G20 Summit: PM मोदी ने लिखा ब्लॉग, कहा- हमें जी20 को दुनिया के अंतिम छोर तक ले जाना है
G20 Summit: नई दिल्ली में G-20 शिखर सम्मेलन की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। 8 से 10 सितंबर तक दिल्ली में शिखर सम्मेलन का आयोजन होगा, जिसमें G-20 समूह से जुड़े कई देशों के शीर्ष नेता शामिल होंगे।
नई दिल्ली में G-20 शिखर सम्मेलन की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। 8 से 10 सितंबर तक दिल्ली में शिखर सम्मेलन का आयोजन होगा, जिसमें G-20 समूह से जुड़े कई देशों के शीर्ष नेता शामिल होंगे। इस सम्मेलन से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी वेबसाइट पर एक ब्लॉग के जरिए कहा कि G-20 को दुनिया के अंतिम छोर तक ले जाना है। आइए जानते हैं कि प्रधानमंत्री मोदी ने अपने ब्लॉग में क्या-क्या कहा।
प्रधानमंत्री मोदी ने ब्लॉग में कहा, "'वसुधैव कुटुम्बकम', हमारी भारतीय संस्कृति के इन 2 शब्दों में एक गहरा दार्शनिक विचार समाहित है। इसका अर्थ है, 'पूरी दुनिया एक परिवार है'। यह एक ऐसा सर्वव्यापी दृष्टिकोण है, जो हमें एक सार्वभौमिक परिवार के रूप में प्रगति करने के लिए प्रोत्साहित करता है। एक ऐसा परिवार जिसमें सीमा, भाषा और विचारधारा का कोई बंधन न हो।" उन्होंने कहा, "भारत की G-20 अध्यक्षता के दौरान यह विचार मानव-केंद्रित प्रगति का विचार बना।"
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने ब्लॉग में कोरोना वायरस महामारी के बाद आए परिवर्तनों का जिक्र करते हुए कहा, "अब दुनिया के GDP-केंद्रित दृष्टिकोण से हटकर मानव-केंद्रित दृष्टिकोण की ओर बढ़ने की आवश्यकता है।"
उन्होंने कहा, "दुनिया ग्लोबल सप्लाई चेन में सुदृढ़ता और विश्वसनीयता के महत्व को पहचान रही है। वैश्विक संस्थानों में सुधार के माध्यम से बहुपक्षवाद को बढ़ावा देने का सामूहिक आह्वान सामने है। G-20 की हमारी अध्यक्षता ने इन बदलावों में उत्प्रेरक की भूमिका निभाई है।"
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "दिसंबर, 2022 में जब हमने इंडोनेशिया से अध्यक्षता का भार संभाला था, तब मैंने यह लिखा था कि G-20 को मानसिकता में आमूलचूल परिवर्तन का वाहक बनना चाहिए। विकासशील देशों, ग्लोबल साउथ के देशों और अफ्रीकी देशों को मुख्यधारा में लाने की आवश्यकता है।" उन्होंने कहा, "हमारी अध्यक्षता के तहत न केवल अफ्रीकी देशों की भागेदारी बढ़ी है, बल्कि G-20 के एक स्थायी सदस्य के रूप में अफ्रीकन यूनियन को शामिल किया गया है।"
प्रधानमंत्री मोदी ने G-20 समूह सहयोगी देशों से वैश्विक चुनौतियों का जिक्र करते हुए कहा कि कई देशों को चिंता है कि वह सतत विकास लक्ष्यों (SDG) को हासिल करने में पिछड़ रहे हैं। उन्होंने कहा, " SDG के मोर्चे पर G-20 का 2023 का एक्शन प्लान भविष्य की दिशा निर्धारित करेगा। इससे SDG को हासिल करने का रास्ता तैयार होगा। भारत में प्राचीन काल से प्रकृति के साथ सामंजस्य बिठाकर आगे बढ़ना हमारा एक आदर्श रहा है।"
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने ब्लॉग में टेक्नोलॉजी, डिजिटल बैंकिग और डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर (DPI) का जिक्र करते हुए कहा, "DPI का उपयोग करके हमने जो परिणाम प्राप्त किए हैं, उन्हें पूरी दुनिया देख रही है, उसके महत्व को स्वीकार कर रही है।" उन्होंने कहा, "अब G-20 के माध्यम से हम विकासशील देशों को DPI अपनाने, तैयार करने और उसका विस्तार करने में मदद करेंगे, ताकि वो समावेशी विकास की ताकत हासिल कर सकें।"
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "भारत की डेमोग्राफी, डेमोक्रेसी, डाइवर्सिटी और डेवलपमेंट के बारे में किसी और से सुनना एक बात है और उसे प्रत्यक्ष रूप से अनुभव करना बिल्कुल अलग है। मुझे विश्वास है कि हमारे G-20 प्रतिनिधि इसे स्वयं महसूस करेंगे।"
उन्होंने कहा, "हमारी G-20 अध्यक्षता विभाजन को पाटने, बाधाओं को दूर करने और सहयोग को गहरा करने का प्रयास करती है। हमारी भावना एक ऐसी दुनिया के निर्माण की है, जहां एकता हर मतभेद से ऊपर हो।"