Balika Samridhi Yojana 2024: जन्म से लेकर पढ़ाई तक का खर्च उठाएगी सरकार, जानें बालिका समृद्धि योजना के फायदे और शर्तें
लड़कियों के लिए केंद्र सरकार बालिका समृद्धि योजना चला रही है। आज हम आपको बताएंगे इस योजना का मकसद, लाभ, विशेषताएं, पात्रता, दस्तावेज और इसके लिए अप्लाई करने की प्रक्रिया।
रायपुर। बालिका समृद्धि योजना (BSY) बेटियों के प्रति नकारात्मक सोच को दूर करने की एक पहल है। इस योजना के तहत सरकार बेटी के जन्म से लेकर उसकी पढ़ाई पूरी होने तक आर्थिक सहायता देगी। बालिका समृद्धि योजना भारत सरकार ने साल 1997 में शुरू की थी। पहली बेटी के जन्म पर मां को डिलीवरी के बाद 500 रुपये की आर्थिक मदद दी जाती है। इसके बाद बच्ची की 10वीं क्लास तक की पढ़ाई के लिए सरकार वित्तीय मदद करती है।
बीपीएल परिवार ही कर सकते हैं आवेदन
योजना के तहत शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में बेटी के पैदा होने पर सरकारी सहायता लेने के लिए बीपीएल परिवारों को ही पात्रता हासिल है। इस योजना का फायदा परिवार में केवल दो ही बेटियां ले सकती हैं। यह आर्थिक सहायता राशि बेटियों की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए दी जा रही है। ये राशि वह 18 साल पूरे होने पर बैंक से निकाल सकती है।
बालिका समृद्धि योजना का ग्रामीण क्षेत्रों में प्रबंध इंटिग्रेटेड चाइल्ड डेवलेपमेंट सर्विसेज द्वारा किया जाता है, वहीं शहरी इलाकों में स्वास्थ्य विभाग इस योजना को चलाता है।
बालिका समृद्धि योजना में बेटी को मिलती है इतनी स्कॉलरशिप
- क्लास 1 से 3 तक- 300 रुपए सालाना।
- क्लास 4- 500 रुपए सालाना।
- क्लास 5- 600 रुपए सालाना।
- क्लास 6 और 7- 700 रुपए सालाना।
- कक्षा 8- 800 रुपए सालाना।
- कक्षा 9 और 10- 1000 रुपए सालाना।
बालिका समृद्धि योजना में आवेदन के लिए ये दस्तावेज जरूरी
- बच्ची का बर्थ सर्टिफिकेट
- माता-पिता का निवास प्रमाण पत्र
- माता पिता या किसी परिजन का आईडी फ्रूफ जैसे- राशन कार्ड, आधार कार्ड
- बैंक अकाउंट का पासबुक
योजना शुरू करने का मकसद
- मां-बेटी के प्रति परिवार और समाज के बुरे बर्ताव को कम करना।
- लड़कियों के एजुकेशन को बढ़ावा देना और ड्रॉप आउट से बचाना।
- बालिग होने तक बच्चियों की परवरिश माता-पिता द्वारा किया जाना।
- लड़कियों की आर्थिक मदद, ताकि वे भविष्य में स्वावलंबी बन सकें।
बालिका समृद्धि योजना (BSY) के लिए अप्लाई करने का तरीका
ग्रामीण क्षेत्रों में इस योजना का प्रबंध इंटीग्रेटेड चाइल्ड डेवलपमेंट सर्विसेज (ICDS) करती है। शहरी क्षेत्रों में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के माध्यम से इसे लागू किया जाता है। एक ही योजना के लिए आवेदन पत्र आंगनबाड़ी कार्यकर्ता (ग्रामीण क्षेत्र) और स्वास्थ्य समारोह (ग्रामीण क्षेत्र) के साथ उपलब्ध है।
एक ही फॉर्म ऑनलाइन भी डाउनलोड किया जा सकता है। हालांकि ग्रामीण और शहरी लाभार्थियों के लिए अलग-अलग फॉर्म हैं, इसलिए आवेदन करते वक्त इस बात का ध्यान जरूर रखें। आवेदन फॉर्म को मांगी गई सभी जरूरी जानकारी के साथ भरें। इसके बाद फॉर्म को जहां से लिया था, वहीं पर भरने और दस्तावेज अटैच करने के बाद जमा कर दें।
योजना से जुड़ी कुछ अन्य बातें
- बालिका समृद्धि योजना के तहत जन्म के बाद की अनुदान राशि और एजुकेशन के लिए दी जाने वाली स्कॉलरशिप लाभार्थी के अकाउंट में जमा की जाती है।
- राशि को ब्याज सहित अकाउंट में ट्रांसफर किया जाता है। ये अकाउंट लाभार्थी बच्ची के लिए खोला जाता है।
- योजना के तहत लाभ की राशि सीधे बालिका के खाते में डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के माध्यम से पहुंचाई जाती है।
- इस राशि पर ज्यादा से ज्यादा अधिकतम ब्याज मिल सके, इसके लिए लाभार्थी बच्ची के लिए सार्वजनिक भविष्य निधि या राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र जैसी बचत योजनाओं को देखने की सलाह दी जाती है।
- बीमा पॉलिसी पर प्रीमियम का भुगतान करने के लिए जन्म के बाद के अनुदान और शैक्षणिक छात्रवृत्ति से केवल एक हिस्सा लगाया जा सकता है।
- इसके अलावा वार्षिक स्कॉलरशिप के तहत प्राप्त राशि का इस्तेमाल लड़की के लिए किताबों या ड्रेस की खरीदी के लिए किया जा सकता है। जरूरी भुगतान के बाद शेष राशि लाभार्थी के खाते में जमा की जाएगी।
- इस योजना का लाभ केवल अविवाहित लड़की ही ले सकती हैं। इस योजना का लाभ लेने के लिए लाभार्थी को एक प्रमाण पत्र जमा करना होगा, जिसमें यह प्रमाणित होगा कि लड़की अविवाहित है। यह प्रमाण पत्र लड़की के 18 साल के होने पर नगर पालिका या पर ग्राम पंचायत द्वारा जारी किया जाएगा।
- अगर लड़की की शादी 18 साल से पहले हो जाती है, तो उसे छात्रवृत्ति राशि और उस पर अर्जित ब्याज को छोड़ना होगा। वह केवल जन्म के बाद का अनुदान और उस पर मिलने वाला ब्याज ही ले सकती है।
- अगर लड़की की मौत 18 साल से पहले हो जाती है, तो उसके अकाउंट में जमा की गई पूरी राशि वापस ले ली जाएगी।
- इस योजना का लाभ उठाने के लिए बेटी 15 अगस्त 1997 को या फिर उसके बाद जन्मी होनी चाहिए।
- Balika Samridhi Yojana 2024 का लाभ केवल गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाली बेटियां ही उठा सकती हैं।
- Balika Samridhi Yojana 2024 के अंतर्गत 18 वर्ष की आयु पूरी करने पर बालिका स्थायी राशि भी वापस ले सकती है।
- बालिका के नाम पर भाग्यश्री बालिका कल्याण बीमा योजना के अंतर्गत बीमा पॉलिसी के प्रीमियम का भुगतान करने के लिए अनुदान या छात्रवृत्ति का उपयोग किया जा सकता है।