Korba News: डॉक्टर पर FIR: मेडिकल कॉलेज अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर से सीनियर डॉक्टर ने की छेड़छाड़, एफआईआर दर्ज, जांच टीम भी गठित
Korba News:– मेडिकल कॉलेज अस्पताल के सीनियर डॉक्टर ने अपनी ही ट्रेनी डॉक्टर के साथ छेड़छाड़ कर दी। ट्रेनी डॉक्टर की शिकायत पर सीनियर डॉक्टर के खिलाफ पुलिस ने अपराध दर्ज किया है। वही मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने भी पीडिता की लिखित शिकायत के बाद जांच के लिए आंतरिक जांच समिति गठित की है।

Korba कोरबा। कोरबा के शासकीय बिसाहू दास महंत शासकीय मेडिकल कॉलेज सह जिला अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर से छेड़छाड़ का संगीन मामला सामने आया है। ट्रेनी डॉक्टर से आयुष विंग के सीनियर डॉक्टर ने छेड़छाड़ की। जबरदस्ती इलाज के बहाने ट्रेनी डॉक्टर को छुआ। ट्रेनी डॉक्टर की शिकायत के बाद सीनियर डॉक्टर के खिलाफ अपराध दर्ज कर लिया गया है। वही कॉलेज ने जांच के लिए इंटरनल कमेटी बनाई है। मामला रामपुर सिविल लाइन थाना क्षेत्र का है।
पूरा मामला मेडिकल कॉलेज के आयुष विंग विभाग का है, जहां पिछले तीन माह से प्रशिक्षण ले रही ट्रेनी डॉक्टर ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। ट्रेनी डॉक्टर ने अपनी शिकायत में बताया कि शनिवार चार अक्टूबर की दोपहर वह किसी काम से सीनियर डॉक्टर अमित कुमार मिश्रा के स्टाफ रूम में गई थी। उस वक्त कमरे में डॉ. मिश्रा, और एक अन्य स्टाफ मौजूद था।
पीड़िता के अनुसार, डॉ. मिश्रा ने उसे कहा- “तुम्हारी तबीयत ठीक नहीं लग रही है, मैं चेकअप कर देता हूं।” जब उसने मना किया, तो डॉक्टर ने जबरन शरीर को छूने और जांच करने की कोशिश की। आरोपी डॉक्टर छेड़छाड़ करने लगा। किसी तरह पीड़िता ट्रेनी डॉक्टर वहां से भाग निकली और घटना की जानकारी मेडिकल कॉलेज के डीन को दी।
पुलिस ने दर्ज किया मामला:
ट्रेनी डॉक्टर ने इसकी जानकारी फोन कर अपने परिजनों को भी दी। अगली सुबह परिजन कोरबा पहुंचे और ट्रेनी डॉक्टर को लेकर सिविल लाइन थाने में शिकायत दर्ज कराई। पीड़िता की शिकायत पर आरोपी डॉक्टर अमित कुमार मिश्रा के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 74 के तहत छेड़छाड़ मामला दर्ज किया गया है।
वही इस घटना के बाद मेडिकल कॉलेज में कार्यरत महिला डॉक्टरों और ट्रेनी स्टाफ में भारी आक्रोश है। उन्होंने आरोपी डॉक्टर को निलंबित करने और कठोर कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
जांच समिति गठित:
मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने भी मामले की आंतरिक जांच शुरू कर दी है। डीन डॉ. के.के. सहारे ने कहा —“पीड़िता ने लिखित शिकायत दी है। जांच आंतरिक निवारण समिति (Internal Complaints Committee) से कराई जा रही है। दोनों पक्षों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं, जिसके बाद कार्रवाई तय की जाएगी।”
