अघोर पीठ श्री सर्वेश्वरी समूह आश्रम में सैकड़ों मिर्गी रोगियों के बीच फकीरी व आयुर्वेदिक दवा का किया गया निशुल्क वितरण
पड़ाव स्थित अघोर पीठ सर्वेश्वरी समूह संस्थान देवस्थानम्, अवधूत भगवान राम कुष्ठ सेवा आश्रम के पवित्र प्रांगण में रविवार 24 नवम्बर को एक वृहद् निःशुल्क मिर्गी रोग चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया
वाराणसी। पड़ाव स्थित अघोर पीठ सर्वेश्वरी समूह संस्थान देवस्थानम्, अवधूत भगवान राम कुष्ठ सेवा आश्रम के पवित्र प्रांगण में रविवार 24 नवम्बर को एक वृहद् निःशुल्क मिर्गी रोग चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में आश्रम के वैद्य रंजीत कुमार जी ने 7 बच्चों सहित कुल 200 मिर्गी रोग से पीड़ित मरीजों को सूर्योदय से पूर्व (वयस्कों को) और सूर्योदय के साथ बच्चों को आयुर्वेदिक व फकीरी दवा दी।
साथ ही नशा से दूर रहने, परहेज करने और उचित खान-पान रखने सम्बन्धी निर्देश भी वैद्य जी ने मरीजों को दिये। साथ ही अवधूत भगवान राम कुष्ठ सेवा आश्रम के प्रमुख वैद्य बैकुंठ नाथ पाण्डेय जी ने भी आवश्यकतानुसार मरीजों को आयुर्वेदिक दवा सम्बन्धी सुझाव दिया। ज्यादातर मरीज अपने अभिभावकों के साथ एक दिन पूर्व ही शनिवार 23 नवम्बर की शाम तक आश्रम में आ गए थे। मरीजों और उनके सहयोगियों के ठहरने व भोजन की व्यवस्था संस्था की तरफ से निःशुल्क की गई। कुछ स्थानीय मरीज 24 नवम्बर की भोर में भी आश्रम पहुँचकर दवा प्राप्त किये।
उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश के विभिन्न जनपदों के अलावा देश के विभिन्न प्रान्तों यथा राजस्थान, मध्य प्रदेश, बिहार, झारखण्ड, पंजाब, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, दिल्ली तथा असम से मिर्गी रोग पीड़ित लोग दवा लेने के लिए आये थे। इन मरीजों में कुछ मरीज ऐसे भी थे जो दूसरी या तीसरी बार दवा लेने आये थे, उन मरीजों ने बताया कि पहली बार की दवा से उन्हें काफी लाभ हुआ है, इसीलिए हम पुनः आये हैं क्योंकि हम पूरी तरह से रोगमुक्त होना चाह रहे हैं।
गौरतलब है कि विश्ववंद्य संत परमपूज्य अघोरेश्वर बाबा भगवान राम जी द्वारा स्थापित संस्था श्री सर्वेश्वरी समूह तथा बाबा भगवान राम ट्रस्ट व अघोर परिषद् ट्रस्ट पूज्यपाद बाबा औघड़ गुरुपद संभव राम जी की अध्यक्षता व सान्निध्य में कुष्ठी जनों, पीड़ितों-उपेक्षितों और जरुरतमंदों की सेवा करने व समाज में सेवा करने की प्रेरणा हेतु अनेक लोककल्याणकारी कार्यक्रम निरंतर संचालित होता रहता है। इसी क्रम में संस्था मिर्गी रोग का समाज से उन्मूलन के लिए भी कृतसंकल्प है।