Indigo Crisis : इंडिगो की 550 से ज्यादा फ्लाइट रद्द, आखिर कब सुधरेंगे हालात?
देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो में ऑपरेशन की समस्या लगातार 3 दिन जारी रही. एयरलाइन की 550 से अधिक घरेलू एवं अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को कैंशल कर दिया गया. इंडिगो ने DGCA को सूचित किया कि वह 8 दिसंबर से उड़ानों की संख्या कम करेगी और 10 फरवरी, 2026 तक पूरी तरह से स्थिर संचालन बहाल हो जाएगा

Indigo Crisis : देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो में ऑपरेशन की समस्या लगातार 3 दिन जारी रही. एयरलाइन की 550 से अधिक घरेलू एवं अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को कैंशल कर दिया गया. इंडिगो ने DGCA को सूचित किया कि वह 8 दिसंबर से उड़ानों की संख्या कम करेगी और 10 फरवरी, 2026 तक पूरी तरह से स्थिर संचालन बहाल हो जाएगा.
Indigo Crisis : ऐसी मुश्किल के दौर से गुजर रही इंडिगो को लेकर दो बड़े अपडेट सामने आए हैं. जानकारी के अनुसार देशभर में Indigo की 550 से ज्यादा उड़ानों को रद्द कर दिया गया है. सबसे ज्यादा कैंसिलेशन दिल्ली, मुंबई और बेंगलूरू से विमान को रद्द किया गया है. तीनों शहरों से 350 से ज्यादा विमानों को कैंसिल किया गया है. रद्द होने का ये सिलसिला अभी थमा नहीं है. आने वाले दिनों में और फ्लाइट्स रद्द की जा सकती है. और उसके साथ ही उड़ानों को थोड़ा सीमित भी किया जा सकता है. वहीं दूसरी ओर कंपनी की ओर से ये जानकारी सामने आई है कि कंपनी की ओर से ऑपरेशन फरवरी 2026 से पहले ठीक होना संभव नहीं है. आइए आपको भी बताते हैं कि इंडिगो प्रॉब्लम को लेकर किस तरह का अपडेट सामने आया था.
550 से ज्यादा उड़ाने कैंसिल
देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो में ऑपरेशन की समस्या लगातार तीसरे दिन गुरुवार को भी जारी रही. एयरलाइन की 550 से अधिक घरेलू एवं अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को रद्द कर दिया गया जबकि कई उड़ानें देर से रवाना होने से हजारों यात्रियों को भारी परेशानी किआ सामना करना पड़ा सूत्रों ने PTI भाषा को बताया कि दिल्ली हवाई अड्डे पर 172 उड़ानों सहित विभिन्न हवाई अड्डों पर 550 से अधिक उड़ानें रद्द कर दी गईं. सूत्रों के अनुसार मुंबई हवाई अड्डे पर कम से कम 118 उड़ानें रद्द हुईं, बेंगलुरु में 100, हैदराबाद में 75, कोलकाता में 35, चेन्नई में 26 और गोवा में 11 उड़ानें रद्द हुईं. अन्य हवाईअड्डों पर भी उड़ानें रद्द होने की सूचना मिली है.
दिल्ली से सबसे ज्यादा उड़ाने हुईं रद्द
नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने एक बयान में कहा कि इंडिगो में रद्द उड़ानों की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई है, जो प्रतिदिन लगभग 170-200 उड़ानों तक पहुंच रही है और यह सामान्य स्तर की तुलना में काफी अधिक है. देश के छह प्रमुख हवाई अड्डों- दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, बेंगलुरु और हैदराबाद के संयुक्त आंकड़ों के अनुसार एयरलाइन की समयपालन दर गिरकर 19.7 फीसदी पर आ गई थी जबकि दो दिसंबर को यह 35 फीसदी थी. समय पर उड़ानों के संचालन के लिए चर्चित Indigo के उड़ान प्रबंधन में आई इतनी बड़ी गिरावट पर यात्रियों के साथ हितधारक भी सवाल खड़े कर रहे हैं.
आखिर कब तक सुधर सकते हैं ये हालात?
वहीं दूसरी ओर इंडिगो ने गुरुवार को विमानन नियामक को सूचित किया कि वह आठ दिसंबर से उड़ानों की संख्या कम करेगी और 10 फरवरी, 2026 तक पूरी तरह से स्थिर संचालन बहाल हो जाएगा. इंडिगो की उड़ानों में पिछले कुछ दिनों में आए व्यवधान की पृष्ठभूमि में नागर विमानन मंत्रालय और नागर विमानन महानिदेशालय ने विमानन कंपनी के अधिकारियों के साथ एक विस्तृत समीक्षा बैठक की. डीजीसीए ने एक बयान में कहा कि उड़ान ड्यूटी समय सीमा मानदंडों के दूसरे चरण के कार्यान्वयन में गलत निर्णय और योजनागत अंतराल के कारण उड़ानों में व्यवधान हुआ क्योंकि चालक दल की जरूरतें अपेक्षा से अधिक हो गईं.
डीजीसीए ने इंडिगो से मांगा प्लान
इंडिगो ने नियामक को सूचित किया कि सुधार काम जारी है और 10 फरवरी, 2026 तक पूरी तरह स्थिर उड़ान संचालन बहाल हो जाएगा जबकि अगले कुछ दिनों में और उड़ानें कैंसिल होने की आशंका है. विमान कंपनी व्यवधानों को दूर करने के लिए 8 दिसंबर से उड़ानों का संचालन कम कर देगी. डीजीसीए ने इंडिगो से एक विस्तृत रिपोर्ट पेश करने को कहा है जिसमें विमान में चालक दल की भर्ती के लिए अनुमानित योजना के साथ चालक दल के प्रशिक्षण, रोस्टर पुनर्गठन, सुरक्षा-जोखिम आकलन और शमन उपायों की योजना शामिल हो. Indigo को उड़ान परिचालन को सामान्य करने के लिए एफडीटीएल में आवश्यक छूट संबंधी जानकारी के समक्ष समीक्षा के लिए प्रस्तुत करने का आदेश दिया हैं
