SDM Rajesh Suwalka : कौन हैं कपासन के एसडीएम राजेश सुवालका ? जिससे मांगी गई 3 करोड़ रुपए की फिरौती
SDM Rajesh Suwalka : एक व्यक्ति ने भीलवाड़ा स्थित उनके आवास पर सादे कागज पर धमकी भरा पत्र भेजा है। इस पत्र में तीन करोड़ रुपये की मांग करते हुए धमकी दी गई है कि यदि रकम नहीं दी गई तो गोली मार दी जाएगी।

SDM Rajesh Suwalka : राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले में कपासन के एसडीएम राजेश सुवालका को जान से मारने की धमकी मिलने से हड़कंप मच गया है। उनसे 3 करोड़ रुपए की फिरौती मांगी गई। इसको लेकर किसी अज्ञात व्यक्ति ने भीलवाड़ा स्थित उनके आवास पर सादे कागज पर धमकी भरा पत्र भेजा है। इस पत्र में तीन करोड़ रुपये की मांग करते हुए धमकी दी गई है कि यदि रकम नहीं दी गई तो गोली मार दी जाएगी। एसडीएम के पिता रामकिशन सुवालका ने सुभाष नगर थाने में मुकदमा दर्ज कराया है।
RAS 2019 बैच के अफसर हैं राजेश सुवालका
राजेश सुवालका आरएएस 2019 बैच के अफसर हैं। वे मूलरूप से अजमेर के रहने वाले हैं। आरएएस भर्ती 2016 की परीक्षा में चयनित होकर सुवालका प्रशासनिक अफसर बने थे। इस भर्ती में उन्होंने 20वीं रैंक के साथ चयन पाया है। आरएएस भर्ती 2016 का फाइनल रिजल्ट आने के बाद कई महीनों तक नियुक्ति नहीं मिलने पर सफल अभ्यर्थियों को आंदोलन करना पड़ा। करीब नौ दस महीने तक आंदोलन चला। राजेश सुवालका ने भी आंदोलन में हिस्सा लिया।
RAS अधिकारी बनने से पहले भारतीय इंजीनियरिंग सेवा में थे राजेश सुवालका
राजेश सुवालका ने नेशनल इन्स्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलॉजी, वारंगल (तेलंगाना) से इंजीनियरिंग की थी। बीटेक के बाद वे सिविल सेवा की तैयारी में जुट गए। वर्ष 2014 में उनका चयन भारतीय इंजीनियरिंग सेवा में हो गया। करीब चार साल तक उन्होंने इंजीनियरिंग सेवा में कार्य किया। बाद में आरएएस भर्ती 2016 में 20 वीं रैंक के साथ चयन होने पर उन्होंने इंजीनियरिंग सेवा छोड़कर आरएएस अधिकारी के रूप में काम शुरू कर दिया।
पांच साल से SDM के रूप में सेवाएं दे रहे राजेश सुवालका
आरएएस अधिकारी के रूप में ट्रेनिंग के दौरान राजेश सुवालका की पहली पोस्टिंग भीलवाड़ा में सहायक कलेक्टर (एसडीएम) के रूप में हुई। बाद में वे शिकायत निवारण, राजस्थान राज्य स्वास्थ्य आश्वासन एजेंसी में कार्यकारी निदेशक रहे। इसके बाद रेवेन्यू रिसर्च ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट अजमेर में डिप्टी डायरेक्टर रहे। इसके बाद लगातार ढाई वर्ष तक वे भीलवाड़ा जिले के गंगापुर में एसडीएम रहे। फिर सात महीने तक राजसमंद जिले के रेलमगरा में एसडीएम के तौर पर सेवाएं दी। वर्तमान में वे चित्तौड़गढ़ के कपासन में एसडीएम के रूप में सेवाएं दे रहे हैं। कपासन में पदस्थापित हुए उन्हें एक वर्ष पूरा हो गया है।
