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छत्तीसगढ़ की टाॅप-5 न्यूज़ सिर्फ यहां, एक क्लीक में पढ़ें-5 बड़ी खबरें...

छत्तीसगढ़ की टाॅप-5 न्यूज़ सिर्फ यहां, एक क्लीक में पढ़ें-5 बड़ी खबरें...
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By NPG News

रायपुर।

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  • ननद ने की भाभी की हत्या: मायके में रहकर ननद चलाती थी भाभी पर राज, विरोध करने पर भाई-पति और बेटी के साथ मिलकर उतारा मौत के घाट
    19 Oct 2022 11:52 AM GMT

    ननद ने की भाभी की हत्या: मायके में रहकर ननद चलाती थी भाभी पर राज, विरोध करने पर भाई-पति और बेटी के साथ मिलकर उतारा मौत के घाट

    बिलासपुर। महिला शादी के कई वर्षो बाद भी अपने पति व बच्ची के साथ मायके में रहकर ठाठ से राज करती थी। उसका मायके के हर मामले में हस्तक्षेप था। जिसका विरोध करना उसे इतना नागवार गुजरा कि उसने अपने पति, नाबालिक बेटी व भाई के साथ मिलकर अपनी भाभी की गला घोंट कर हत्या कर दी। फिर दुर्घटना का रूप देने के लिए बाथरूम से गिर कर मौत होना बता दिया। पुलिस ने ब्याहता महिला की हत्यारन ननद,ननदोई, नाबालिक भांजी व उसके पति को गिरफ्तार कर लिया है। घटना सरकंडा थाना क्षेत्र की है।

    मिली जानकारी के अनुसार सरकंडा थाना क्षेत्र के मेलापारा रोड रामायण चौक चाँटीडीह में 43 वर्षीय भूपेश ओझा पिता क्रांति कुमार ओझा परिवार समेत निवास करता है। उसकी प्रीति ओझा से सन 2016 में शादी हुई थी। 2017 में शादी से उसकी बच्ची हुई। भूपेश के घर मे उसकी बहन-बहनोई व एक नाबालिक भांजी भी रहते थे। घर के हर मामलों में भूपेश की बहन कीर्ति मिश्रा का दखल होता था जिसमें आपत्ति करने पर उसकी भाभी प्रीति ओझा से उसका आये दिन विवाद होते रहता था। विवाद में भूपेश ओझा अपने बहन-बहनोई का साथ देता था। विवाद की जानकारी जब प्रीति अपने मायके में देती थी तो भूपेश उसे मना करते हुए विवाद करता था।

    15 अक्टूबर को बेटी को जूस पिलाने के विवाद में प्रीति का अपने पति भूपेश व ननद कीर्ति से विवाद हो गया। रोज रोज के विवाद से तंग आकर भूपेश ने अपनी बहन कीर्ति,बहनोई मनु कुमार मिश्रा ने नाबालिक भांजी के साथ मिलकर विवाद की जड़ प्रीति को हमेशा के लिए रास्ते से हटाने का प्लान बनाया। तीनो ने मिलकर प्रीति के हाथ पांव पकड़ लिए और भूपेश ओझा ने रस्सी से प्रीति का गला घोंट दिया। प्रीति की मौत के बाद उसे पहले बाथरूम में ले जाकर रख दिये। थोड़ी देर बाद बाहर लाये और बरामदे में प्रीति के शव को रखकर गले में बंधे रस्सी के फंदे को कैची से काट कर अलग किया। फिर उसे मार्क अस्पताल लेकर गए और चक्कर आने पर बेहोश होकर बाथरूम मे गिरना बता दिया। डाक्टर ने वहां चेक कर अपोलो अस्पताल भेज दिया। जहां डॉक्टरों ने परीक्षण उपरांत प्रीति को मृत घोषित कर दिया।

    प्रीति के मायके वालों ने हत्या का आरोप उसके ससुराल वालों पर लगाया था। उसके ससुराल वाले पूछताछ में लगातार अपना बयान बदल रहे थे। कभी वह बाथरूम में गिरने की तो कभी फांसी लगा कर आत्महत्या की बात कहते रहे। बार बार बयान बदलने व सभी के बयानों में अंतर आने पर पुलिस ने जब कड़ाई से पूछताछ की तो आरोपी टूट गए और हत्या का जुर्म कारित करना स्वीकार कर लिया। पुलिस ने उनकी निशानदेही पर कटे हुए रस्सी का टुकड़ा व कैची जब्त कर लिया है। आरोपियों के खिलाफ हत्या के साथ ही आपराधिक षड्यंत्र व साक्ष्य छुपाने का अपराध दर्ज कर उन्हें न्यायिक रिमांड में भेजा है।

  • कर्मचारियों को बोनस: सीएम भूपेश बघेल ने बिजलीकर्मियों को दिया दिवाली का तोहफा, जानें बोनस के रूप में कितनी राशि मिलेगी...
    19 Oct 2022 11:48 AM GMT

    कर्मचारियों को बोनस: सीएम भूपेश बघेल ने बिजलीकर्मियों को दिया दिवाली का तोहफा, जानें बोनस के रूप में कितनी राशि मिलेगी...

    रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बिजली कर्मियों को बड़ी सौगात दी है। उन्होंने दीपावली के उपलक्ष्य में सभी नियमित और संविदा में कार्यरत बिजलीकर्मियों को 11 हजार रुपए तक बोनस/अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। इससे छत्तीसगढ़ पॉवर कंपनी के 16 हजार से अधिक कर्मचारी-अधिकारी लाभान्वित होंगे।

    छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर कंपनी के अधिकारियों को मुख्यमंत्री द्वारा दीपावली से पूर्व भुगतान हेतु जरूरी आदेश जल्द से जल्द जारी हेतु निर्देश दे दिए गए हैं, जिस के तारतम्य में मानव संसाधन विभाग से आज शाम तक आदेश जारी किए जाने की संभावना है।

    पिछले वित्तीय वर्ष में 21 हजार रुपए मूल वेतन तथा महंगाई भत्ता के रूप में मासिक वेतन प्राप्त करने वाले विद्युत कर्मी बोनस के लिए पात्र होंगे तथा सभी अन्य अधिकारी-कर्मचारियों को भी कार्यों में दक्षता बनाए रखने हेतु प्रोत्साहन स्वरूप रुपए 11 हजार की अनुग्रह राशि दी जाएगी। इससे पॉवर कंपनियों को लगभग 17 करोड़ रुपए का वित्तीय भार आएगा।

    बोनस अधिनियम 2005 के अनुसार नियोक्ता केवल नियमित एवं संविदा कर्मी को ही सीधे बोनस दे सकता है। अर्थात आउटसोर्सिंग के माध्यम से लगाए गए कर्मियों या दैनिक वेतन भोगी कर्मियों को उनके नियोक्ता ठेकेदार द्वारा ही बोनस दिया जाना है।

    पावर कंपनी में आउटसोर्सिंग और दैनिक वेतन भोगी के रूप में भी बहुत से कर्मचारी कार्य करते हैं, अतः उन्हें भी दीपावली में खुशियां मिले इसलिए मुख्यमंत्री ने विद्युत अधिकारियों को विशेष रूप से निर्देश दिए हैं कि आउटसोर्सिंग और दैनिक वेतन भोगी में लगे ठेका कर्मचारियों को भी दीपावली से पूर्व उनके नियोक्ता ठेकेदार द्वारा नियमानुसार बोनस दिया जाए, यह सुनिश्चित करें।

  • जल्द मिलेगा मुआवजा: सीएम ने सक्ती जिले में कलमा और साराडीह बैराज के पेंडिंग मुआवजा प्रकरण का जल्द निपटारा करने के निर्देश दिए
    19 Oct 2022 11:43 AM GMT

    जल्द मिलेगा मुआवजा: सीएम ने सक्ती जिले में कलमा और साराडीह बैराज के पेंडिंग मुआवजा प्रकरण का जल्द निपटारा करने के निर्देश दिए

    सक्ती। नवगठित सक्ती जिले के अंतर्गत कलमा और साराडीज बैराज के पेंडिंग मुआवजा प्रकरणों का जल्द ही निराकरण किया जाएगा। सीएम भूपेश बघेल ने अधिकारियों से कहा कि जो असली खातेदार हैं, उन्हें ही लाभ मिलना चाहिए।

    भेंट मुलाकात के लिए पहुंचे सीएम बघेल ने चंद्रपुर विश्राम गृह परिसर में सक्ती जिले के साथ डभरा ब्लॉक के अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली। उन्होंने कहा कि नया जिला बना है। लोगों में इसको लेकर खासा उत्साह है और अपेक्षाएं भी हैं। इसके लिए सभी अधिकारी अच्छे से कार्य करें, जिससे शासन-प्रशासन पर लोगों का विश्वास और मजबूत हो। उन्होंने कहा कि कल के भेंट मुलाकात में जो घोषणाएं की गई हैं, उन पर तेजी से अमल हो।

    उन्होंने अधिकारियों से कहा कि राजस्व रिकार्ड अपडेट नही होने से कोई भी व्यक्ति शासकीय योजना का लाभ लेने से वंचित नहीं होना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को नामांतरण, फौती, बंटवारा सहित राजस्व अभिलेखों के दुरुस्तीकरण का काम प्राथमिकता से करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सड़क निर्माण की गति धीमी है, उसे बढ़ाने की आवश्यकता है। अधिकारी नियमित इसकी मॉनिटरिंग और रिव्यू करें, जिससे सड़कों का काम तेजी से पूरा हो।

    उन्होंने साराडीह और कलमा बैराज के लंबित मुआवजा प्रकरणों का भी जल्द निराकरण करने के निर्देश बैठक में दिए। उन्होंने कहा कि जो असली खातेदार है, उनको ही इसका लाभ मिलना चाहिए। उन्होंने इसके लिए रिकॉर्ड को अपडेट करने के निर्देश भी दिए। इसके साथ कहा कि जिन गौठानो में गौठान समिति ठीक ढंग से काम नहीं कर रही है, उन्हें तत्काल बदलें। एनिमिक महिलाओं को नियमित रूप से गर्म भोजन का लाभ मिलना चाहिए।

    बैठक के दौरान भूमिहीन श्रमिक न्याय योजना के संबंध में मुहिम चलाकर गांवों में पात्र लोगों को चिह्नांकित करने और उन्हें योजना से जोड़ने के निर्देश दिए गए। हाट बाजार क्लिनिक योजना में गांवों की संख्या बढ़ाने, निर्धारित दवा और जांच की सुविधा लोगों को अनिवार्य रूप से उपलब्ध करवाने और हाट बाजार क्लिनिक संचालन की रैंडम जांच के निर्देश भी अधिकारियों को दिए गए।अगले 15 दिन में स्कूली बच्चों के शत प्रतिशत जाति प्रमाण पत्र निर्माण के लिए शिक्षाधिकारी को निर्देशित किया गया। ऐसे सारे गांव जो डूबान क्षेत्र में आते हैं और बाढ़ के दौरान लोगों को शिफ्ट करना पड़ता है, वहां सर्व सुविधायुक्त सामुदायिक भवन बनाना है। कलेक्टर सक्ती को ऐसे गांवों का सर्वे कर इस्टीमेट तैयार बनाने और आवश्यक कार्यवाही करने के लिए कहा गया।बैठक में चंद्रपुर विधायक रामकुमार यादव, सचिव ऊर्जा अंकित आनंद, जिले के प्रभारी सचिव धनंजय देवांगन, संभागायुक्त डॉ. संजय अलंग, आईजी रतन लाल डांगी, कलेक्टर नुपुर राशि पन्ना, एसपी एमआर अहिरे सहित सभी विभागों के जिला अधिकारी उपस्थित रहे।

  • Cg News-Video यह संवाद आपने सुना क्या? जब सीएम भूपेश बोले- देख कइसे फर्राटेदार अंग्रेजी बोलत हे हमर लइका मन, छात्र ने कहा- its all because...
    19 Oct 2022 11:37 AM GMT

    Cg News-Video यह संवाद आपने सुना क्या? जब सीएम भूपेश बोले- देख कइसे फर्राटेदार अंग्रेजी बोलत हे हमर लइका मन, छात्र ने कहा- it's all because...

    सक्ती। छत्तीसगढ़ में आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूलों का जबर्दस्त क्रेज देखने को मिल रहा है। नेशनल मीडिया में सुर्खियों में रहने वाले आत्मानंद स्कूल के बच्चे और सीएम भूपेश बघेल के बीच रोचक संवाद की भी चर्चा होती रहती है। ऐसा ही एक रोचक संवाद नवगठित जिले सक्ती के मुक्ता गांव में सीएम भूपेश बघेल और आत्मानंद स्कूल के छात्र के बीच हुआ।

    दरअसल, भेंट मुलाकात के अंतर्गत सीएम भूपेश मंगलवार को मुक्ता गांव पहुंचे थे। वे लोगों से बातचीत कर रहे थे। इसी बीच उन्होंने आत्मानंद स्कूल के छात्र संदीप पटेल से बात की। सीएम ठेठ छत्तीसगढ़ी में संदीप से सवाल कर रहे थे और संदीप अंग्रेजी में जवाब दे रहा था। यह सुनकर सीएम ने लोगों से कहा, 'देख कइसे फर्राटेदार अंग्रेजी बोलत हे हमर लइका मन...।' संदीप ने जवाब दिया, 'it's all because of you sir...।' यह सुनकर वहां मौजूद लोगों ने तालियां बजाईं। संदीप ने सीएम को बताया कि पहले अंग्रेजी माध्यम स्कूल में 20 से 25 हजार रुपए फीस लगती थी। अब उन्हें फीस नहीं देनी पड़ती।


  • मार्कफेड में 700 फाइलें जाम: विदेश दौरे और नवरात्रि के कारण बैठ नहीं पाए समीर विश्नोई, डंप हो गई फाइलें
    19 Oct 2022 11:29 AM GMT

    मार्कफेड में 700 फाइलें जाम: विदेश दौरे और नवरात्रि के कारण बैठ नहीं पाए समीर विश्नोई, डंप हो गई फाइलें

    रायपुर। राज्य सरकार ने एक नवंबर से धान खरीदी का ऐलान किया है। एक नवंबर को राज्योत्सव के साथ ही धान खरीदी की शुरुआत हो जाएगी। सीएम भूपेश बघेल ने किसानों की मांग के आधार पर पिछले महीने ही एक नवंबर से धान खरीदने की घोषणा कर दी थी। हालांकि अब इसमें एक नई मुसीबत आ गई है। मार्कफेड में एमडी नहीं होने के कारण धान खरीदी की तैयारियों पर असर पड़ सकता है। खबर है कि मार्कफेड में करीब 700 फाइलें जाम हो गई हैं।

    सामान्य प्रशासन विभाग ने पिछले महीने की 19 तारीख को आईएएस अधिकारियों की जिम्मेदारियां बदली थीं। इसमें समीर विश्नोई को मार्कफेड का एमडी बनाया गया था। इससे पहले किरण कौशल एमडी मार्कफेड थीं। मार्कफेड से पहले विश्नोई चिप्स के सीईओ की भी जिम्मेदारी संभाल रहे थे। 19 सितंबर को नई पोस्टिंग के बाद ही उन्हें 22 सितंबर को विदेश जाना था। चिप्स से जुड़े एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए वे विदेश दौरे पर गए थे। हालांकि धान खरीदी की तैयारियों को लेकर मुख्य सचिव ने उन्हें समय से पहले बुला लिया। इस बीच 26 सितंबर से 05 अक्टूबर के बीच नवरात्रि पर्व था। नवरात्रि और दशहरे की छुट्‌टियों के कारण कामकाज प्रभावित हुआ। मार्कफेड के काम में तेजी आती, उससे पहले 10 अक्टूबर को ईडी ने छापा मारा और दूसरे दिन आईएएस विश्नोई को अधिकृत तौर पर गिरफ्तार कर लिया।

    मार्कफेड के जरिए होती है खरीदी

    राज्य के किसानों से मार्कफेड की समितियों के माध्यम से ही समर्थन मूल्य पर धान खरीदी होती है। इसके लिए समितियों में धान खरीदी के बंदोबस्त, बारदाने की व्यवस्था, परिवहन, भंडारण की व्यवस्था से लेकर बारिश की स्थिति में धान को बचाने की भी व्यवस्था मार्कफेड के जरिये होती है। इसके लिए धान खरीदी केंद्रों का निर्धारण और वहां प्रभारियों की नियुक्ति की जाती है। सभी जिलों में डीएमओ की नियुक्ति भी करनी होती है।

    कई दागी डीएमओ की नियुक्ति

    सरकारी महकमे में यह चर्चा है कि समीर विश्नोई ने अपनी जॉइनिंग के कुछ दिनों में ही कुछ दागी डीएमओ की नियुक्ति कर दी है। पूर्व एमडी के कार्यकाल में इनके खिलाफ कार्रवाई की गई थी। इन सभी के खिलाफ जांच चल रही थी। इसी बीच उन्हें पोस्टिंग दे दी गई।

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