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Fatehpur PM Awas Yojana News: प्रधानमंत्री आवास योजना और मनरेगा में घोटाला: 55,46 लाख रुपए हड़पने का आरोप, 10 अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ FIR

Pradhan Mantri awas Yojana Aor Manrega Me Ghotala: फतेहपुर: उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले से प्रधानमंत्री आवास योजना और मनरेगा में बड़ा घोटाले का मामला सामने आया है। इस मामले में असोथर विकासखंड के 10 अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ FIR दर्ज किया गया है। सभी पर लाभार्थियों की राशि गबन और रिकॉर्ड में हेराफेरी करने का आरोप लगा है।

Fatehpur PM Awas Yojana News:  प्रधानमंत्री आवास योजना और मनरेगा में घोटाला:  55,46 लाख रुपए हड़पने का आरोप, 10 अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ FIR
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Fatehpur PM Awas Yojana News

By Chitrsen Sahu

Pradhan Mantri awas Yojana Aor Manrega Me Ghotala: फतेहपुर: उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले से प्रधानमंत्री आवास योजना और मनरेगा में बड़ा घोटाले का मामला सामने आया है। इस मामले में असोथर विकासखंड के 10 अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ FIR दर्ज किया गया है। सभी पर लाभार्थियों की राशि गबन और रिकॉर्ड में हेराफेरी करने का आरोप लगा है।

दूसरे के खातों में भेजी गई मजदूरी राशि

पूरा मामला असोथर विकासखंड के ग्राम पंचायत सरकंडी का है। इस मामले में मुख्य विकास अधिकारी पवन कुमार मीना की ओर से तीन महीने पहले जिला ग्राम्य विकास अभिकरण की ओर से 2023-24 में हुए घोटाले की जांच कराई गई थी। जांच में सामने आया कि 709 आवास स्वीकृत लाभार्थियों की मजदूरी राशि उनके खाते के बजाए दूसरे के खातों में भेजी गई थी।

55,46 लाख रुपए की हुई गड़बड़ी

इसके साथ ही मनरेगा सॉफ्टवेयर से मिले आंकड़ों के मुताबिक, लगभग 55,46 लाख रुपए की गड़बड़ी की गई है। इस मामले में असोथर विकासखंड के 10 अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ FIR दर्ज किया गया है। जिसमें दो अवर अभियंता, वर्तमान और पूर्व ग्राम विकास अधिकारी, लेखाकार, अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी, कम्प्यूटर ऑपरेटर और पंचायत सहायक शामिल है।

पंचायत सहायक सहित 10 लोगों पर FIR

मुख्य विकास अधिकारी पवन कुमार मीना कहा इस मामले में कहना है कि असोथर विकासखंड के 10 अधिकारियों और कर्मचारियों दो अवर अभियंता, वर्तमान और पूर्व ग्राम विकास अधिकारी, लेखाकार, अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी, कम्प्यूटर ऑपरेटर और पंचायत सहायक के खिलाफ FIR दर्ज किया गया है। सभी पर लाभार्थियों की राशि गबन और रिकॉर्ड में हेरफेर का आरोप लगा है।

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