Seelampur Building Collapse: दिल्ली की में चार मंजिला इमारत गिरी, 4 की मौत की आशंका, मलबे में अभी भी लोग दबे, राहत-बचाव कार्य जारी
Delhi Building Collapse Today: सीलमपुर की जनता कॉलोनी में चार मंजिला इमारत गिरने से बड़ा हादसा। चार की मौत, आठ लोग मलबे से निकाले गए। राहत-बचाव कार्य जारी।

Delhi Building Collapse: राजधानी दिल्ली के सीलमपुर इलाके में शनिवार सुबह एक चार मंजिला इमारत के गिरने से बड़ा हादसा हो गया। जनता कॉलोनी की गली नंबर 5 में स्थित यह इमारत अचानक भरभराकर गिर गई, जिससे अब तक चार लोगों की मौत और आठ के घायल होने की पुष्टि हुई है। घटनास्थल पर दिल्ली पुलिस, दमकल, NDRF, सिविल डिफेंस, और स्थानीय लोग मलबा हटाने में जुटे हुए हैं।
सुबह 7 बजे हुआ हादसा, मची अफरातफरी
उत्तर-पूर्वी दिल्ली के वेलकम थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली जनता कॉलोनी में सुबह 7:04 बजे इमारत ढहने की सूचना मिली। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर पाया कि तीन मंजिलें पूरी तरह जमींदोज हो चुकी हैं। ए-ब्लॉक की इस इमारत का नाम मतलूफ बताया गया है। हादसे में सामने वाली इमारत को भी भारी नुकसान हुआ है।
अब तक 8 लोगों को निकाला गया बाहर
बचाव कार्य में जुटे अधिकारियों के अनुसार, अब तक मलबे से 8 लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है, जिनमें महिलाएं, पुरुष और एक 14 महीने का मासूम बच्चा भी शामिल है। इन्हें नजदीकी JPC और GTB अस्पतालों में इलाज के लिए भेजा गया है।
मलबे से निकाले गए लोगों की सूची
- परवेज (32)
- नावेद (19)
- सिजा (21)
- दीपा (56)
- गोविंद (60)
- रवि कश्यप (27)
- ज्योति (27)
- अहमद (14 महीने)
4 की मौत की आशंका, मलबे में अभी भी लोग दबे
दिल्ली पुलिस ने बताया कि चार लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें से एक महिला और एक पुरुष के शव मलबे से बरामद किए गए हैं। 3-4 लोग अब भी मलबे में फंसे हो सकते हैं, जिन्हें निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। एडिशनल डीसीपी संदीप लांबा ने बताया कि स्थिति को देखते हुए भारी संख्या में रेस्क्यू बल मौके पर तैनात किए गए हैं। अनीस अहमद अंसारीने मीडिया को बताया, "सुबह करीब 7 बजे तेज धमाके के साथ बगल की इमारत गिरी। मलबा हमारे घर पर भी गिरा। बिजली चली गई। अभी भी 4-5 लोग मलबे में फंसे हुए हैं।"
कल भी हुआ था एक और हादसा
दिल्ली में लगातार दूसरे दिन इमारत गिरने की घटना सामने आई है। शुक्रवार को आज़ाद मार्केट इलाके में मेट्रो कॉरिडोर के निर्माण क्षेत्र में एक पुरानी इमारत गिर गई थी। उसमें मनोज शर्मा (45) की मौत हो गई थी। दिल्ली मेट्रो ने ₹5 लाख की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है।
दिल्ली में बढ़ते निर्माण कार्यों और जर्जर इमारतों की संख्या को देखते हुए यह सवाल और ज़रूरी हो गया है कि क्यों नहीं होती समय पर जांच? क्या नगर निगम और प्रशासन को अब और सख्त रवैया नहीं अपनाना चाहिए? जनता के लिए यह खतरे की घंटी है।
