Begin typing your search above and press return to search.

…जब DGP व 80 हजार पुलिसकर्मियों ने वर्दी पर लगायी एक ही नेमप्लेट ….. इस राज्य ने अपने बहादूर जवान को दिया अनूठा सम्मान…. जानिये किस जांबाज के सम्मान में अफसर से लेकर कांस्टेबल ने बदल ली अपनी नेमप्लेट

…जब DGP व 80 हजार पुलिसकर्मियों ने वर्दी पर लगायी एक ही नेमप्लेट  ….. इस राज्य ने अपने बहादूर जवान को दिया अनूठा सम्मान…. जानिये किस जांबाज के सम्मान में अफसर से लेकर कांस्टेबल ने बदल ली अपनी नेमप्लेट
X
By NPG News

पटियाला 27 अप्रैल 2020। DGP सहित प्रदेश के 80 हजार पुलिसकर्मियों का नाम आज बदल गया। सभी की वर्दी पर उनका नाम नहीं, बल्कि एक ही नाम “हरजीत सिंह” लिखा था। डीजीपी, ADG, IG, SP सहित प्रदेश के 80 हजार पुलिसकर्मियों ने अपने जांबाज पुलिसकर्मी हरजीत सिंह को अनूठे अंदाज में सम्मान दिया। पंजाब के डीजीपी दिनकर गुप्ता ने खुद की वर्दी पर हरजीत सिंह के नाम का नेमप्लेट लगाया। यही नहीं पंजाब पुलिस के सभी अफसर से लेकर कांस्टेबल तक इसी नेम प्लेट की वर्दी के साथ ड्यूटी कर रहे हैं।

इससे पहले अपने साथी हरजीत सिंह को सम्मान देने के लिए पंजाब पुलिस के 80 हजार जवान ने ‘मैं वी हां हरजीत सिंह’ (मैं भी हूं हरजीत सिंह) का नारा लगाते हुए 1.60 मुट्ठियां हवा में लहरायी और फिर अपने ड्यूटी में लग गये।

डीजीपी दिनकर गुप्ता ने पटियाला सब्जी मंडी में हरजीत सिंह के साथ हुए हादसे के मद्देनज़र कोरोना वॉरियर्स के प्रति सम्मान दिखाने के लिए ‘मैं भी हरजीत’ कैंपेन चलाया है। उन्होंने कहा, ‘हरजीत सिंह पुलिस और दूसरे फ्रंटलाइन वर्कर्स पर हो रहे हमले के खिलाफ सिंबल बन चुके हैं। इस मौके पर डीजीपी ने हरजीत सिंह के समर्थन में एक दिन के लिए उनके नाम का बैच अपनी यूनिफॉर्म में लगाया।

डीजीपी ने आगे बताया, ‘हरजीत सिंह को प्रमोट कर ASI से सब-इंस्पेक्टर बना दिया गया है। उनके प्रति सम्मान दिखाने के लिए ये पंजाब पुलिस का एक छोटा सा प्रयास है।’ सभी पुलिसकर्मी अपनी वर्दी पर हरजीत सिंह के नाम का बैच लगाकर ड्यूटी दे रहे हैं।

बता दें कि 12 अप्रैल को हरजीत सिंह पटियाला शहर में लॉकडाउन के लिए ड्यूटी पर तैनात थे। इसी बीच एक वाहन में सवार कुछ लोग बैरिकेडिंग के पास पहुंच गए। हरजीत की टीम के पास मांगे जाने के बाद शुरू हुए विवाद में ही निहंग सिखों ने ड्यूटी पर तैनात जवानों पर हमला किया था। इस दौरान कुछ लोगों ने तलवार से हरजीत सिंह का एक हाथ काट दिया था। इसके बाद पोस्ट ग्रैजुएट इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन ऐंड रिसर्च में डॉक्टर्स के तमाम प्रयासों के बाद हरजीत का हाथ जोड़ गया था। फिलहाल वह पीजीआई चंडीगढ़ में भर्ती हैं।


हरजीत सिंह के अलावा उनकी टीम के कुछ और जवान भी इस हमले में घायल हो गए थे। पंजाब सरकार ने तीन और पुलिसकर्मियों को डीजीपी मेडल से सम्मानित करने का ऐलान किया था। पंजाब पुलिस ने इस हमले के सिलसिले में एक महिला सहित 11 लोगों को गिरफ्तार किया था।

Next Story