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47 लोगों की मौत : बस हादसे में 47 की गयी जान, 5 का अब तक पता नहीं….मृतकों में ज्यादातर परीक्षार्थी हैं शामिल…..छात्रों के लिए ही ड्राइवर ने बदला था रूट…लगा ही नहीं ब्रेक

47 लोगों की मौत : बस हादसे में 47 की गयी जान, 5 का अब तक पता नहीं….मृतकों में ज्यादातर परीक्षार्थी हैं शामिल…..छात्रों के लिए ही ड्राइवर ने बदला था रूट…लगा ही नहीं ब्रेक
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By NPG News

भोपाल 16 फरवरी 2021। सीधी में बस हादसे में मौत का आंकड़ा 47 पहुंच गया है। हालांकि अभी भी 5 लोगों का कोई अता पता नहीं है। माना जा रहा है कि वो लोग नहर की तेज धार में बह गये हैं। आज सुबह करीब साढ़े 7 बजे यात्रियों से भरी एक बस नहर में गिर गयी थी। करीब चार घंटे तक बस पानी में डूब रही। बस को जब निकाला गया तो उससे एक के बाद एक 47 शव निकले। 7 खुशकिस्मत मौत के मुंह से निकलने में कामयाब रहे तो 5 अब भी लापता हैं। हादसे के बाद चालक की गलती बताई गई। शॉर्टकट चुनने, संकरे रास्ते और ओवरटेकिंग जैसी वजहों को जिम्मेदार बताया गया तो अब पता चला है कि 32 सीटों वाली इस बस में 60 से अधिक लोग सवार थे। ओवरलोडिंग को लेकर अब प्रशासन पर भी सवाल उठ खड़ा हुआ है।

हादसा रामपुर नैकिन के पास सरदा गांव में हुआ। यह जगह सीधी से 80 किलोमीटर और सतना से करीब 100 किलोमीटर दूर है। बस सुबह 6 बजे सीधी से रवाना हुई थी। इसमें 32 लोग बैठाए जा सकते थे, लेकिन ड्राइवर ने 54 यात्री भर लिए थे। इनमें ज्यादातर सीधी और सिंगरौली जिले के रहने वाले थे। 12 लड़के-लड़कियां रेलवे, NTPC और नर्सिंग का एग्जाम देने सतना और वहां से रीवा जाने के लिए अपनी मां या पिता के साथ इस बस में सवार हुए थे

इस बस को सीधी से चुरहट, रामपुर नैकिन, बधबार और गोविंदगढ़ होते हुए सतना पहुंचना था। चुरहट तक बस आई, लेकिन उसके बाद रामपुर नैकिन से स्टूडेंट्स के कहने पर ड्राइवर ने रूट बदल लिया। इन स्टूडेंट्स का एग्जाम था, इसलिए उन्हें वक्त पर सतना पहुंचना था। दरअसल, सीधी से सतना जाने वाला नेशनल हाईवे-39 छुहिया घाटी से गुजरता है। जगह-जगह सड़क खराब और अधूरी होने से पिछले कुछ दिनों से छुहिया घाटी में जाम लग रहा है। इसलिए कई गाड़ियां छुहिया घाटी से पहले बगवार गांव से होते हुए जा रही हैं। बस के ड्राइवर ने भी जाम से बचने के लिए रूट बदला था।

ड्राइवर बस को लेकर सीधी से चुरहट और रामपुर नैकिन तक लेकर आया। फिर उसने बस को बगवार गांव में मोड़ दिया। यहां से बस सरदा गांव पहुंची। इस गांव से जो रास्ता सतना की ओर जाता है, उसके साथ-साथ नहर चलती है। यहां एक जगह आकर रास्ता संकरा हो जाता है। चश्मदीदों ने बताया कि बस का पिछला टायर नहर की ढलान की ओर जाने लगा। ड्राइवर ने ब्रेक लगाने की कोशिश की, लेकिन ब्रेक लगे नहीं और बस बेकाबू होकर नहर में जा गिरी। सतना में रजिस्टर्ड यह बस जबलानाथ परिहार ट्रेवल्स से जुड़ी हुई थी।

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