Begin typing your search above and press return to search.

10 अक्टूबर: आज है मालगुड़ी डेज के लेखक आरके नारायण का जन्मदिन, उनकी लिखी किताब गाइड पर बनी क्लासिक फिल्म, जानें उनके जीवन की खास बातें

जो भी 80-90 के दशक के बच्चे हैं, उन्होंने मालगुड़ी डेज सीरियल जरूर देखी होगी। ये सीरियल किताब पर बेस्ड थी, जिसे लिखा था अंग्रेजी के फेमस राइटर आर के नारायण ने। आज 10 अक्टूबर को आरके नारायण का जन्मदिन है। आज हम आपको उनके बारे खास बातें बताएंगे।

10 अक्टूबर: आज है मालगुड़ी डेज के लेखक आरके नारायण का जन्मदिन, उनकी लिखी किताब गाइड पर बनी क्लासिक फिल्म, जानें उनके जीवन की खास बातें
X
By Pragya Prasad

रायपुर, एनपीजी डेस्क। जो भी 80 या 90 के दशक के बच्चे हैं, उन्होंने मालगुड़ी डेज सीरियल जरूर देखी होगी। ये सीरियल किताब पर बेस्ड थी, जिसे लिखा था अंग्रेजी के फेमस राइटर आर के नारायण ने। वहीं उन्होंने द गाइड नाम से किताब भी लिखी, जिस पर बॉलीवुड की कल्ट क्लासिक फिल्म बनी। आज 10 अक्टूबर को आरके नारायण का जन्मदिन है। आज हम आपको उनके बारे खास बातें बताएंगे।

10 अक्टूबर 1906 को हुआ था आरके नारायण का जन्म

आरके नारायण का जन्म 10 अक्टूबर 1906 को हुआ था। वे चेन्नई के रासीपुरम के रहने वाले थे। उनका पूरा नाम रासीपुरम कृष्णास्वामी अय्यर नारायणस्वामी था। इनके पिता का नाम कृष्णास्वामी था, जो स्कूल में हेडमास्टर थे। शिक्षक परिवार में जन्मे आरके नारायण की रुचि भी बचपन से ही पढ़ाई-लिखाई में रही। उन्हें बचपन से ही कहानियां सुनना और लिखना पसंद था। प्यार से घर में लोग उन्हें कुंजप्पा कहते थे।

कुछ वक्त तक शिक्षक भी रहे आरके नारायण, फिर लेखन में बनाया करियर

आरके नारायण 9 भाई-बहनों में तीसरे नंबर पर थे। उनकी शुरुआती शिक्षा चेन्नई में अपनी दादी के पास हुई। हाई स्कूल तक की पढ़ाई उन्होंने चेन्नई में की, बाद में वे मैसूर आ गए जहां कॉलेज की शिक्षा पूरी करके कुछ समय तक उन्होंने टीचिंग जॉब भी की। फिर उन्होंने शिक्षक की नौकरी छोड़कर राइटिंग में ही अपना करियर बनाया।

साल 1943 में प्रकाशित आरके नारायण की किताब ‘द मालगुडी डेज’ को मिली भारी लोकप्रियता

आरके नारायण प्रमुख भारतीय अंग्रेजी साहित्यकार हैं। उनकी लिखी किताबों को विदेशों में भी खूब लोकप्रियता मिली। साल 1943 में आरके नारायण की किताब ‘द मालगुडी डेज’ आई थी, जिसे खूब लोकप्रियता मिली। बाद में उस पर टीवी सीरियल भी बना, जो न सिर्फ बच्चों बल्कि बड़ों में भी लोकप्रिय था। यह धारावाहिक 80 के दशक में शंकर नाग के निर्देशन में बना था।

किताब में काल्पनिक शहर मालगुडी का वर्णन

इस सीरियल में आरके नारायण के मन में बसे एक काल्पनिक शहर मालगुडी का बहुत सुंदर वर्णन हुआ है। इसमें दैनिक जीवन की छोटी-छोटी घटनाओं के साथ ही मानवीय संबंधों का प्राकृतिक चित्रण किया गया है, जो आपको सचमुच में घटित लगती हैं।

गाइड फिल्म आरके नारायण की किताब पर बेस्ड

आरके नारायण का नाम इंग्लिश लिटरेचर के प्रमुख 3 भारतीय लेखकों की श्रेणी में शामिल हैं। शायद आपको पता नहीं होगा कि देवानंद और वहीदा रहमान अभिनीत कल्ट क्लासिक फिल्म गाइड आर के नारायण की किताब द गाइड पर बेस्ड है।

आरके नारायण का पहला नॉवेल 'स्वामी एंड फ्रेंड्स'

आरके नारायण का पहला नॉवेल 'स्वामी एंड फ्रेंड्स' था। इसमें स्कूली लड़कों के एक ग्रुप की एक्टिविटीज पर लिखा गया था। 1937 में आरके नारायण ने अपने कॉलेज के अनुभव पर 'द बैचलर ऑफ आर्ट्स' नाम से उपन्यास लिखा। 1938 में उनका तीसरा उपन्यास 'द डार्क रूम' पब्लिश हुआ। इसमें उन्होंने मैरिड लाइफ के इमोशनल पहलू को छुआ। कर्नाटक में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए आरके नारायण ने 1980 में 'द एमरल्ड रूट' किताब लिखी। द ग्रैंडमदर्स टेल आर के नारायण का आखिरी उपन्यास था, जो 1992 में पब्लिश हुआ था।

आरके नारायण को मिले ये सम्मान और पुरस्कार

द गाइड उपन्यास के लिए आरके नारायण को 1958 में साहित्य अकादमी पुरस्कार दिया गया। 1964 में उन्हें पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। साल 2000 में पद्म विभूषण सम्मान उन्हें मिला। वह रॉयल सोसायटी ऑफ लिटरेचर के फेलो और अमेरिकन एकडमी ऑफ आटर्स एंड लैटर्स के मानद सदस्य भी रहे हैं। रॉयल सोसायटी ऑफ लिटरेचर ने1980 में उन्हें एसी बेन्सन पुरस्कार से नवाजा।

13 मई 2001 को आरके नारायण का हुआ निधन

1989 में आरके नारायण राज्य सभा के लिए नॉमिनेट हुए। 13 मई 2001 को 94 साल की उम्र में उनका निधन हो गया।

Pragya Prasad

पत्रकारिता के क्षेत्र में काम करने का लंबा अनुभव। दूरदर्शन मध्यप्रदेश, ईटीवी न्यूज चैनल, जी 24 घंटे छत्तीसगढ़, आईबीसी 24, न्यूज 24/लल्लूराम डॉट कॉम, ईटीवी भारत, दैनिक भास्कर जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में काम करने के बाद अब नया सफर NPG के साथ।

Read MoreRead Less

Next Story