड़े रहे। क्षेत्र में उनकी अच्छी पकड़ और जनता में लोकप्रियता के अलावा उनके समाज का भी समर्थन मिला। जबकि भाजपा ने अपने प्रत्याशी को नहीं बदला। पिछली बार भी सीट से संयोगिता सिंह जूदेव भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ कर हार गई थी। उससे पहले दो बार उनके पति युद्धवीर सिंह यहां से विधायक थे। संयोगिता सिंह जूदेव जशपुर राजघराने की बहु हैं। जबकि रामकुमार यादव यहां के स्थानीय निवासी है जिसका फायदा उन्हें मिला।

जैजैपुर से कांग्रेस से बागी होकर लड़ रहें टेकचंद्र चंद्रा भी बेअसर रहें और चुनाव को प्रभावित कर सकें उतने वोट कांग्रेस के नहीं काट सके। जबकि बसपा ने भाजपा के वोटो में सेंध लगा दी। बसपा प्रत्याशी को 16 हजार से अधिक वोट मिले।

जांजगीर कृषि प्रधान जिला है। यहां एकमात्र फसल धान की ली जाती है। इसके लिए किसान सहकारी समितियां से कर्ज भी लेते हैं। कांग्रेस में कर्ज माफी और 200 यूनिट तक फ्री बिजली देने की घोषणा की थी। इस पर ही जिले के किसानों ने वोट किया और कांग्रेस को लाभ मिला। कांग्रेस की घोषणाओं पर जनता ने विश्वास किया। पिछले चुनाव के तत्काल बाद हुई कर्ज माफी से किसान वोटर प्रभावित रहे। कांग्रेस की सरकार आने पर इस बार भी कर्ज माफी होने की उम्मीद जनता को रही जो कांग्रेस के वोटो में तब्दील हो गई।

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