Delhi Crime News: अब सांसद भी सुरक्षित नहीं! दिल्ली के हाई सिक्योरिटी जोन में महिला सांसद से लूटपाट, गर्दन पर आईं चोटें, FIR दर्ज
Delhi Crime News: देश की राजधानी दिल्ली में अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हो गए हैं कि अब सांसद भी सुरक्षित नहीं हैं। कांग्रेस की लोकसभा सांसद सुधा रामकृष्णन से रविवार सुबह मॉर्निंग वॉक के दौरान सोने की चेन छीन ली गई।

Delhi Crime News: देश की राजधानी दिल्ली में अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हो गए हैं कि अब सांसद भी सुरक्षित नहीं हैं। कांग्रेस की लोकसभा सांसद सुधा रामकृष्णन से रविवार सुबह मॉर्निंग वॉक के दौरान सोने की चेन छीन ली गई। यह घटना राष्ट्रीय राजधानी के हाई-सिक्योरिटी ज़ोन चाणक्यपुरी में हुई, जहां विदेशी दूतावास स्थित हैं।
सुबह की सैर के दौरान हुआ हमला
मयिलादुथुराई (तमिलनाडु) से सांसद सुधा रामकृष्णन ने बताया कि वह अपने एक साथी सांसद के साथ सुबह करीब 6:15 से 6:20 के बीच पोलैंड दूतावास के गेट-3 और गेट-4 के पास टहल रही थीं। उसी दौरान एक स्कूटी सवार युवक, जिसने हेलमेट पहन रखा था और चेहरा ढका हुआ था, उल्टी दिशा से आकर उनकी गर्दन से चेन छीनकर भाग गया।
गर्दन पर चोटें आईं
सांसद रामकृष्णन ने कहा, जैसे ही उसने चेन खींची, मेरी गर्दन पर चोट आई और हम गिरने से बचे। हम दोनों ज़ोर से चिल्लाए ताकि कोई मदद के लिए आए। इसके बाद उन्होंने दिल्ली पुलिस की एक गाड़ी को रोका और मौके पर ही शिकायत दर्ज कराई।
गृह मंत्री को लिखा पत्र
इस गंभीर घटना के बाद कांग्रेस सांसद ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखते हुए कहा- चाणक्यपुरी जैसे हाई-सिक्योरिटी वाले इलाके में, जहां देश-विदेश के दूतावास स्थित हैं, एक महिला सांसद पर हमला होना बेहद चौंकाने वाला है। उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि अगर दिल्ली जैसे वीवीआईपी क्षेत्र में महिलाएं सुरक्षित नहीं, तो देश के बाकी हिस्सों का क्या हाल होगा?
सांसद ने लिखा कि इस हमले से वह बेहद सदमे में हैं। उनकी चार सोने की चेन छीनी गईं, और गर्दन पर गहरे निशान आए हैं। उन्होंने मांग की कि अपराधियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाए और उन्हें उनका सामान वापस मिले तथा शीघ्र न्याय दिया जाए।
पुलिस ने FIR दर्ज की, जांच शुरू
दिल्ली पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है और जांच शुरू कर दी गई है। चाणक्यपुरी थाना क्षेत्र की टीम आसपास के CCTV फुटेज खंगाल रही है और इलाके में गश्त तेज़ कर दी गई है।
कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने इस घटना को लेकर दिल्ली पुलिस और केंद्र सरकार की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। संसद के मानसून सत्र के दौरान इस मुद्दे को गंभीरता से उठाए जाने की संभावना जताई जा रही है।
