नईदिल्ली 21 मई 2021। भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (एएफआई) के मेडिकल आयोग के अध्यक्ष अरुण कुमार मेंदिरत्ता का कोविड-19 से जुड़ी जटिलताओं के कारण शुक्रवार को यहां अस्पताल में निधन हो गया। मेंदिरत्ता को भारतीय दल के साथ टाेक्यो ओलंपिक के लिए जाना था। वह 60 वर्ष के थे। एएफआई ने मेंदिरत्ता के निधन पर शोक जताया है जो 25 साल से अधिक से एशियाई एथलेटिक्स संघ के भी सदस्य थे। एएफआई अध्यक्ष आदिले सुमारिवाला ने यहां विज्ञप्ति में कहा कि उन्होंने आयु धोखाधड़ी और डोपिंग के खिलाफ एएफआई की लड़ाई की अगुआई की। हमारी ‘नो-नीडल’ नीति में भी उनकी अहम भूमिका रही।
उन्होंने कहा कि मृदुभाषी और मिलनसार डॉ. मेंदिरत्ता की कमी एथलेटिक्स समुदाय को खलेगी। भगवान उनकी आत्मा को शांति दे। भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) ने आगामी टोक्यो ओलंपिक के लिए मेंदिरत्ता को मुख्य चिकित्सा अधिकारी नियुक्त किया था। भारतीय टीमों के साथ दुनिया भर की यात्रा करने वाले और बेहद सम्मानित मेंदिरत्ता खेलों में अपने लंबे करियर के दौरान विभिन्न विश्व चैंपियनशिप, एशियाई खेलों, राष्ट्रमंडल खेलों और ओलंपिक मे भारतीय दल के साथ जा चुके हैं।
आईओए ने ट्विटर पर उनके निधन पर शोक जताया। आईओए ने ट्वीट किया कई खेलों में भारतीय दल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी, आईओए के मेडिकल आयोग के सदस्य और एएफआई के मेडिकल आयोग के अध्यक्ष के असामयिक निधन की खबर सुनकर हमें बेहद दुख है। आईओए ने ट्वीट करते हुए लिखा कि वह एशियाई एथलेटिक्स और भारतीय खेलों से सक्रिय रूप से जुड़े रहे, तीन दशक से अधिक समय से खेल चिकित्सा और डोपिंग नियंत्रण के क्षेत्र में उनकी निस्वार्थ सेवा को हमेशा याद किया जाएगा। आईओए ने ट्वीट किया कि हमारी संवेदनाएं और प्रार्थना उनके परिवार और करीबियों के साथ हैं। भगवान उनकी आत्मा को शांति दे। आयु धोखाधड़ी और डोपिंग उल्लंघन के खिलाफ सक्रिय अभियान चलाने के लिए मेंदिरत्ता का काफी सम्मान किया जाता था।