Korea News: शराब पीने के लिए धान बेचने से मना किया तो पिता के सिर पर पटक दिया पत्थर, हो गई मौत
Korea News: शराबी बेटे को शराब पीने के लिए धान बेचने से मना करने पर बेटे ने पिता की हत्या जाए दी। आरोपी का पिता खलिहान में धान की रखवाली करने गया था इस दौरान आरोपी ने वहां पहुंच सो रहे पिता के सर में पत्थर पटक हत्या कर दी। पुलिस ने आरोपी बेटे को गिरफ्तार कर लिया है।

Korea News: कोरिया। जिले में हुए एक सनसनीखेज अंधे कत्ल की गुत्थी को पुलिस ने महज 24 घंटे के भीतर सुलझाते हुए मृतक के बड़े बेटे को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी ने शराब पीने के लिए धान बेचने से मना करने पर खलिहान में सो रहे पिता के सिर पर भारी भरकम पत्थर पटक दिया। इससे उसके पिता की मौके पर ही मौत हो गई। जांच के बाद पुलिस ने आरोपी पुत्र को गिरफ्तार कर लिया है। मामला कोतवाली थाना क्षेत्र का है।
बचरापोंड़ी चौकी प्रभारी मुनाफ पटेल ने बताया कि ग्राम बड़े साल्ही चीतामाड़ा का है। पुलिस को सूचना मिली कि रविवार रात एक व्यक्ति की लाश खलिहान के पास पड़ी है। पुलिस ने तत्काल डॉग स्क्वाड, फोरेंसिक और साइबर सेल की मदद से जांच शुरू की। इसमें पता चला कि 24 नवंबर की रात बड़े साल्ही चीतामाड़ा निवासी जगलाल सिंह रोज की तरह अपने कटे हुए धान के खलिहान की रखवाली हेतु रात करीब 12 बजे सोने गया था। अगले दिन सुबह खलिहान के पास उसका शव पड़ा मिलने पर ग्रामीणों ने इसकी सूचना चौकी बचरापोंडी पुलिस को दी।
इस पर कोतवाली प्रभारी विपिन लकड़ा और चौकी प्रभारी अब्दुल मुनाफ की टीम मौके पर पहुंची। प्रारंभिक जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि मृतक का बड़ा पुत्र धर्मेंद्र सिंह आए दिन अपने पिता से विवाद करता था। धर्मेंद्र शराब पीने का आदी था और पैसे के लिए पिता के धान को बेच देता था। पिता द्वारा बार-बार मना करने और पैसे न दिए जाने पर वह उन्हें जान से मारने की धमकी भी देता था।
घटना की रात आरोपी को यह जानकारी थी कि उसका पिता खलिहान में अकेला सो रहा है, जिसके बाद उसने हत्या की योजना बनाई। रात करीब दो से तीन बजे के बीच धर्मेंद्र खलिहान पहुंचा और वहां रखे एक भारी पत्थर से अपने पिता के सिर पर वार कर उनकी हत्या कर दी। हत्या के बाद सबूत मिटाने के इरादे से उसने उसी पत्थर को अपने घर स्थित कुएं में फेंक दिया। जांच के दौरान मिले तकनीकी साक्ष्यों और गवाहों के बयान के आधार पर पुलिस ने धर्मेंद्र को हिरासत में लेकर पूछताछ की, जहां उसने अपना अपराध कबूल कर लिया। उसकी निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त पत्थर भी बरामद कर लिया गया। आरोपी को गिरफ्तार कर गुरुवार को न्यायालय में पेश कर जेल भेजा गया है।
टीम में ये रहे शामिल
अंधे हत्या की गुत्थी को सुलझाने वाली टीम में एसआई लवांग सिंह, एएसआई गुरुप्रसाद यादव, प्रधान आरक्षक सुनील साहू, आरक्षक मनोज पांडेय, गुलाल राजवाड़े, सुरेंद्र तिर्की तथा साइबर सेल के अमरेशानंद ठाकुर, सजल जायसवाल, शिवम सिन्हा और राघवेंद्र पुरी की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
