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Manendragadh -Chirmiri - bharatpur district: मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले को जानिए: जिले का इतिहास और सामान्य परिचय...

Manendragadh -Chirmiri - bharatpur district: मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले को जानिए: जिले का इतिहास और सामान्य परिचय...
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By NPG News

Manendragadh -Chirmiri - bharatpur district मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिला 9 सितम्बर 2022 को अस्तित्व मे आया था आया। पहले यह कोरिया जिले का हिस्सा हुआ करता था। जिला छत्तीसगढ़ के उत्तर-पश्चिमी भाग में स्थित है। इसे सरगुजा संभाग के कोयला हब के रूप में जाना जाता है। छत्तीसगढ़ में उद्योगों के विकास की शुरुआत जिन क्षेत्रों से हुई उनमें इस जिले का महत्वपूर्ण स्थान है। 1928 में यहां रेल लाइन बिछने की भी शुरूआत हो गई थी। यानी यह छत्तीसगढ़ के प्रारंभिक नियोजित शहरों में से एक है। यहां का प्राकृतिक सौंदर्य देखते ही बनता है। चिरमिरी को छत्तीसगढ़ के हिल स्टेशन के रूप जाना जाता है। प्रदेश का एकमात्र मरीन फाॅसिल पार्क मनेंद्रगढ़ में हैं। कोल भील और पंडो यहां की प्रमुख जनजातियों में शामिल हैं। अमृतधारा जलप्रपात, सिद्धबाबा मंदिर, सीतामढ़ी-हरचौका, रमदहा जलप्रपात आदि यहां के प्रमुख पर्यटन स्थल हैं।

इतिहास

यह जिला स्वतंत्रता से पहले चंगभाकर और कोरिया की रियासतों का हिस्सा था। आज़ाद भारत में यह मध्यप्रदेश के अंतर्गत सरगुजा जिले का हिस्सा था। 1998 में कोरिया को स्वतंत्र जिले का दर्जा मिला। इससे पहले ही मनेंद्रगढ़ को स्वतंत्र जिला बनाने की मांग उठने लगी थी। 29 जनवरी 1983 से ही यहां अनशन प्रारंभ हो गया था। श्री रतन लाल मालवीय के नेत्रत्व में प्रतिनिधि मंडल चर्चा के लिए भोपाल भी भेजा गया। लेकिन अंततः सरगुजा को विभाजित कर कोरिया जिला बनाया गया। इससे मनेंद्रगढ़ वासियों में रोष पनपा और आंदोलन-अनशन प्रारंभ हो गए जो लगातार 11 महीने तक चले। तब से लेकर किए गए प्रयास उस वक्त सफल हुए जब 15 अगस्त 2021 को सीएम भूपेश बघेल ने जिला निर्माण की घोषणा की। और छत्तीसगढ़ के 32 वें जिले के रूप में मनेंद्रगढ़ -चिरमिरी -भरतपुर जिला अस्तित्व में आया।

प्रशासनिक जानकारी

जिले का क्षेत्रफल 1, 46, 824 हेक्टयर है। 2011 की जनगणना के अनुसार जिले की जनसंख्या 3, 76, 696 है। जिले का मुख्यालय मनेन्द्रगढ़ है। जिला सरगुजा संभाग में आता है। इसके अंतर्गत 6 तहसील, 3 विकासखंड, 1 नगर पालिका, 1 नगर निगम, 5 नगरीय निकाय,233 ग्राम पंचायत और 376 गांव है।

कृषि

धान, दलहन, तिलहन, ज्वार-मक्का, कोदो-कुटकी आदि यहां की मुख्य फसलें हैं।

अर्थव्यवस्था

जिले को कोयला हब के रूप में जाना जाता है। जिले के चिरमिरी, खुरासिया और झगराखंड में कोयला मुख्यतः पाया जाता है। खनन के अलावा कृषि और वनोपज संग्रहण जिले की आय का आधार हैं। महात्मा गांधी रूरल इंडस्ट्रियल पार्क के अंतर्गत महिलाएं फ्लाई एश ब्रिक, पेवर ब्लॉक, पोल मेकिंग, बेकरी एवं मिलेट आइटम, पिकल्स मेकिंग एंड पैकेजिंग यूनिट, सनेटरी पैड एवं डायपर मेकिंग यूनिट आदि संभाल रही हैं।

प्रमुख शिक्षण संस्थान

प्रमुख काॅलेज

राजीव गांधी कालेज

स्वामी विवेकानंद पीजी काॅलेज

डॉ आर एन एस शिक्षा महाविद्यालय

सरस्वती कन्या महाविद्यालय

गवर्नमेंट लाहिरी काॅलेज चिरमिरी आदि

प्रमुख स्कूल

केंद्रीय विद्यालय

दिल्ली वर्ल्ड पब्लिक स्कूल

यूनिवर्सल पब्लिक हायर सेकंडरी स्कूल

सरस्वती शिशु मंदिर

ब्रेनी पब्लिक स्कूल

एकेडमिक हाइट्स पब्लिक स्कूल

कन्‍या आश्रम कोटाडोल

जामिया फैजुर्रजा बुरहानुल उलूम चैनपुर

जिले के प्रमुख पर्यटन स्थल

सिद्धबाबा पहाड़

सिद्धबाबा पहाड़ यह मनेन्द्रगढ़ जिला मुख्यालय से लगभग 4 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। मनेन्द्रगढ़ के आराध्य देव सिद्ध बाबा का मंदिर इसी पहाड़ी पर स्थित है। 85 मीटर ऊंचे इस पहाड़ से मनेन्द्रगढ़ शहर के एक एक कोने को देखा जा सकता है। करीब 117 साल पहले कोयला खदान में काम करने वाले मजदूरों ने इस पहाड़ पर छोटा सा मंदिर बनाया था। अब इसे पर्यटक स्थल के रूप में विकसित किया जा रहा है।

चिरमिरी

महानदी की सहायक नदी हसदो के तट पर बसे चिरमिरी को ऊपरवाले ने प्राकृतिक सौंदर्य से जी भर कर नवाज़ा है। चिरमिरी एक बेहद खूबसूरत हिल स्टेशन है। यहाँ बेहद खूबसूरत वाॅटरफाॅल हैं। ऊंचे-ऊंचे वृक्षों के झुरमुट हैं। ट्रेकिंग के शौकीनों के लिए यह बहुत अच्छी जगह है। जहां आपको एडवेंचर का अहसास होगा और सुकून भी मिलेगा। यहां जगन्नाथ मंदिर भी देखने योग्य है।

अमृतधारा जलप्रपात

यह मनभावन प्रपात मनेन्द्रगढ़ जिला मुख्यालय से लगभग 25 किलोमीटर दूर हसदेव नदी पर बनता है। हर साल महाशिवरात्रि पर यहां अमृतधारा महोत्सव आयोजित किया जाता है। यहां बायोडायवर्सिटी और तितली पार्क का भी निर्माण वन विभाग द्वारा किया गया है।

सीतामढ़ी हरचौका

कहा जाता है कि श्री राम ने वनवास काल के दौरान इस क्षेत्र में काफी लंबा समय गुज़ारा था। और सीतामढ़ी हरचौका वह जगह है जहां माता सीता ने भोजन पकाया था। छत्तीसगढ़ सरकार राम वन गमन पथ प्रोजेक्ट के तहत इस स्थल का सौंदर्यीकरण कर रही है। यह स्थान मनेन्द्रगढ़ जिला मुख्यालय से 150 किलोमीटर दूर है। कहते हैं कि यहां भगवान राम के पदचिन्ह भी देखे जा सकते हैं।

रमदहा जलप्रपात

यह बनास नदी पर एक बहुत ही सुंदर झरना है जो भरतपुर में स्थित है। वर्षाकाल में इसका सौंदर्य देखते ही बनता है।ऊंचाई से गिरते पानी से यहां धुंध बनती है जिसे देखकर पर्यटक आनंदित हो जाते हैं।

कैसे पहुँचे

प्लेन से

विवेकानंद हवाई अड्डा रायपुर, निकटतम प्रमुख हवाई अड्डा है।

ट्रेन से

अंबिकापुर रेलवे स्टेशन निकटवर्ती बड़ा स्टेशन है।अम्बिकापुर आने के लिए आपको देश के सभी हिस्सों से ट्रेनें मिल जाएंगी। मनेंद्रगढ़, चिरमिरी में अपेक्षाकृत छोटे स्टेशन हैं।

सड़क मार्ग से

NH - 43 और SH- 8 यहां से होकर गुज़रते हैं।

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