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Himalaya: आज से 60 करोड़ साल पहले जहां हिमालय है, वहां था विशालकाय सागर, जानें कैसे बना समुद्र से पर्वत?

क्या आप जानते हैं कि आज जहां पर हिमालय पर्वत है, वहां कभी विशालकाय समुद्र हुआ करता था, जिसका नाम टेथिस सागर है। ये जुरासिक काल से करीब 20 से साढ़े 14 करोड़ साल पहले की बात है। यानि आज से करीब 60 करोड़ साल पहले की। आज हम आपको इसी टेथिस सागर के बारे में इंटरेस्टिंग बातें बताएंगे..

Himalaya: आज से 60 करोड़ साल पहले जहां हिमालय है, वहां था विशालकाय सागर, जानें कैसे बना समुद्र से पर्वत?
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By Pragya Prasad

रायपुर, एनपीजी न्यूज। हिमालय 5 लाख 95 हजार वर्ग किमी क्षेत्र में फैला है। इसकी लंबाई पश्चिम में पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर से लेकर पूर्व में तिब्बत तक करीब 2500 किलोमीटर तक विस्तारित है। इसकी चौड़ाई दक्षिण से उत्तर के बीच विभिन्न जगहों पर 200 से 400 किमी तक है।

कभी हुआ करता था हिमालय की जगह पर विशालकाय सागर

इसकी सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट है। माउंट एवरेस्ट 8848.86 मीटर ऊंचा है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि आज जहां पर हिमालय पर्वत है, वहां कभी विशालकाय समुद्र हुआ करता था, जिसका नाम टेथिस सागर है। ये जुरासिक काल से करीब 20 से साढ़े 14 करोड़ साल पहले की बात है। यानि आज से करीब 60 करोड़ साल पहले की। आज हम आपको इसी टेथिस सागर के बारे में इंटरेस्टिंग बातें बताएंगे..


60 करोड़ साल से लेकर 25 करोड़ साल पहले तक मौजूद था टेथिस सागर

टेथिस सागर करीब 60 करोड़ साल से लेकर 25 करोड़ साल पहले तक धरती पर मौजूद था। ये बहुत ही विशालकाय सागर था, जिसका नाम ग्रीक देवी टेथिस के नाम पर रखा गया है। ये 2 विशाल भूखंडों से घिरा हुआ था। टेथिस सागर के एक तरफ यूरोशिया और दूसरी तरफ गोंडवानालैंड यानि इंडियन प्लेट था। ये दोनों भूखंड करोड़ों सालों में एक-दूसरे की ओर गति करते हुए पास आते गए।

इस तरह से हुआ हिमालय का निर्माण

इससे टेथिस सागर के पानी में गाद जमा होने लगी। करोड़ों सालों की प्रक्रिया के बाद यहां पानी धीरे-धीरे कम होता चला गया। वहीं दो विपरीत डायरेक्शन से पड़ने वाले दबाव के कारण सागर में जमी मिट्टी, गाद और अन्य चीजों की परत भी ऊपर की ओर खिसकती चली गई। करीब ढाई करोड़ साल पहले इसी वजह से हिमालय बना। माउंट एवरेस्ट की चोटी समुद्री चूना पत्थर से बनी है, इससे इस बात की पुष्टि होती है कि पहले यहां पर विशालकाय समुद्र था।

यहां समुद्र होने की हुई पुष्टि

टेथिस सागर ने ही करीब 225 मिलियन साल पहले भारत को एशियाई महाद्वीप से अलग कर दिया था। उत्तराखंड के चकराता के पास देवबन पर्वत पर मिले एल्गी फॉसिल्स और रीढ़ विहीन जीवों से पता चलता है कि यहां पर कभी समुद्र था।

6 देशों तक फैली हुई है हिमालय पर्वत श्रृंखला

हिमालय पर्वत शृंखला 6 देशों भारत, नेपाल, भूटान, तिब्बत, अफगानिस्तान और पाकिस्तान तक फैली हुई है। नेपाल और भूटान तो हिमालय क्षेत्र में ही बसे हुए हैं।

अंटार्कटिका और आर्कटिक के बाद सबसे ज्यादा बर्फ, इसलिए कहलाता है थर्ड पोल

गौरतलब है कि अंटार्कटिका और आर्कटिक के बाद सबसे ज्यादा बर्फ हिमालय पर्वत शृंखला में ही है, इसलिए इसे तीसरा ध्रुव भी कहा जाता है। यहां कम से कम 15 हजार विशालकाय ग्लेशियर हैं, जिनमें गंगोत्री और यमुनोत्री भी शामिल हैं।

हिमालय क्षेत्र की सबसे प्रमुख झील है मानसरोवर

हिमालयन क्षेत्र में कई झीलें भी हैं। इनमें सबसे प्रमुख झील मानसरोवर है, जो कैलाश पर्वत के पास करीब 420 वर्ग किमी में फैली है। यह समुद्र तल से 4,590 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। एक और पैंगोन झील भी है, जो भारत-चीन दोनों देशों में स्थित है। हिमालय क्षेत्र की सबसे बड़ी झील यमद्रोक झील है। ये करीब 700 वर्ग किमी में विस्तारित है।

Pragya Prasad

पत्रकारिता के क्षेत्र में काम करने का लंबा अनुभव। दूरदर्शन मध्यप्रदेश, ईटीवी न्यूज चैनल, जी 24 घंटे छत्तीसगढ़, आईबीसी 24, न्यूज 24/लल्लूराम डॉट कॉम, ईटीवी भारत, दैनिक भास्कर जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में काम करने के बाद अब नया सफर NPG के साथ।

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