CG Yuktiyuktkaran: कलेक्टर DEO मुर्दाबाद के नारे लगे... युक्तियुक्तकरण को लेकर शिक्षकों ने खोला मोर्चा
CG Yuktiyuktkaran: युक्तियुक्तकरण का विरोध करने शिक्षक अब सड़क पर उतर आए हैं। महासमुंद जिला मुख्यालय में शिक्षकों की नाराजगी खुलकर दिखी। विरोध कर रहे शिक्षकों ने कलेक्टर व डीईओ मुर्दाबाद के नारे लगाए। बहरहाल महासमुंद जिला मुख्यालय में माहौल गरम देखा जा रहा है। शिक्षकों का विरोध जारी है।

CG Yuktiyuktkaran: रायपुर। राज्य शासन की युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया के बीच शिक्षकों ने विरोध करना शुरू कर दिया है। शिक्षक साझा मंच के बैनर तले रविवार को महासमुंद में शिक्षकों ने जमकर विरोध दर्ज कराया। नाराज शिक्षकों ने कलेक्टर व डीईओ के खिलाफ मोर्चा खोल दिया और मुर्दाबाद के नारे भी लगाए। शिक्षकों का विरोध और नारेबाजी का वीडियो अब सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर तेजी के साथ वायरल हो रहा है।
स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा जारी युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया का शिक्षक साझा मंच ने विरोध करने का निर्णय लिया है। पहले प्रदेशव्यापी और अब प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों में विराेध दर्ज करा रहे हैं। इसी कड़ी में रविवार को महासमुंद जिला मुख्यालय में शिक्षकों ने जमकर विरोध दर्ज कराया है। शिक्षक एकजुट होकर युक्तियुक्तकरण का विरोध करते दिखाई दे रहे हैं। सोशल मीडिया में तेजी के साथ वायरल हो रहे वीडियो में शिक्षकों की भारी नाराजगी दिखाई दे रही है। नाराज शिक्षकों ने सीधेतौर पर कलेक्टर व डीईओ को अपने टारगेट में लिया है। शिक्षकों का गुस्सा कलेक्टर व डीईओ पर जमकर फूटा है। युक्तियुक्तकरण के विरोध में नारेबाजी के बीच कलेक्टर व डीईओ के खिलाफ शिक्षक मुर्दाबाद के नारे लगाते दिखाई दे रहे हैं।
प्रदेशभर के 23 शिक्षक संगठनों के साझा मंच के जरिए युक्तियुक्तकरण काउंसिलिंग का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है।
शिक्षक संगठनों के संचालक मंडल ने अतिशेष शिक्षकों से अपील की है कि वे पालक, छात्र, शिक्षक व शिक्षा गुणवत्ता के हित में स्वयं काउंसिलिंग का बहिष्कार करते हुए सेटअप 2008 के समर्थन व संरक्षण में शामिल होकर शिक्षक एकता को मजबूती प्रदान करें।
शिक्षक नेताओं का कहना है कि प्रदेश में मनमानी तरीके से किए जा रहे युक्तियुक्तकरण से शिक्षकों के 47349 पद हमेशा के लिए समाप्त हो जाएंगे। जिसमें प्राथमिक शाला में सहायक शिक्षक के 30700, मिडिल स्कूल में शिक्षक के 13149 व हाई, हायर सेकेंडरी स्कूल में व्यायाता के 3500 पद समाप्त होंगे। एक ओर तो मुख्यमंत्री द्वारा शिक्षा गुणवत्ता अभियान चलाने की बात किया जा रहा है, इसके विपरीत दूसरे ओर शिक्षकों के पद को समाप्त किया जा रहा है, जिससे सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि आने वाले समय में प्रदेश के शिक्षा व्यवस्था की स्थिति कैसे होगा?
शिक्षकों की मांग है कि प्रदेश में शिक्षक के सीधी भर्ती व पदोन्नति के लिए 63695 पद रिक्त है, जिसमें सीधी भर्ती के लिए 43243 व पदोन्नति के लिए 19452 पद रिक्त है। सीधी भर्ती के रिक्त 43243 पदों में सहायक शिक्षक के 33178, शिक्षक के 5442 व व्यायाता के 4623 पद शामिल है। इसी प्रकार से पदोन्नति के लिए रिक्त 19452 पदों में प्रधान पाठक प्राथमिक के 2119, शिक्षक के 5441, प्रधान पाठक मिडिल के 4045, व्यायाता के 4623 एवं प्राचार्य के 3224 पद शामिल है। शासन युक्तियुक्तकरण से पहले पदोन्नति व सीधी भर्ती से रिक्त पदों की पूर्ति करे।