सीएम हाउस में तीजा रंग! छत्तीसगढ़ के लोक पर्वां को संरक्षित रखने सीएम भूपेश का प्रयास, निभाई करु भात खिलाने से लेकर साज-श्रृंगार और विदाई की रस्में...
रायपुर 17 सितंबर 2023। छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा तीजा-तिहार इस बार भी रायपुर स्थित मुख्यमंत्री निवास में मनाया गया। प्रदेश के कोने-कोने से हजारों की संख्या में पहुंची महिलाओं को सीएम हाउस में मायके सा मान-सम्मान मिला। मेहंदी, महावर के साथ मायके में मिलने वाला लुगरा भी गिफ्ट मिला। खुद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने करु भात खिलाने से लेकर साज-श्रृंगार और विदाई की रस्में निभाई।
तीजा तिहार के लिए मुख्यमंत्री निवास पारंपरिक छत्तीसगढ़िया अंदाज में बहुत अच्छे तरीके से सजाया गया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निमंत्रण पर पारंपरिक वेशभूषा में हजारों की संख्या में महिलाएं तीजा-पोरा मनाने मुख्यमंत्री निवास पहुंची। पूजा के लिए भगवान महादेव का आकर्षक मंदिर तैयार किया गया। मुख्यमंत्री सहित वहां मौजूद महिलाओं ने पूजा-अर्चना की। करु भात के लिए करेला चने की सब्जी, कढ़ी के साथ ठेठरी, खुरमी, बड़ा, सोहारी और अन्य छत्तीसगढ़ी व्यंजनों की व्यवस्था की गई थी। छत्तीसगढ़ी लोक कलाकारों के दल ने छत्तीसगढ़ी गीत-संगीत से अनोखा समा बांधा। ‘तीजा पोरा के तिहार बहिनी नीक लागे मोर और गाड़ा गाड़ा जोहार...‘ जैसे गानों पर महिलाएं जमकर थिरकीं। मुख्यद्वार के पास रईचुली झूले की व्यवस्था थी, जिसका महिलाओं ने जमकर आनंद लिया। मुख्यमंत्री ने भी महिलाओं का उत्साह बढ़ाते हुए सपरिवार रईचुली झूले का आनंद लिया। मुख्यमंत्री संग सेल्फी लेने माताएं बहनें उत्साहित दिखी।तीजा-पोरा तिहार कार्यक्रम के लिए पूरे मुख्यमंत्री निवास की पारम्परिक रूप में भव्य सजावट की गई थी। कार्यक्रम प्रांगण को तीजा-पोरा पर्व सहित छत्तीसगढ़ी ग्रामीण संस्कृति और जन-जीवन के प्रतीकों से सुसज्जित किया गया था। मुख्य द्वार को पोरा पर्व के पारंपरिक नांदिया बैला से सजाया गया था। गैलरी को रंग-बिरंगे झालरों द्वारा आकर्षक कलेवर दिया गया था। ग्रामीण संस्कृति से जुड़े नयनाभिराम चित्रों से दीवारों को सजाया गया। छत्तीसगढ़ी पारंपरिक आभूषणों का प्रदर्शन भी यहां किया गया।
श्रृंगार से खिली मुस्कान
मुख्यमंत्री निवास में माताओं-बहनों के हाथों में मेहंदी और पैर में माहुर लगाने की व्यवस्था की गई थी। यह माना जाता है जब बेटी अपने मायके आती है तो वह कुछ इसी तरह साज श्रृंगार कर तीजा के त्यौहार में शामिल होती है। मेहंदी और माहुर लगवाने के लिए महिलाएं उत्साहित दिखीं और उनके चेहरे पर अलग ही मुस्कान खिली नजर आई जिसने माहौल को और खूबसूरत बना दिया। प्रदेश की बहनों के लिए मुख्यमंत्री निवास मायका बन गया था और तीजा-पोरा तिहार में महिलाएं जमकर झूमी। इस खुशी में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सपरिवार शामिल हुए और बहनों को तीजा का उपहार भी दिया। साथ ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सपरिवार भगवान शंकर और माता पार्वती की पूजा की। उन्होंने पोरा के अवसर पर खेती-किसानी की समृद्धि के लिए हल और नंदी बैल की पूजा कर प्रदेशवासियों की खुशहाली की कामना की। मुख्यमंत्री श्री बघेल सपरिवार तिहार में शामिल महिलाओं से मुलाकात की और सांस्कृतिक कार्यक्रमों, झूला और छत्तीसगढ़ी व्यंजनों का स्वाद लेते हुए आनंद उठाया।
महिलाओं को लेकर बदली धारणाः भूपेश बघेल
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने तीजा-पोरा तिहार को संबोधित करते हुए कहा कि महिलाएं आज घर और बाहर दोनों ही मोर्चे पर अपनी भूमिका बखूबी निभा रही है। घरेलू और सार्वजनिक जीवन में महिलाएं कामयाब है। बस्तर में दंतेश्वरी फाईटर की महिलाएं सर्च ऑपरेशन में जाती है, ऐसा ग्रुप बना है, जो नक्सलियो से मोर्चा ले रही हैं। छत्तीसगढ़ की महिलाएं जागरूक है और वे सक्रियता के साथ सभी गतिविधियों में भाग लेती हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में जो भी अतिथि आते हैं, महिलाओं को लेकर उनकी धारणाएं बदली है। छत्तीसगढ़ की महिलाएं जागरूक है और वह सक्रियता के साथ सभी गतिविधियों में भाग लेती हैं। इसलिए जब आप प्रदेश की सारी योजनाएं देखेंगे तो पाएंगे कि इन्हें महिलाओं को केंद्र में रखकर बनाई गई है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने तीजा, विश्व आदिवासी दिवस, कर्मा जयंती, छेरछेरा पुन्नी जैसे विशेष अवसरों को और आनंदित बनाने के लिए शासकीय अवकाश दिया है। इससे हम अपने त्यौहारों को और खुशहाली और उत्साह के साथ मना पा रहे हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार ने किसान न्याय योजना, श्रमिक हितैषी योजनाओं, गोधन न्याय योजना सहित विभिन्न योजनाओं के माध्यम से लगभग 1 लाख 75 हज़ार करोड़ सीधे प्रदेशवासियों के खाते में भेजी गई है। जिससे प्रदेश का सभी वर्ग समृद्ध हुआ है। उन्होंने कहा कि तीजा के अवसर पर ऐसा मानते है कि जब महिलाएं मायके जाती है तब बारिश होती है। आप देख रहे हैं कि पिछले दो-तीन दिन से अच्छी बारिश हो रही है। यह खुशी की बात है कि पिछले 5 सालों में हमारे प्रदेशवासियों को अकाल-दुकाल का सामना करना नहीं पड़ा है। मुख्यमंत्री ने बताया कि हमने हाल ही में निर्देश जारी किए हैं कि महिलाओं के विरुद्ध अपराध करने वालों को सरकारी नौकरी नहीं मिलेगी। हमने प्रदेश में महिलाओं का मान बढ़ाया है और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित किए हैं। बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में पहली बार शासकीय अंग्रेजी स्कूल खोला गया है, जहां गरीब परिवार के बच्चों को भी अंग्रेजी माध्यम में पढ़ने का मौका मिला है। हमारा लगातार प्रयास है कि हम प्रदेशवासियों को आर्थिक रूप से संपन्न बनाएं।
नारी शक्ति के सम्मान से ही देश महान बनेगा
तीजा-पोरा त्यौहार में महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेंड़िया ने कहा कि नारी शक्ति के सम्मान से ही देश महान बनेगा। उन्होंने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में महिलाओं की शिक्षा, सुरक्षा तथा सशक्तिकरण के लिए मजबूती के साथ काम हुआ है। प्रदेश में संचालित विभिन्न महिला केन्द्रित योजनाओं से उनके उत्थान की राह आसान हुई है। इस मौके पर सांसद फूलोदेवी नेताम तथा दिल्ली से विशेष रूप तीजा पोरा मनाने आई सुप्रिया श्रीनेत ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष किरणमयी नायक ने किया। इस अवसर पर राज्य खनिज विकास निगम के अध्यक्ष गिरीश देवांगन, संसदीय सचिव संगीता सिन्हा, शकुन्तला साहू, विधायक देवती कर्मा, सावित्री मंडावी, अनिता योगेन्द्र शर्मा सहित बड़ी संख्या में प्रदेशभर से आई महिलाएं उपस्थित थी।