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Mla kismat lal nand biography in hindi:-विधायक किस्मत लाल नंद का जीवन परिचय।

Mla kismat lal nand biography in hindi:- विधायक किस्मत लाल नंद पहली बार विधायक बने हैं। वे सरायपाली विधानसभा से कांग्रेस की टिकट से चुनाव लड़ कर निर्वाचित हुए है। किस्मत लाल नंद ने एलएलबी की डिग्री लेने के बाद 1985 से 1989 तक कृषि अधिकारी के पद पर नौकरी की। फिर 1990 में सब इंस्पेक्टर चयनित हुए। उन्हें नक्सल क्षेत्र में अदम्य साहस का परिचय देने के चलते आउट ऑफ टर्न प्रमोशन भी मिला। इसके अलावा 16 सालों तक नक्सली एरिया में नौकरी के दौरान कई बहादुरी के कामों के चलते उन्हें राष्ट्रपति के द्वारा वीरता पुरस्कार व गैलेंट्री अवार्ड से भी सम्मानित किया गया। डीएसपी के पद से सेवानिवृत्त होकर उन्होंने विधायक के लिए चुनाव लड़ा और भाजपा के प्रत्याशी श्याम तांडी को प्राप्त मतों से दुगने से भी अधिक वोट प्राप्त कर जीत हासिल की। भाजपा प्रत्याशी को किस्मत लाल नंद ने 50 हजार से भी अधिक वोटों से हराया। उन्हें 1 लाख से भी अधिक वोट मिले थे। उन्होंने अपने बच्चों को ऐसे संस्कार दिए कि उनकी एक बेटी डीएसपी व दूसरी जज बनी।

Mla kismat lal nand biography in hindi:-विधायक किस्मत लाल नंद का जीवन परिचय।
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By NPG News

एनपीजी डेस्क।

पिता का नाम:- स्व. सहसराम नंद

जन्मतिथि:- 12 मई, 1959

जन्मस्थान- ग्राम- संतपाली, ब्लॉक सरायपाली जिला- महासमुंद (छतीसगढ़)

विवाह की तिथि:- 5 जनवरी 1990

पत्नी का नाम:- साधवती नंद

पत्नी की जन्मतिथि:- 14 सितंबर 1967

संतान- 1 पुत्र, तीन पुत्री

शैक्षणिक योग्यता- बीए, एलएलबी

व्यवसाय- रिटायर्ड डीएसपी (पुलिस विभाग) पेंशन से प्राप्त आय व कृषि

कुल संपत्ति:- 1 करोड़ 37 लाख 93 हजार रुपये।

स्थायी पता- ग्राम संतपाली,ब्लॉक सरायपाली, जिला महासमुंद छतीसगढ़ पिन कोड़- 493558

मोबाइल नंबर:- 77710- 24939

राजधानी रायपुर में स्थानीय पता:- मकान नंबर 197, सिमरन सिटी, मठपुरैना रायपुर छतीसगढ़

अभिरुचि- खेल एवं संगीत

पुरुस्कार- पुलिस सेवा के दौरान दिखाई गई बहादुरी के लिए राष्ट्रपति द्वारा वीरता पुरुस्कार से सम्मानित।

विशेष उपलब्धियां- राष्ट्रपति द्वारा गैलेंट्री मेडल से सम्मानित

सार्वजनिक एवं राजनैतिक जीवन का परिचय:-

किस्मत लाल नंद सरायपाली विधानसभा क्षेत्र के एक छोटे से गांव संतपाली में पैदा हुए। उन्होंने अपनी प्राथमिक शिक्षा संतपाली गांव में ही पूरी की। फिर हायर सेकेंडरी तक की शिक्षा भंवरपुर गांव से पूरी की। फिर रायपुर के दुर्गा महाविद्यालय से स्नातक व छतीसगढ़ महाविद्यालय से एलएलबी अर्थात विधि स्नातक की डिग्री ली। पढ़ाई पूरी करने के बाद सन 1985 से 1989 तक किस्मत लाल नंद ने कृषि अधिकारी के पद पर नौकरी की। फिर 1990 में सब इंस्पेक्टर के पद पर चयनित हुए। उन्होंने 16 साल तक अर्थात 1990 से 2006 तक नक्सल क्षेत्र में अपनी सेवाएं दी। 2006 में नक्सलियों के साथ हुए मुठभेड़ में उन्होंने अदम्य साहस दिखाया जिसके चलते आउट ऑफ टर्न प्रमोशन देकर निरीक्षक बना दिया गया। 2018 में इन्हें डीएसपी बनाया गया।

किस्मत लाल नंद ने अपने बच्चों को ऐसे संस्कार दिए हैं कि उनकी एक बिटिया दिनेश्वरी नंद आज डीएसपी है। वही दूसरी बेटी मीनू नंद सिविल जज है। सबसे खास बात यह है कि जब किस्मत लाल नंद पुलिस विभाग में जिस डीएसपी पद से रिटायर हुए उनकी बेटी ने सीधे उसी डीएसपी पद से नौकरी शुरू की। और बाप- बेटी ने एक ही साथ डीएसपी की नौकरी शुरू की। सबसे खास बात यह है कि उनकी बेटी दिनेश्वरी ने भी पिता की ही तरह नक्सल एरिया दंतेवाड़ा से पुलिस विभाग में नौकरी शुरू की। किस्मत लाल नंद 2018 में पहली बार महासमुंद जिले की सरायपाली विधानसभा से विधायक निर्वाचित हुए हैं। उन्होंने कांग्रेस की टिकट पर जीत हासिल की है। सरायपाली विधानसभा अनुसूचित वर्ग के लिए रिजर्व है। इसे क्षेत्र क्रमांक 39 के नाम से भी जाना जाता है। यहां कुल मतदाताओं की संख्या 190695 है। जिसमे से 158348 (83.04%) मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। कांग्रेस के किस्मत लाल नंद को 100302 (63.34%) वोट मिले। तो वही भाजपा के प्रत्याशी रहे श्याम तांडी को 48014 (30.32%) वोट मिले।

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