Begin typing your search above and press return to search.

Crime News: …और अब सरगुजा कलेक्‍टर के नाम पर फर्जीवाड़ा: श्रीलंका के नंबर से आईएएस विलास भोसकर के नाम से चैट..

Crime News: सरगुजा कलेक्टर विलास भोसकर के नाम श्रीलंका के नम्बर से बना फेक वाट्सएप अकाउंट, अफसरों से पूछा हालचाल तब फर्जीवाड़ा आया सामने।

Crime News: …और अब सरगुजा कलेक्‍टर के नाम पर फर्जीवाड़ा: श्रीलंका के नंबर से आईएएस विलास भोसकर के नाम से चैट..
X
By Sanjeet Kumar

Crime News: अंबिकापुर। एक दिन पहले छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नाम सायबर फ्राड से जुड़े लोगों द्वारा फेक फेसबुक आईडी बनाने का मामला सामबे आया था। 24 घण्टे के भीतर ही एक और मामला सामबे आ गया है। इस बार फ्राड के निशाने पर और कोई नहीं सरगुजा के कलेक्टर Ias विलास भोसकर हैं।

सरगुजा कलेक्टर विलास भोसकर के नाम से साइबर अपराध से जुड़े लोगों द्वारा फर्जी व्हाटसएप चलाया जा रहा है। सरगुजा कलेक्टर विलास भोसकर सोशल मीडिया प्लेटफार्म के नाम पर सिर्फ व्हाट्सएप का ही उपयोग करते हैं। प्रशासनिक अधिकारियों के बीच सूचनाओं के आदान - प्रदान के लिए व्हाटसएप का उपयोग उनके द्वारा किया जाता है।

ऐसे पकड़ में आई गड़बड़ी

फर्जी वाट्सएप से कलेक्टर के नाम से कुछ अधिकारियों के पास गुरूवार की सुबह वाट्सएप पर सन्देश आया। सन्देश को पढ़कर अफसर यह समझ नहीं पा रहे थे कि क्या जवाब दें। इस तरह का संदेश पहली बार पढ़ने को मिल रहा था। कुछ अफसर सन्देश पढ़कर गदगद थे तो कुछ समझ ही नहीं पा रहे थे कि साहब को क्या जवाब दें। दरअसल फर्जी नम्बर से अधिकारियों से हालचाल पूछा गया था। निजी सन्देश पढजर कुछ अफसरों को संदेह हुआ। डरते सहमते इन अफसरों ने बात कलेक्टर तक पहुंचाई। साथ ही मैसेज का स्क्रीन शांत भी बेजा। कलेक्टर ने जब मैसेज पढा तो वे भी ढंग रह गए। अफसरों से कहा, मैसेज और आईडी दोनों ही उनका नही है।

प्रोफ़ाइल कलेक्टर की, नम्बर श्रीलंका के

व्हाट्सएप प्रोफ़ाइल में कलेक्टर की फोटो लगी है। जिस नंबर से आईडी बना है वह श्रीलंका का है। बिजनेस अकाउंट वाले वाट्सएप नंबर का जुलाई महीने में ज्वाइन होने का उल्लेख है। कलेक्टर कार्यालय से साइबर फ्राड की जानकारी पुलिस को दी गई है। पुलिस संदिग्ध नंबर की जांच कर रही है।

कलेक्टर ने लोगों से की अपील

साइबर फ्राड के शिकार हुये कलेक्टर विलास भोसकर ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है। कलेक्टर ने विभागीय अफसरों के अलावा लोगों को बताया कि वे फेसबुक, ट्विटर या इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफार्म का उपयोग नहीं करते हैं।

Sanjeet Kumar

संजीत कुमार: छत्‍तीसगढ़ में 23 वर्षों से पत्रकारिता में सक्रिय। उत्‍कृष्‍ट संसदीय रिपोर्टिंग के लिए 2018 में छत्‍तीसगढ़ विधानसभा से पुरस्‍कृत। सांध्‍य दैनिक अग्रदूत से पत्रकारिता की शुरुआत करने के बाद हरिभूमि, पत्रिका और नईदुनिया में सिटी चीफ और स्‍टेट ब्‍यूरो चीफ के पद पर काम किया। वर्तमान में NPG.News में कार्यरत। पंड़‍ित रविशंकर विवि से लोक प्रशासन में एमए और पत्रकारिता (बीजेएमसी) की डिग्री।

Read MoreRead Less

Next Story