राजा रघुवंशी हत्याकांड: 790 पन्नों का चालान पेश, पर चार्जशीट से क्यों नाखुश है परिवार?, पुलिस पर लगाए ये गंभीर आरोप
इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी मर्डर केस में शिलांग पुलिस ने कोर्ट में चालान शीट पेश की. इसमें सारे पुख्ता सबूत हैं.

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भोपाल। मध्य प्रदेश के इंदौर के बहुचर्चित ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी हत्याकांड में पुलिस ने भले ही चार्जशीट पेश कर दी हो, लेकिन राजा का परिवार इस जांच से बिल्कुल भी संतुष्ट नहीं है। राजा के भाई विपिन रघुवंशी ने मेघालय की शिलांग कोर्ट में जाकर SIT से चार्जशीट की कॉपी मांगी है। उनका सीधा आरोप है कि, पुलिस ने जांच में कई बड़ी गड़बड़ियाँ की हैं और इस हत्याकांड में शामिल कुछ बड़े चेहरों को जानबूझकर बचाया गया है।
चार्जशीट में क्या है?
मेघालय पुलिस की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) ने 6 सितंबर को सोहरा उपमंडल की प्रथम श्रेणी न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में चार्जशीट पेश की। इस चार्जशीट में राजा की पत्नी सोनम रघुवंशी, उसके दोस्त राज कुशवाहा, विशाल सिंह चौहान, आकाश सिंह राजपूत और आनंद कुर्मी को मुख्य आरोपी बनाया गया है। इन सभी पर भारतीय न्याय संहिता की धारा 103(1), 238(ए) और 61(2) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
वहीं, प्रॉपर्टी डीलर शीलोम जेम्स, फ्लैट मालिक लोकेंद्र तोमर और सुरक्षा गार्ड बलबीर पर सबूत मिटाने का आरोप है। इनमें से मुख्य पाँच आरोपी न्यायिक हिरासत में हैं, जबकि बाकी तीन जमानत पर बाहर हैं।
परिवार को क्या है आपत्ति?
विपिन रघुवंशी का कहना है कि, पुलिस ने जांच को ठीक से नहीं किया। उन्होंने कई गंभीर आरोप लगाए हैं। खाते क्यों नहीं फ्रीज किए गए? विपिन का कहना है कि, सोनम रघुवंशी के बैंक खाते फ्रीज नहीं किए गए, जबकि एक खाते में 35 लाख रुपये जमा हैं।
नए लोगों को क्यों नहीं जोड़ा गया? विपिन के मुताबिक, सोनम ने राज कुशवाहा के साथ मिलकर एक कंपनी बनाई थी, जो राज की माँ चुन्नीबाई के नाम पर थी। पुलिस ने न तो उस कंपनी के खाते फ्रीज किए और न ही चुन्नीबाई को आरोपी बनाया। इसके अलावा, सोनम का संपर्क जितेंद्र रघुवंशी नामक एक और व्यक्ति से भी था, जिससे पुलिस ने कोई पूछताछ नहीं की। SIT ने राज और सोनम द्वारा खरीदी गई पिस्टल तो जब्त कर ली, लेकिन 25 आर्म्स एक्ट की धारा नहीं लगाई।
क्या था पूरा मामला?
आपको बता दें कि, इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी की शादी 11 मई को सोनम से हुई थी। शादी के बाद 20 मई को दोनों हनीमून के लिए मेघालय गए थे। 22 मई को उन्होंने सोहरा की यात्रा शुरू की। 24 मई को राजा का परिवार से संपर्क टूट गया। इसके बाद 27 मई को उनकी तलाश शुरू हुई और 2 जून को राजा का शव वेई सावडोंग की गहरी खाई में मिला। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि उनकी हत्या की गई थी।
हत्या के बाद पुलिस ने सोनम को उत्तर प्रदेश के गाजीपुर से एक ढाबे से गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी के बाद इस हत्याकांड से जुड़े कई चौंकाने वाले राज खुले, जिसमें सोनम के दोस्त राज कुशवाहा और अन्य लोगों के नाम सामने आए। पुलिस ने इस मामले में कुल 8 लोगों को गिरफ्तार किया था।
अब जब चार्जशीट पेश हो गई है, तो परिवार चाहता है कि, इस पूरे मामले की ठीक से जांच हो और कोई भी दोषी बच न पाए। परिवार की ये आपत्तियाँ दिखाती हैं कि ये लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है। अब देखना यह है कि कोर्ट में इस मामले में आगे क्या होता है।
